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Jhansi News: वृक्षारोपण महाभियान को निर्वाचन की तरह इलेक्शन मोड में किया जाए संचालित
Jhansi News: पौधों की सुरक्षा के दृष्टिगत विभागों में उपलब्ध घिरे हुए क्षेत्रों को पौध रोपण के लिए प्राथमिकता दी जाये। विभिन्न औद्योगिक इकाईयों, विभागीय परिसरों, आवासीय व अनावासीय परिसरों में उपलब्ध भूमि पर वृक्षारोपण कराया जाये।
वृक्षारोपण महाभियान को निर्वाचन की तरह इलेक्शन मोड में किया जाए संचालित (Photo- Newstrack)
Jhansi News: झांसी। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने आज सभी मण्डलायुक्तों और जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वृक्षारोपण महाभियान-2025 की तैयारियों सहित अन्य विकास कार्यों एवं योजनाओं की समीक्षा कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
मुख्य सचिव ने कहा कि आगामी 09 जुलाई 2025 को प्रदेश में वृक्षारोपण महाअभियान-2025 के तहत एक ही दिन में 37 करोड़ पौधों का रोपण किया जाना है। यह अभियान 'एक पेड़ माँ के नाम' थीम को समर्पित है। यह अभियान न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देगा, बल्कि उत्तर प्रदेश को हरित और स्वच्छ भविष्य की ओर अग्रसर करेगा।
वृक्षारोपण महाभियान को सफल बनाया जाये
उन्होंने कहा कि विधिवत योजना एवं रणनीति के तहत वृक्षारोपण महाभियान को सफल बनाया जाये। महाभियान को निर्वाचन की तरह इलेक्शन मोड में संचालित किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाये कि मांग के सापेक्ष पौधों का उठान समय से हो जाये और पौधरोपण के लिए आवश्यक तैयारियां एक दिन पहले पूरी हो जायें।
उन्होंने कहा कि इस महाअभियान के अंतर्गत व्यापक नदी पुनरोद्धार कार्यक्रम के तहत नदियों के किनारे और उनके कैचमेंट क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण कराया जाए। इसके अतिरिक्त, एक्सप्रेस-वे, हाईवे व प्रमुख मार्गों के दोनों किनारों पर भी वृहद वृक्षारोपण कराया जाये। साथ ही, प्रधानमंत्री आवास योजना और मुख्यमंत्री आवासीय योजना के लाभार्थियों तथा जीरो पावर्टी अभियान में चिन्हित परिवारों द्वारा प्रत्येक परिवार दो-दो सहजन के पौधरोपण कराया जाये। ग्राम प्रधानों द्वारा ऐसे परिवारों को प्रेरित किया जाये। गौ आश्रय स्थलों पर छायादार प्रजाति के पौधों का रोपण किया जाये।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक अधिकारी व कर्मचारी द्वारा कम से कम एक पौधा अवश्य रोपित करें और उसकी सुरक्षा का संकल्प लें। यह भी निर्देश दिये कि ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही शहरी क्षेत्रों में भी वृहद् स्तर पर वृक्षारोपण कराया जाये। पौधों की सुरक्षा के दृष्टिगत विभागों में उपलब्ध घिरे हुए क्षेत्रों को पौध रोपण के लिए प्राथमिकता दी जाये। विभिन्न औद्योगिक इकाईयों, विभागीय परिसरों, आवासीय व अनावासीय परिसरों में उपलब्ध भूमि पर वृक्षारोपण कराया जाये। सीएआर फण्ड का वृक्षारोपण कार्य में व्यय किया जाये। मियावाकी वृक्षारोपण को प्राथमिकता दी जाये। उन्होंने जीरो पावर्टी अभियान, नदियों का पुनरोद्धार कार्यक्रम, टीएचआर प्लांट के संचालन की स्थिति की भी समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
वनावरण और वृक्षावरण में 1.38 लाख एकड़ की बढ़ोतरी दर्ज
बैठक में बताया गया कि हरित आवरण वृद्धि में उत्तर प्रदेश देश में द्वितीय स्थान पर है। वर्ष 2017 से 2021 के बीच हरित आवरण में 2.00 लाख एकड़ की वृद्धि हुई, जबकि 2021 से 2023 के बीच वनावरण और वृक्षावरण में 1.38 लाख एकड़ की बढ़ोतरी दर्ज की गई। इस प्रकार, 2017 से 2023 तक कुल 3.38 लाख एकड़ की ऐतिहासिक वृद्धि हुई है।
01 से 07 जुलाई 2025 के बीच जन्मे नवजात शिशुओं को ग्रीन गोल्ड सर्टिफिकेट वितरित किए जाएंगे, ताकि पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़े। साथ ही, नवीन विशिष्ट वनों की स्थापना को भी प्राथमिकता दी जाएगी।
बैठक में अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास हिमांशु कुमार, प्रमुख सचिव वन अनिल कुमार, ग्राम्य विकास आयुक्त जी एस प्रियदर्शी, एमडी जल निगम (ग्रामीण) डॉ0 राजशेखर, एनआईसी झांसी में जिलाधिकारी मृदुल चौधरी, मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद, डीसी मनरेगा शिखर कुमार श्रीवास्तव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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