TRENDING TAGS :
kannauj: पुलिस के डर से किशोर नदी में कूदा, अभी तक नहीं मिला शव, मंत्री ने कार्रवाई का वादा किया
kannauj News: कन्नौज में पुलिस के डर से किशोर नदी में कूदा, शव अभी तक नहीं मिला, मंत्री असीम अरुण ने कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया।
पुलिस के डर से किशोर नदी में कूदा, अभी तक नहीं मिला शव (photo: social media )
kannauj News: कन्नौज में पुलिस के डर से नदी में कूदे किशोर का शव अभी तक नहीं मिला, मंत्री असीम अरुण ने परिवार को आर्थिक मदद और कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया।
कन्नौज में पुलिस के डर से नदी में कूदने वाले किशोर का अभी तक शव नहीं मिला है। घटना के बाद मौके पर पहुंचे मंत्री असीम अरुण और डीआईजी कानपुर हरीश चंदर ने किशोर के परिजनों से मुलाकात की और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस दौरान मंत्री असीम अरुण ने परिवार को सरकारी लाभ के तहत तत्काल 5 बीघा कृषि पट्टा, सरकारी आवास, वृद्धावस्था पेंशन और बाल सेवा योजना का लाभ देने की बात कही। इसके साथ ही सीएम राहत कोष से आर्थिक मदद दिलाने का भी आश्वासन दिया। उन्होंने निलंबित पुलिस कर्मियों को जांच के बाद पुलिस सेवा से हटाए जाने की बात कही।
रविवार को धर्मवीर पाल ने काली नदी में कूदकर जान दे दी
बताया गया कि रविवार को गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत देवीपुर्वा गांव में पुलिस के डर से 17 वर्षीय धर्मवीर पाल ने काली नदी में कूदकर जान दे दी। हालांकि अभी तक शव बरामद नहीं हो सका है। 24 घंटे बाद भी नदी में डूबे किशोर की तलाश जारी है। इस दौरान मौके पर उत्तर प्रदेश सरकार के समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने पहुंचकर पीड़ित परिवार को मदद का आश्वासन दिया और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही।
मीडिया से बात करते हुए मंत्री असीम अरुण ने कहा कि कल कन्नौज में तेरारागी गांव में एक गंभीर घटना हुई, जिसमें 17 वर्षीय युवक की मृत्यु हुई। पूछताछ के अनुसार, एक दबिश पुलिस ने दी थी, क्योंकि मृतक के बड़े भाई पर अपहरण का आरोप था जो लम्बे समय से चल रहा है। पुलिस की दबिश के कारण यह 17 वर्षीय बालक डर गया और काली नदी में कूद गया। बचाव दल लगातार काम कर रहा है। हम आशा करते हैं कि बच्चा जीवित हो, अगर जीवित नहीं है तो उसका शव मिलना चाहिए।
बच्चे का शव मिले ताकि परिवार को संतुष्टि हो
उन्होंने आगे बताया कि जिन पुलिस कर्मियों ने लापरवाही से दबिश दी, उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। निलंबन किया गया है और गंभीर दंड भी दिया जाएगा। साथ ही परिवार को ताकत देने के लिए 5 बीघा कृषि पट्टा, मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत आवास, वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, बच्चों को बाल सेवा योजना के तहत लगभग 7 से 8 हजार रुपए मासिक भत्ता दिया जाएगा। पर सबसे महत्वपूर्ण है कि बच्चे का शव मिले ताकि परिवार को संतुष्टि हो और दोषी पुलिसकर्मियों को कठोर दंड मिले, जिससे भविष्य में ऐसी लापरवाही न हो।
मंत्री असीम अरुण ने कहा कि स्थानीय लोगों के अनुसार, दबिश के दौरान जब बालक पानी में गिरा और बहने लगा, तो वहां मौजूद दो पुलिसकर्मियों को उसे बचाने का प्रयास करना चाहिए था, तत्काल मदद मांगनी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और मौके से चले गए। इससे बचाव कार्य में देरी हुई। पुलिस दबिश देते समय सतर्क रहती है कि न तो अभियुक्त को और न पुलिस को चोट पहुंचे, लेकिन इस मामले में स्पष्ट लापरवाही हुई है और 17 वर्षीय बालक डूब गया।
मंत्री ने आर्थिक मदद और कड़ी कार्रवाई का आश्वासन देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए तत्काल राशि भेजी गई है, जिसकी घोषणा शाम तक हो जाएगी। साथ ही 5 बीघा कृषि पट्टा, मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत आवास और लगभग 7 हजार रुपए मासिक पेंशन बच्चों के लिए दी जाएगी। पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया है और जांच के बाद यूपी सेवा से हटाया जाएगा।
AI Assistant
Online👋 Welcome!
I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!