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अवैध पटाखा फैक्ट्री धमाके के बाद अलर्ट मोड पर लखनऊ प्रशासन, गोसाईंगंज में CFO ने किया निरीक्षण
Lucknow News: दिवाली के करीब आने से जिला प्रशासन एक्शन मोड में, आतिशबाजी विक्रय स्थलों की सुरक्षा जांच शुरू।
अवैध पटाखा फैक्ट्री धमाके के बाद अलर्ट मोड पर लखनऊ प्रशासन (photo: social media )
Lucknow News: राजधानी लखनऊ के गुडंबा थाना क्षेत्र के बेहटा गांव में लंबे समय से संचालित हो रही अवैध पटाखा फैक्ट्री में हुए धमाकों ने शहर भर में हड़कंप मचा दिया था। इस हादसे ने प्रशासन को आतिशबाजी से जुड़ी अव्यवस्थित और असुरक्षित तैयारियों को गंभीरता से सोचने पर मजबूर कर दिया। दिवाली का पर्व नजदीक होने के कारण अब जिला प्रशासन एक्शन मोड में है, जिसके चलते अब आतिशबाजी विक्रय स्थलों पर सुरक्षा मानकों की जांच शुरू कर दी गई है। इसी के चलते सीएफओ अंकुश मित्तल ने लखनऊ के गोसाईंगंज इलाके में आतिशबाजी से जुड़ी कई दुकानों और भंडारण स्थलों का गहन निरीक्षण किया। उन्होंने व्यापारियों को चेताया कि अगर किसी ने सुरक्षा नियमों की अनदेखी की तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
बेहटा गांव विस्फोट के बाद अलर्ट मोड पर आया लखमऊ प्रशासन
आपको बता दें कि लखनऊ के गुडंबा थाना क्षेत्र के बेहटा गांव में अवैध पटाखा फैक्ट्री में हुए धमाके ने पूरे शहर को दहला दिया था। इस घटना के बाद पुलिस और प्रशासन ने मिलकर सभी पटाखा बनाने और बेचने वालों पर निगरानी तेज कर दी है। लगातार अलग अलग इलाकों में चल रही छापेमारी और जांच में सामने आया कि कई जगह पर बिना अनुमति और सुरक्षा मानकों की अनदेखी करते हुए विस्फोटक पदार्थों का भंडारण किया जा रहा था। प्रशासन ने साफ किया कि अब आतिशबाजी के भंडारण के मामले में लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं होगी। अवैध कारोबारियों पर न केवल केस दर्ज होंगे बल्कि फैक्ट्रियों और दुकानों को तुरंत सील किया जाएगा।
गोसाईंगंज में सुरक्षा व्यवस्था को परखने के लिए CFO ने किया निरीक्षण
इसी के चलते सीएफओ अंकुश मित्तल ने गोसाईंगंज क्षेत्र में आतिशबाजी विक्रय स्थलों का गहन निरीक्षण किया। उन्होंने विक्रय स्थल पर अग्निशमन यंत्रों की उपलब्धता के साथ साथ निकासी मार्ग और विस्फोटक पदार्थों के सुरक्षित भंडारण की स्थिति का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान आतिशबाजी व्यापारियों को सख्त निर्देश दिए गए कि सभी अग्निशमन यंत्र सदैव सक्रिय रहने चाहिए। साथ ही श्रमिकों को आग बुझाने और आपातकालीन हालात से निपटने का प्रशिक्षण देना अनिवार्य होगा। सीएफओ ने कहा कि प्रशासन का मकसद सिर्फ सख्ती करना नहीं बल्कि लोगों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
त्योहार पर सुरक्षित माहौल की तैयारी
बताते चलें कि दीपावली पर्व के दौरान पटाखों की खपत सबसे अधिक होती है, ऐसे में लापरवाही बड़ा खतरा बन सकती है। प्रशासन ने गुडंबा इलाके में हुए हादसे के बाद सुरक्षा कवच मजबूत करने की पहल तेज कर दी है। अफसरों ने दुकानदारों को निर्देश दिया कि वे केवल लाइसेंस प्राप्त सामान ही बेचें और किसी भी तरह का अवैध स्टॉक तुरंत हटाएं।
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