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Lucknow News: डॉ. मुखर्जी की जयंती पर बोले- योगी PM मोदी ने डॉ. मुखर्जी के सपनों को किया साकार, कश्मीर में धारा 370 को किया समाप्त
Lucknow News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उनके योगदान को याद किया। सीएम ने बताया कि डॉ. मुखर्जी का जीवन राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए समर्पित था।
Lucknow News: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में एक बार फिर बादल फटने से भारी तबाही मच गई है। चौहारघाटी के सिल्हबुधानी क्षेत्र में कोरतंग के पास देर रात बादल फटने से नुकसान हुआ, हालांकि किसी के जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है। बीते सोमवार को भी मंडी में कई स्थानों पर बादल फटने से भारी नुकसान हुआ था। इस बीच, मौसम विभाग ने रविवार को हिमाचल प्रदेश के मंडी, कांगड़ा और सिरमौर जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इन इलाकों के लिए रेड अलर्ट भी जारी किया गया है।
हिमाचल प्रदेश के सात जिलों, ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, चंबा, कुल्लू, शिमला और सोलन के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, कांगड़ा, चंबा, मंडी, शिमला और सिरमौर जिलों के कुछ हिस्सों में बाढ़ आने की संभावना जताई गई है।
हिमाचल प्रदेश में 7-8 जुलाई को मौसम विभाग ने पूरे राज्य के लिए ऑरेंज अलर्ट और 9 जुलाई को येलो अलर्ट जारी किया है। शनिवार को कांगड़ा समेत कई जिलों में भारी बारिश हुई। इस बीच, नादौन और कांगड़ा में दो शव मिले हैं। नादौन में ब्यास नदी के किनारे एक शव मिला, जिसकी पहचान मंडी के पंगलियुर के इंद्रदेव के रूप में हुई। अब मंडी जिले में प्राकृतिक आपदा में मरने वालों की संख्या 18 हो गई है।
फ्लाइट्स रद्द
शनिवार को भारी बारिश के कारण दिल्ली और चंडीगढ़ से कोई भी फ्लाइट गगल एयरपोर्ट नहीं पहुंच पाई और चारों फ्लाइट्स रद्द कर दी गईं। इनमें इंडिगो और स्पाइसजेट की फ्लाइट्स शामिल थीं। बारिश और भूस्खलन के कारण राज्य में 239 सड़कें बंद हैं। इसके साथ ही 258 ट्रांसफॉर्मर और 289 पानी की स्कीमें भी ठप हो गई हैं। सबसे ज्यादा 176 सड़कें मंडी जिले में बंद हैं। अब तक मानसून में 72 लोगों की मौत हो चुकी है और 566.87 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।
सीएम सुक्खू का बयान
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि मंडी में प्रभावित लोगों को हर संभव मदद दी जा रही है और वहां खच्चरों से राशन भेजा जा रहा है। इसके अलावा, राज्य सरकार ने आपदा प्रभावितों को हर महीने 5,000 रुपये मासिक किराया देने का निर्णय लिया है।
राहत कार्य और सेवाएं
राहत कार्य जारी है, जिसमें सेना, एनडीआरएफ और पुलिस के जवान शामिल हैं। थुनाग में दूरसंचार सेवाएं बहाल कर दी गई हैं और कुछ इलाकों में बिजली भी मिलनी शुरू हो गई है। थुनाग और जंजैहली में राशन बांटा जा रहा है। शनिवार को दो गर्भवती महिलाओं को जंजैहली से पैदल और गाड़ी से करसोग भेजा गया। लगभग 8-10 किमी का सफर पालकी में बिठाकर तय किया गया।
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