Mathura News: मथुरा जेल की महिला बंदियों ने बनाई पर्यावरण संरक्षक राखियां, जैपनिज तकनीक से क्रोशिया का इस्तेमाल

Mathura News: महिला बंदियां इस बार रक्षाबंधन पर्व को खास बनाने में जुटी हैं। वे अपनी सृजनात्मकता और आत्मबल का परिचय देते हुए जैविक सामग्री से विशेष राखियां तैयार कर रही हैं।

Amit Sharma
Published on: 7 Aug 2025 11:49 AM IST
Mathura News: मथुरा जेल की महिला बंदियों ने बनाई पर्यावरण संरक्षक राखियां, जैपनिज तकनीक से क्रोशिया का इस्तेमाल
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Mathura jail rakhi

Mathura News: मथुरा जेल की महिला बंदियां इस बार रक्षाबंधन पर्व को खास बनाने में जुटी हैं। वे अपनी सृजनात्मकता और आत्मबल का परिचय देते हुए जैविक सामग्री से विशेष राखियां तैयार कर रही हैं। इन राखियों की खास बात यह है कि इन्हें बीज, सूखे फूल, रंगीन धागे और चमकते मोतियों से सजाया जा रहा है। रक्षाबंधन के बाद इन राखियों को बोकर पौधे उगाए जा सकेंगे, जिससे पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा।

इन बंदियों को राखी बनाने का प्रशिक्षण खजानी वेलफेयर सोसाइटी द्वारा दिया जा रहा है। प्रशिक्षण में जैपनिज तकनीक से क्रोशिया (Crochet) का प्रयोग प्रमुख रूप से कराया जा रहा है। महिला बंदियां बड़ी लगन से इस तकनीक को सीख रही हैं और सुंदर-सुंदर राखियां तैयार कर रही हैं। इसके अलावा मशीनों और अन्य जैविक सामग्रियों की सहायता से भी राखियां बनाई जा रही हैं।

राखियों को मथुरा जेल के बाहर स्टॉल लगाकर बिक्री के लिए प्रस्तुत किया जाएगा। इससे न केवल इन बंदियों को एक नया आत्मविश्वास मिलेगा, बल्कि समाज में उनकी सृजनात्मकता को भी पहचान मिलेगी।

जेल अधीक्षक अंशुमन गर्ग ने बताया कि महिला बंदियों को केवल दंडित करने की भावना से नहीं, बल्कि उन्हें समाज की मुख्यधारा में वापस लाने की सोच से यह पहल की गई है। उन्होंने बताया कि सभी महिला बंदियों को निशुल्क प्रशिक्षण और आवश्यक सामग्री भी उपलब्ध कराई जा रही है।

इस पहल से जेल की महिला बंदियां अब आत्मनिर्भरता और नवाचार की दिशा में एक सकारात्मक कदम बढ़ा रही हैं। रक्षाबंधन जैसे सांस्कृतिक पर्व को पर्यावरण संरक्षण से जोड़कर यह अनूठी पहल समाज में एक नई मिसाल पेश कर रही है।

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Shalini Rai

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