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Varanasi News: बनारस रेलवे स्टेशन पर पार्किंग वाले कर रहे लूट, अफसरों ने दिए जांच के आदेश

Varanasi News: प्रथम प्रवेश द्वार पर बाइक पार्किंग का 24 घंटे का किराया 2400 रुपये वसूला जा रहा है, जबकि साइकिल के लिए 1200 रुपये लिए जा रहे हैं। यह दरें यात्रियों के लिए भारी पड़ रही हैं।

Ajit Kumar Pandey
Published on: 14 Jun 2025 5:51 PM IST
Illegal collection of parking taxes at Banaras railway station
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बनारस रेलवे स्टेशन पर पार्किंग वाले कर रहे अवैध वसूली (Photo- Newstrack)

Varanasi News: वाराणसी। बनारस रेलवे स्टेशन (मंडुआडीह) पर पार्किंग व्यवस्था पूरी तरह अव्यवस्थित हो गई है। यहां साइकिल, मोटरसाइकिल और कार पार्किंग में संचालक मनमानी कर रहे हैं। स्टेशन के प्रथम और द्वितीय प्रवेश द्वार पर पार्किंग संचालकों ने किराए की दरें इतनी बढ़ा दी हैं कि यात्रियों को हैरानी हो रही है। खासकर प्रथम प्रवेश द्वार पर बाइक पार्किंग का 24 घंटे का किराया 2400 रुपये वसूला जा रहा है, जबकि साइकिल के लिए 1200 रुपये लिए जा रहे हैं। यह दरें यात्रियों के लिए भारी पड़ रही हैं। इस मामले को लेकर स्थानीय समाजसेवी डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने रेलवे के डीआरएम और अन्य उच्च अधिकारियों से शिकायत की। उनकी शिकायत के बाद सीनियर डीसीएम ने इसकी जांच के आदेश दे दिए हैं।

पार्किंग शुल्क में भारी अंतर, यात्रियों को परेशानी

महमूरगंज निवासी डॉ. राजेश कुमार श्रीवास्तव ने रेल अधिकारियों को बताया कि प्लेटफॉर्म संख्या एक के पास बाइक पार्किंग का किराया 24 घंटे के लिए 2400 रुपये तय किया गया है, यानी प्रति घंटे 100 रुपये। वहीं, साइकिल के लिए 24 घंटे का किराया 1200 रुपये है। इसके अलावा, प्रथम और द्वितीय प्रवेश द्वार पर पार्किंग शुल्क में भी अंतर है, जो और भी हैरान करने वाला है। डॉ. श्रीवास्तव का कहना है कि इतना ऊंचा किराया किसी भी रेलवे स्टेशन पर शायद ही देखने को मिले। उन्होंने इसे गंभीर मुद्दा बताते हुए रेलवे से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। वहीं यात्रियों का कहना है कि यह दरें उनकी जेब पर भारी पड़ रही हैं और पार्किंग संचालकों की मनमानी से वे परेशान हैं।

रोजाना 40 हजार यात्रियों की आवाजाही, समस्या गंभीर

बनारस रेलवे स्टेशन से रोजाना 35 से 40 ट्रेनें विभिन्न दिशाओं के लिए चलती हैं, जिनमें शिवगंगा, काशी विश्वनाथ, बनारस-नई दिल्ली सुपरफास्ट, बनारस-पुणे, बुंदेलखंड, बनारस-देहरादून और जन शताब्दी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें शामिल हैं। इस स्टेशन से प्रतिदिन 35 से 40 हजार यात्री आते-जाते हैं। इतनी बड़ी संख्या में यात्रियों की आवाजाही के बावजूद पार्किंग व्यवस्था में सुधार नहीं हो पाया है। पिछले कई दिनों से पार्किंग संचालकों की अवैध वसूली की शिकायतें मिलती रही हैं, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इससे संचालकों की दबंगई और बढ़ गई है, जिससे यात्रियों को नुकसान हो रहा है।

जांच के आदेश, सख्त कार्रवाई का भरोसा

इस मामले में पूर्वोत्तर रेलवे के सीनियर डीसीएम शेख रहमान ने कहा कि उन्हें शिकायत मिली है और यह मामला गंभीर है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि इसकी जांच के लिए एक कमेटी बनाई जाएगी। जांच के बाद दोषी व्यक्ति या संस्था के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। उनका कहना है कि रेलवे यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता देता है, इसलिए इस समस्या को जल्द हल किया जाएगा।

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