Jhansi News: ऑपरेशन सिंदूर के बाद मॉक ड्रिल,बम ब्लॉस्ट, आगजनी जैसी स्थिति से निपटने के लिए किया अभ्यास

Jhansi News: ऑपरेशन सिंदूर के बाद देश की सीमाओं पर जहां हलचल तेज हो गई है, वहीं देश के भीतर भी युद्ध जैसी आपात स्थिति से निपटने के लिए अभ्यास के लिए बुधवार को पुलिस लाइन में मॉक ड्रिल का आय़ोजन किया गया।

Gaurav kushwaha
Published on: 7 May 2025 9:26 PM IST
Jhansi News: ऑपरेशन सिंदूर के बाद मॉक ड्रिल,बम ब्लॉस्ट, आगजनी जैसी स्थिति से निपटने के लिए किया अभ्यास
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Jhansi News: ऑपरेशन सिंदूर के बाद देश की सीमाओं पर जहां हलचल तेज हो गई है, वहीं देश के भीतर भी युद्ध जैसी आपात स्थिति से निपटने के लिए अभ्यास के लिए बुधवार को पुलिस लाइन में मॉक ड्रिल का आय़ोजन किया गया। पुलिस लाइन में बम विस्फोट की घटना को दर्शाया गया, वहीं, एक फैक्ट्री में आग लगने के बाद बचाव व राहत कार्य का अभ्यास किया गया। इस दौरान प्रशासन, पुलिस, राहत एजेंसियों, सिविल डिफेंस की तत्परता एवं तालमेल का परीक्षण किया गया।

मॉक ड्रिल के तहत झांसी पुलिस लाइन में एक होटल में बम विस्फोट की घटना को दर्शाया गया, जिससे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। वहीं, दूसरी ओर एक अन्य हिस्से में भीषण आग लगने की सूचना भी मॉक ड्रिल में शामिल की गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस की टीमें, एम्बुलेंस और दमकल विभाग की गाड़ियां तुरंत मौके पर पहुंच गई। वहीं, राहत एवं बचाव कार्यों को अंजाम देने के लिए जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, चिकित्सा टीमें सहित सभी संबंधित विभागों के अधिकारी मौके पर पहुंचे। इस दौरान राहत टीमों ने समन्वय के साथ घायलों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया और तत्काल चिकित्सीय सुविधा उपलब्धय कराई। मॉक ड्रिल में बम ब्लास्ट में तीन लोग घायल हुए, जिन्हें तुरंत एबुलेंस की सहायता से नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया। वहीं, दो गंभीर रुप से घायल व्यक्तियों को मौके पर प्राथमिक उपचार दिया गया, जिससे उनकी हालत को नियंत्रित किया जा सका।

उधर, आग लगने की सूचना पर दमकल विभाग की गाड़ियों ने समय रहते पहुंचकर आग पर काबू पाया और आस-पास के लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। ड्रिल के दौरान यह भी देखा गया कि सभी विभागों के बीच तालमेल और संचार व्यवस्था प्रभावशाली रही, जिससे राहत कार्यों में तेजी आई।

क्या बोले झांसी डीएम

जिलाधिकारी मुदुल चौधरी का कहना है कि यदि युद्ध जैसी स्थिति बनती है तो हमारी आपदा राहत टीम कैसे काम करेगी। इससे बचने के लिए यह स्थिति बनाई गई थी। इसमें आपात स्थिति में नगर निगम व स्वास्थ्य विभाग के लोगों का क्या काम होगा, पुलिस और प्रशासन किस तरह मुस्तैद रहेगी। इन सब बातों को जांचने के लिए गृह मंत्रालय के निर्देश पर यह ड्रिल करवाई गई थी।

