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सपा कार्यकर्ताओं ने की संत प्रेमानंदजी के स्वस्थ होने की कामना, कार्यालय के बाहर लगी होर्डिंग
Lucknow News: लखनऊ में सपा कार्यकर्ताओं ने संत प्रेमानंद जी के लिए लगाई प्रार्थनात्मक होर्डिंग, श्रद्धा को बताया राजनीति से परे
सपा कार्यकर्ताओं ने की संत प्रेमानंदजी के स्वस्थ होने की कामना (photo: social media )
Lucknow News: लोगों को धर्म, आध्यात्म, प्रेम, समर्पण, त्याग, श्रद्धा और भक्ति जैसे शब्दों का असल मतलब समझाकर जन जन के दिलों में अपनी जगह बनाने वाले संत प्रेमानंद महाराज के स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थनाओं का दौर जारी है। इसी बीच लखनऊ के समाजवादी पार्टी कार्यालय के बाहर लगी एक भावनात्मक होर्डिंग ने लोगों का ध्यान खींचा है। इस होर्डिंग में अखिलेश यादव और संत प्रेमानंदजी की तस्वीर के साथ लिखा है। 'हे प्रभु, दीजिए ऐसी कृपा की छांव, फिर खिले प्रेमानंद जी के मुख पर मुस्कान की छांव।' समाजवादी कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह राजनीति नहीं, बल्कि संत के प्रति श्रद्धा और सम्मान की अभिव्यक्ति है। हाल के दिनों में प्रेमानंदजी की तबीयत को लेकर देशभर में उनके भक्तों के बीच चिंतन और प्रार्थनाओं का दौर तेज हो गया है।
श्रद्धा से प्रेरित पहल, सपा कार्यकर्ताओं की भावनात्मक अपील
लखनऊ में बुधवार रात समाजवादी पार्टी के मुख्यालय के बाहर सपा कार्यकर्ताओं की ओर से यह अनोखी होर्डिंग लगाई गई है। इसमें प्रेमानंद महाराज के प्रति कार्यकर्ताओं की गहरी आस्था झलकती है। इस होर्डिंग को सपा कार्यकर्ता रूमेश यादव और सुजीत यादव ने अपने निजी प्रयासों से लगवाया है। उनका कहना है कि प्रेमानंदजी उनके जीवन के आध्यात्मिक प्रेरणास्रोत हैं। रूमेश यादव ने बताया कि महाराजजी हमारे मार्गदर्शक हैं। जब समाज को जोड़ने वाले ऐसे संत अस्वस्थ होते हैं, तो यह हम सबके लिए चिंता की बात है। हमने बस उनकी भलाई के लिए प्रार्थना की है।' सोशल मीडिया पर भी इस पहल की खूब चर्चा हो रही है, जहां लोग इसे 'राजनीति से परे भक्ति की मिसाल' बता रहे हैं।
अखिलेश यादव के समर्थकों ने बढ़ाई मुहिम, दरगाह पर चढ़ाई चादर
आपको बता दें कि इससे पहले मंगलवार को सपा नेता मोहम्मद अखलाक ने मॉल एवेन्यू की प्रसिद्ध दादा मियां की दरगाह पर संत प्रेमानंदजी की सलामती के लिए चादर चढ़ाई थी। उन्होंने कहा कि प्रेमानंद महाराज जैसे संत समाज में प्रेम और एकता का संदेश देने वाले हैं, जिनकी जरूरत आज हर वर्ग को है। इस पहल को 'सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल' के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि इसमें मंदिर और दरगाह दोनों स्थलों से एक ही स्वर में दुआएं मांगी जा रही हैं। भक्तों का कहना है कि यह पहल प्रेम, सद्भाव और आध्यात्मिक एकता की प्रतीक बन गई है।
राजनीति से परे एकता और आध्यात्मिकता का संदेश
सपा कार्यालय के बाहर लगी यह होर्डिंग केवल पोस्टर नहीं, बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों को जोड़ने वाला भावनात्मक संदेश बन गई है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने इसे पूरी तरह भक्ति और इंसानियत की भावना से जोड़ा है। सुजीत यादव ने कहा कि महाराजजी के प्रवचन से हमने सकारात्मक सोच सीखी है। वे धर्म नहीं, मनुष्य को जोड़ने की बात करते हैं। यही कारण है कि प्रेमानंदजी के स्वस्थ होने की प्रार्थना केवल उनके भक्त ही नहीं, बल्कि आम लोग भी कर रहे हैं।
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