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Sitapur News: पत्रकार राघवेंद्र वाजपेई हत्याकांड: फरार चल रहे एक-एक लाख के इनामी दोनों शूटर पुलिस मुठभेड़ में ढेर
Sitapur News: बुधवार व गुरुवार की मध्य रात्रि यूपी STF टीम की बीते दिनों सीतापुर जिले में दैनिक जागरण के पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी की दिन दहाड़े बेरहमी से हत्या करने वाले खूंखार बदमाशों के साथ मुठभेड़ हो गयी।
Raghvendra murder case
Sitapur News: पिसावा थाना क्षेत्र में गुरुवार सुबह हुई मुठभेड़ में पत्रकार राघवेंद्र वाजपेई हत्याकांड में वांछित दोनों इनामी शूटर मारे गए। स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और पिसावा पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में यह बड़ी सफलता मिली है। दोनों बदमाशों पर ₹1-1 लाख का इनाम घोषित था और वे पिछले पांच महीनों से फरार चल रहे थे।गौरतलब है कि 8 मार्च 2025 को पत्रकार राघवेंद्र वाजपेई की दिनदहाड़े हाईवे पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस सनसनीखेज वारदात ने पूरे राज्य को झकझोर दिया था।
घटना के बाद से ही पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई थी।गुरुवार सुबह STF और पिसावा पुलिस को सूचना मिली कि दोनों शूटर क्षेत्र में छिपे हुए हैं। जब पुलिस ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की तो बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं। मुठभेड़ के दौरान दोनों आरोपी गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।पुलिस ने घटनास्थल से अवैध हथियार भी बरामद किए हैं। मृतकों की पहचान राघवेंद्र हत्याकांड में नामजद शूटरों के रूप में की गई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इन दोनों की लंबे समय से तलाश की जा रही थी और आज की कार्रवाई को बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है।
पत्रकार की हत्या के बाद पूरे प्रदेश में फैली थी सनसनी
आपको बता दें कि बीते 8 मार्च को सीतापुर के नेशनल हाईवे पर जागरण के पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस सनसनीखेज हत्याकांड ने पूरे उत्तर प्रदेश में हड़कंप मचा दिया था। बताया जा रहा था कि राघवेंद्र की खोजी पत्रकारिता के कारण कई आपराधिक गिरोहों से उनकी अच्छी खासी दुश्मनी हो गयी थी, जिसके चलते राघवेंद्र अपराधियों के निशाने पर थे। जांच के दौरान हत्या की वारदात न सिर्फ प्लानिंग के तहत हुई थी बल्कि इसमें पेशेवर शूटरों की भूमिका सामने आई थी। अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए यूपी STF और पुलिस की कई टीमें लगातार दबिश दे रही थीं।
पिसावां क्षेत्र में हुई मुठभेड़, ढेर हुए 1-1 लाख के इनामी बदमाश
मिली जानकारी के मुताबिक इस हत्याकांड के बाद पुलिस की ओर से दोनों अपराधियों पर 1-1 लाख का इनाम घोषित किया गया था। इसी बीच देर रात यूपी STF को मिली सूचना के आधार पर पिसावां क्षेत्र में घेराबंदी की गई और मुठभेड़ में दोनों को गोली लगी। गोली लगने के बाद दोनों घायल अपराधियों को स्थानीय सीएचसी ले जाया गया, फिर हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल रेफर किया गया।अस्पताल में इलाज के दौरान दोनों बदमाशों को मृत घोषित कर दिया गया। मुठभेड़ के बाद यूपी STF ने इनके पास से हाईटेक हथियार और आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की है।
पत्रकार की हत्या से पहले भी कई संगीन वारदातें
यूपी STF की टीम ने बताया कि बदमाश राजू उर्फ रिजवान ने साल 2006 में लखीमपुर खीरी में उपनिरीक्षक परवेज अली की धारदार हथियारों से काटकर हत्या करने व उनकी सरकारी रिवाल्वर लूटने की वारदात को अंजाम दिया था। वहीं, संजय उर्फ शकील ने साल 2011 में सीतापुर के मचरहेता थाना क्षेत्र में देवी सहाय शुक्ल की गोली मारकर हत्या की थी। बताया जाता है कि दोनों भाइयों के खिलाफ हत्या, लूट और डकैती के दो दर्जन से ज्यादा मुकदमे दर्ज थे। दोनों बदमाश ये अंडरवर्ल्ड स्टाइल में काम करते थे और अपने अपराधों के लिए बार-बार पहचान बदलते रहते थे।
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