Mathura News: मथुरा में पराली जलाने पर जिलाधिकारी ने दिखाई सख्ती, अधिकारियों को दिए कड़े निर्देश

Mathura News : मथुरा में पराली जलाने पर DM की सख्ती, किसानों को जागरूक करने और गौशालाओं तक पराली पहुंचाने के निर्देश जारी

Amit Sharma
Published on: 9 Oct 2025 5:24 PM IST
Mathura News: मथुरा में पराली जलाने पर जिलाधिकारी ने दिखाई सख्ती, अधिकारियों को दिए कड़े निर्देश
X

 Mathura News

Mathura News : प्रदेश में पराली जलाने की सबसे अधिक घटनाएं जनपद मथुरा में दर्ज की गई हैं। इस पर गंभीर रुख अपनाते हुए जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह ने अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में निरंतर भ्रमणशील रहें और पराली जलाने की घटनाओं पर तत्काल अंकुश लगाएं।जिलाधिकारी ने बैठक के दौरान निर्देश दिए कि सभी ग्राम प्रधान, सचिव, लेखपाल व संबंधित अधिकारी किसानों से संवाद स्थापित करें।

किसानों को प्रेरित किया जाए कि वे पराली जलाने के बजाय उसे बेचें या गौशालाओं तक पहुंचाएं। जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को आदेश दिया कि ट्रैक्टरों के माध्यम से किसानों की पराली को खेतों से उठाकर गौशालाओं में भिजवाया जाए। साथ ही, पराली को विभिन्न स्थानों से क्रय कर सीबीजी प्लांट तक पहुंचाने के भी निर्देश दिए गए।

बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय और राष्ट्रीय हरित अधिकरण एनजीटी ने फसल अवशेष जलाने को दंडनीय अपराध घोषित किया है। उन्होंने कृषकों से अपील की कि पराली जलाने से न केवल पर्यावरण प्रदूषित होता है, बल्कि भूमि के पोषक तत्व नष्ट होते हैं और लाभदायक कीट भी मर जाते हैं, जिससे फसल की गुणवत्ता व उत्पादन पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।

जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि फसल अवशेष जलाने की पुष्टि होने पर 2 एकड़ तक के खेत के लिए ₹5,000, 2 से 5 एकड़ तक के लिए ₹10,000 और 5 एकड़ से अधिक क्षेत्र के लिए ₹30,000 तक का पर्यावरण मुआवजा वसूला जाएगा। पुनरावृत्ति होने पर अर्थदंड और कारावास की कार्रवाई भी की जाएगी।

उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि बिना सुपर स्ट्रा मैनेजमेंट सिस्टम वाले कंबाइन हार्वेस्टर पकड़े जाने पर उन्हें तत्काल सीज कर दिया जाएगा। जिलाधिकारी ने किसानों को आगाह किया कि रात या सुबह के समय पराली जलाने पर भी उपग्रह से वास्तविक समय (रीयल टाइम) में सूचना मिल जाती है, इसलिए कोई भी घटना छिपाई नहीं जा सकती।अंत में जिलाधिकारी ने किसानों से अपील की कि पराली को खेतों में न जलाएं, बल्कि मृदा की उर्वरता बढ़ाने के लिए उसे सड़ाकर मिट्टी में मिलाएं।

1 / 4
Your Score0/ 4
Shalini Rai

Shalini Rai

Mail ID - [email protected]

Next Story

AI Assistant

Online

👋 Welcome!

I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!