क्या बोले एसएसपी

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बीबीजीटीएस मूर्ति ने मॉक ड्रिल को सफल बताया और कहा कि यह अभ्यास आपदा के समय लोगों की जान बचाने और प्रभावी प्रबंधन सुनिश्चित करने में अत्यंत उपयोगी रहेगा। झांसी में पर्यटन स्थलों पर इस प्रकार की तैयारियों से किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने में सहायता मिलेगी। इस ड्रिल से न केवल सुरक्षा एजेंसियों की तत्परता का परीक्षण किया बल्कि आम नागरिकों को भी जागरुक किया। उन्होंने जनता से भी अपील की कि किसी भी आपदा की स्थिति में अफवाहों पर ध्यान न दें और अधिकृत स्रोतों से प्राप्त जानकारी का ही पालन करें। एसएसपी ने बताया कि इस दौरान लोगों को आपदा या हवाई हमले जैसी परिस्थितियों में सुरक्षित रहने के उपायों की जानकारी देते हुए ब्लैक ऑउट के दौरान अमल में लायी जाने वाली कार्रवाई एवं बरती जानी वाली सावधानियों के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी गई।

हादसे की सूचना पर बजा सायरन

आगजनी के बाद सिलेंडर फटने से हादसे की सूचना के बाद दो मिनट का सायरन बजा। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया। घायल हुए लोगों को सिविल डिफेंस और चिकित्सा दल ने फस्ट एड देकर अस्पताल पहुंचाया। वहीं, फायर ब्रिगेड से आग पर काबू पाया गया। तत्काल डीएम, एसएसपी, एसपी सिटी मौके पर पहुंचे। राहत-बचाव दल में शामिल कर्मचारियों ने घायलों को एबुलेंस की सहायता से अस्पताल पहुंचाया।

युद्ध की स्थिति में आपस में करनी होगी मदद

मॉक ड्रिल में एनसीसी के क्रेडित भी मौके पर पहुंचे। एनसीसी कैडेट ने बताया कि यदि युद्ध जैसी स्थिति बनती है, तो नेशनल कैडेट कोर पीछे नहीं रहेगा। हम भी जनता को मदद पहुंचाने के लिए तुरंत मौके पर पहुंचेंगे। इस युद्ध अभ्यास को देख रहे विकास ने बताया कि यदि युद्ध जैसी स्थिति बनती है, तो सबसे ज्यादा जरुरी लोगों को आपस में मदद करने की होगी। हमें अपनी सुरक्षा करते हुए दूसरों की मदद करनी होगी।

वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन पर हुआ मॉक ड्रिल

ऑपरेशन सिंदूर के वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन पर मॉर्क ड्रिल किया गया। इसमें दर्शाया गया कि स्थानीय रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक खड़ी स्वर्णजयंती एक्सप्रेस व प्लेटफार्म नंबर सात पर विस्फोट हो गया। विस्फोट में दो लोग घायल हो गए। घटना की सूचना मिलते ही एसपी जीआरपी विपुल कुमार श्रीवास्तव, सीओ रेलवे नईम खान मंसूरी, जीआरपी इंस्पेक्टर योगेंद्र पाल सिंह, आरपीएफ इंस्पेक्टर रविन्द्र कुमार कौशिक, क्राइम विंग टीम प्रभारी शिप्रा व डॉग स्क्वायड मौके पर पहुंचे। तत्काल घायलों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए अस्पताल भेजने की व्यवस्था की गई।

विस्फोट के बाद रेलयात्रियों को सामान को किया चेक

एसपी रेलवे के निर्देश के बाद स्थानीय रेलवे स्टेशन पर सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत रेलयात्रियों के सूटकेस, बैग आदि सामान की तलाशी ली गई। एसपी रेलवे विपुल कुमार श्रीवास्तव ने यात्रियों से अपील की है कि इस दौरान अफवाहों पर ध्यान न दें और रेलवे अथवा सुरक्षा कर्मियों के दिशा-निर्देशों का पालन करें। एसपी रेलवे का कहना है कि यह मॉक ड्रिल युद्ध पूर्व तैयारी का हिस्सा है। इसका मकसद रेलवे कर्मचारियों और स्टेशनों को किसी भी आपात स्थिति में तत्पर और सक्षम बनाना है, ताकि जरुरत पड़ने पर युद्ध जैसी गंभीर परिस्थितियों में भी रेलवे सेवाएं सुरक्षित और चालू रह सकें।

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Harsh Srivastava

Harsh Srivastava

News Cordinator and News Writer

Harsh Shrivastava is an enthusiastic journalist who has been actively writing content for the past one year. He has a special interest in crime, politics and entertainment news. With his deep understanding and research approach, he strives to uncover ground realities and deliver accurate information to readers. His articles reflect objectivity and factual analysis, which make him a credible journalist.

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