Jhansi News: बुजुर्ग किसान की आंखों के सामने जल गया बाग, मदद की आस में टकटकी लगाए बैठे दुर्गा प्रसाद

Jhansi News: जिस बाग को बुजुर्ग किसान ने अपने बच्चों की तरह सींचा था, वो भीषण आग की लपटों में जलकर खाक हो गया।

Gaurav kushwaha
Published on: 3 Jun 2025 3:38 PM IST
Jhansi News: बुजुर्ग किसान की आंखों के सामने जल गया बाग, मदद की आस में टकटकी लगाए बैठे दुर्गा प्रसाद
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बुजुर्ग किसान की आंखों के सामने जल गया बाग   (photo: social media )

Jhansi News: शाहजहांपुर थाना क्षेत्र के ग्राम दैगुवां में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। 70 वर्षीय दुर्गा प्रसाद पुत्र कन्हैयालाल धाकड़ की उम्रभर की मेहनत पल भर में राख हो गई। जिस बाग को उन्होंने अपने बच्चों की तरह सींचा था, वो भीषण आग की लपटों में जलकर खाक हो गया। अब दुर्गा प्रसाद प्रशासन से मदद की आस लगाए बैठें हैं, मगर अब तक कोई सहारा नहीं मिला।

दुर्गा प्रसाद ने उपजिलाधिकारी मोंठ को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि उनके गांव के पास करीब 30 अमरूद, 10 आम, 10 नींबू और 2 मौसंबी के पेड़ लगे थे। वर्षों की मेहनत और देखभाल के बाद ये पेड़ इस साल अच्छी पैदावार देने वाले थे। मगर 5 जून को अचानक किसी ने पराली जलाई और वो आग उनके बाग तक पहुंच गई, तेज लपटों ने सबकुछ अपनी चपेट में ले लिया।

किसी अधिकारी ने भी नुकसान का आकलन नहीं किया

बुजुर्ग किसान की लाठी पकड़े कांपती आंखें बस अपने फलदार पेड़ों को राख होते देखती रहीं। दुर्गा प्रसाद ने बताया कि उन्होंने तुरंत प्रशासन को सूचना दी, लेकिन न कोई अधिकारी आया और न ही किसी ने नुकसान का आकलन किया।

“मैंने अपनी सारी जिंदगी इस बाग को संवारने में लगा दी। अब सब कुछ चला गया। बस ऊपर वाले और प्रशासन से आस है कि कोई मदद मिल जाए।” — इतना कहते हुए बुजुर्ग की आंखों में आंसू छलक आए।

गांव वालों का कहना है कि दुर्गा प्रसाद गांव के सबसे मेहनती और ईमानदार किसान हैं। इस उम्र में उनके पास न कोई और कमाई का जरिया है और न ही सहारा। आग ने उनकी रोज़ी-रोटी छीन ली है।

मुआवजे की गुहार

अब दुर्गा प्रसाद प्रशासन से मुआवजे की गुहार लगा रहे हैं। गांव वालों ने भी प्रशासन से मांग की है कि बुजुर्ग किसान को जल्द से जल्द आर्थिक मदद दी जाए, ताकि वो अपनी गुजर-बसर कर सकें।

यह घटना न सिर्फ एक किसान की तकलीफ की दास्तां है, बल्कि सिस्टम की अनदेखी पर भी सवाल खड़े करती है। देखना होगा कि प्रशासन कब तक इस बुजुर्ग की फरियाद सुनता है।

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पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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