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फिर जलेगा हिंदुस्तान? जिसे भारत ने मारा था, वो फिर ज़िंदा हो गया!" – बहावलपुर में जैश का आतंकी अड्डा दोबारा सक्रिय
Jaish-e-Mohammed training: अब एक बार फिर वही बहावलपुर – पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय – फिर से जहर उगलने लगा है। जो जगह कुछ महीनों पहले तक खामोश थी, वहां अब फिर से ट्रेनिंग हो रही है।
Jaish-e-Mohammed training: भारत ने सोचा था कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद बहावलपुर के आतंक की नींव हिला दी गई है। पहलगाम हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने जब पाकिस्तान के भीतर घुसकर 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया, तो दुनिया ने माना कि भारत अब चुप बैठने वाला नहीं है। लेकिन शायद पाकिस्तान को न सबक समझ आता है, न संकेत। अब एक बार फिर वही बहावलपुर – पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय – फिर से जहर उगलने लगा है। जो जगह कुछ महीनों पहले तक खामोश थी, वहां अब फिर से ट्रेनिंग हो रही है। हथियार उठाए जा रहे हैं। और सबसे खौफनाक तस्वीर जो सामने आई है – वह है आतंकियों के लिए बनाए गए स्विमिंग पूल की, जिसमें जैश के लड़ाके तैराकी की ट्रेनिंग ले रहे हैं।
स्विमिंग पूल में तैरता आतंक, फिर होगी घुसपैठ की साजिश?
इस बार जो तस्वीर वायरल हुई है, वह सिर्फ एक फोटो नहीं – यह आने वाले तूफान की चेतावनी है। इस फोटो में दिखता है एक खूबसूरत सा स्विमिंग पूल... लेकिन ये पूल इंसानों के लिए नहीं, भारत के खिलाफ जंग लड़ने वालों की नर्सरी है। बताया जा रहा है कि जैश-ए-मोहम्मद के नए आतंकियों को तैराकी की ट्रेनिंग दी जा रही है, ताकि वे नदियों के रास्ते कश्मीर में घुसपैठ कर सकें। और यही ट्रेंड पहले भी दिखा है – पुलवामा हमले के चारों आतंकियों को इसी पूल में ट्रेनिंग दी गई थी। ये केवल संयोग नहीं, बल्कि एक सोची-समझी रणनीति है – पाकिस्तान अब फिर से अपने पुराने हथियारों को धार दे रहा है।
बहावलपुर – आतंक की राजधानी, जहां जैश का हर वार तैयार होता है
बहावलपुर कोई आम शहर नहीं है। यह मसूद अजहर का गढ़ है। यही पर स्थित है “मरकज सुब्हान अल्लाह” – जो जैश-ए-मोहम्मद का केंद्र और आतंक की प्रयोगशाला है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने यहां हमला कर इस अड्डे को नष्ट किया था। कर्नल सोफिया कुरैशी ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया था कि यह स्थान एलओसी से 100 किमी भीतर है, यानी गहराई में घुसकर भारत ने पाकिस्तान को जवाब दिया था। उस हमले में मसूद अजहर के कुछ रिश्तेदार भी मारे गए थे। लेकिन पाकिस्तान की सेना और आईएसआई ने अब उसी जले हुए अड्डे की राख से फिर एक जहरीली चिंगारी जला दी है।
जैश की आतंकी फैक्ट्री में इंसान नहीं, हथियार तैयार हो रहे हैं!
जैश में शामिल होने की पहली शर्त – तैराक होना ज़रूरी है। यकीन नहीं होता? लेकिन यह सच है। बहावलपुर के उस आतंकी ट्रेनिंग कैंप में जो नई भर्ती होती है, उसे सबसे पहले स्विमिंग पूल में उतारा जाता है। जैश का मानना है कि आतंकियों को नदी पार कर भारत में घुसपैठ करनी है, इसलिए उन्हें पहले पानी का हथियार बनाना होगा। यही कारण है कि उस पूल को फिर से चालू कर दिया गया है – जिसे ऑपरेशन सिंदूर के बाद बंद किया गया था। इसका मतलब साफ है – एक और पुलवामा की तैयारी हो रही है!
पाकिस्तान का अगला कदम कितना खतरनाक हो सकता है?
भारत जानता है कि पाकिस्तान के किसी वादे पर भरोसा नहीं किया जा सकता। ऑपरेशन सिंदूर एक संदेश था कि अब भारत सिर्फ बात नहीं करेगा, कार्रवाई करेगा। लेकिन पाकिस्तान ने इस चेतावनी को नजरअंदाज किया, और अब वही ट्रेनिंग सेंटर दोबारा सक्रिय कर दिया गया है। ये वही पैटर्न है – पहले ट्रेनिंग, फिर घुसपैठ, फिर धमाका और फिर झूठे बयान। इस बार तस्वीरें सामने आने का मतलब है कि पाकिस्तान अब खुलकर फिर से आतंक को पाल रहा है। अगर भारत ने फिर से जवाब दिया, तो ये ऑपरेशन सिंदूर पार्ट-2 भी हो सकता है – और इस बार शायद रुकने की जरूरत न पड़े।
दुनिया की आंखें बंद, लेकिन भारत को अब और सतर्क होना होगा!
यह अब सिर्फ भारत-पाक का मामला नहीं है। ये दुनिया की चुप्पी पर सवाल है। संयुक्त राष्ट्र, FATF, अमेरिका – सब जानते हैं कि जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ बहावलपुर में है। फिर भी पाकिस्तान को कोई सजा नहीं मिलती। अब जब तस्वीरों में साफ दिख रहा है कि वही कैंप फिर से जिंदा हो गया है, तो सवाल यह नहीं है कि पाकिस्तान क्या कर रहा है – सवाल यह है कि भारत क्या करेगा?
क्या फिर गूंजेगा एयरस्ट्राइक का शंखनाद?
क्या अब बहावलपुर को पूरी तरह मिटा दिया जाएगा? या फिर एक और हमला झेलने को मजबूर होगा हिंदुस्तान? इस बार जवाब और ज़्यादा तेज़, और ज़्यादा खतरनाक हो सकता है… क्योंकि ऑपरेशन सिंदूर अब एक अध्याय नहीं, एक चेतावनी है!
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