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Lucknow News: नवयुग कन्या महाविद्यालय में दीपावली मेला: समरसता और स्वदेशी की भावना का संदेश
मेले में खासकर दीपावली सजावट से जुड़ी वस्तुएं जैसे तोरण, दीपक, और अन्य सजावट की चीजें आकर्षण का केंद्र बनीं। इसके अलावा, केक और पेस्ट्री स्टॉल्स भी थे, जो मेले की आधुनिकता को प्रदर्शित कर रहे थे।
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Lucknow Today News: नवयुग कन्या महाविद्यालय में शुक्रवार को दीपावली के पूर्व एक भव्य मेला आयोजित किया गया, इस आयोजन में लखनऊ विश्वविद्यालय की रजिस्ट्रार डा. भावना मिश्रा, क्षेत्रीय संगठन मंत्री घनश्याम शाही और महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. मंजुला उपाध्याय समेत कई विशिष्ट अतिथियों ने भाग लिया।
मेले की शुरुआत दीप प्रज्वलन और रिबन काटकर की गई। इस मौके पर अतिथियों का स्वागत पौध और अंगवस्त्र से किया गया, जो आयोजन की पारंपरिक गरिमा को दर्शाता था। मेले में विभिन्न प्रकार के स्टॉल्स लगाए गए थे, जो पारंपरिक दीपावली सजावट, स्वादिष्ट व्यंजन, और खेलों से सुसज्जित थे।
परंपरा और आधुनिकता का संगम
मेले में खासकर दीपावली सजावट से जुड़ी वस्तुएं जैसे तोरण, दीपक, और अन्य सजावट की चीजें आकर्षण का केंद्र बनीं। इसके अलावा, केक और पेस्ट्री स्टॉल्स भी थे, जो मेले की आधुनिकता को प्रदर्शित कर रहे थे। अंग्रेजी विभाग और पायसम संस्था के बच्चों द्वारा लगाए गए स्टॉल में खूबसूरत दिये और सजावट के सामान थे।
मेले में राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा दीपदान कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसमें विद्यार्थियों और अतिथियों ने मिलकर दीप जलाए और दीपावली की शुभकामनाएं दीं।
त्यौहार हमें एकजुट होने का अवसर देते हैं: डा. भावना
मुख्य अतिथि डा. भावना मिश्रा ने कहा कि हमारे त्यौहार हमें एकजुट होने का अवसर देते हैं और भारतीय संस्कृति की समरसता को दर्शाते हैं। वहीं, घनश्याम शाही ने स्वदेशी अपनाने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि मिट्टी के दीप जलाकर हम अपनी संस्कृति को संजीवनी दे सकते हैं।
नवयुग कन्या महाविद्यालय प्राचार्या प्रो. मंजुला उपाध्याय ने कहा कि दीपावली मेला छात्रों को न केवल अपनी पारंपरिक संस्कृति को समझने का अवसर देता है, बल्कि उन्हें रोजगार और आत्मनिर्भरता की दिशा में भी प्रेरित करता है।
इको-फ्रेंडली पहल का संदेश
महाविद्यालय की राष्ट्रीय कैडेट कोर इकाई ने इको-फ्रेंडली दीपावली को बढ़ावा देने के लिए हाथ से बने मिट्टी के दीप, वंदनवार और झालर का स्टॉल लगाया। इस पहल को मेजर (डॉ.) मनमीत कौर सोढ़ी के नेतृत्व में साकार किया गया, जो "वोकल फॉर लोकल" की भावना को प्रोत्साहित करता है।
सांस्कृतिक समिति और अन्य उपस्थित अतिथि
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन प्रो. सीमा सरकार ने किया। इस अवसर पर प्रो. माधुरी यादव, मोनिका अवस्थी, डा. स्नेहलता, डा. अंजना रामजीत यादव, और कई अन्य शिक्षाविदों ने भी अपनी उपस्थिति से आयोजन को सम्मानित किया। वहीं सांस्कृतिक समिति के सदस्य प्रो. सीमा पांडे, डा. अवनिका, डा. अपूर्वा अवस्थी और अन्य शिक्षकों ने आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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