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विश्व युद्ध का खतरा! रूस ने US को दिया करारा जवाब, पुतिन बोले- 'कोई स्वाभिमानी देश नहीं झुकेगा'; मेदवेदेव ने कहा- यह 'युद्ध की कार्रवाई'!
Russia US Tension: रूस ने अमेरिकी टॉमहॉक मिसाइलों और तेल प्रतिबंधों के खिलाफ कड़ा जवाब दिया। पुतिन ने चेतावनी दी और मेदवेदेव ने इसे 'युद्ध की कार्रवाई' बताया। रूस और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ा।
Russia US Tension: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने स्पष्ट किया है कि यदि यूक्रेन को रूस के भीतर तक हमला करने में सक्षम लंबी दूरी के हथियार जैसे टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें दी जाती हैं, तो रूस की प्रतिक्रिया “भारी और चौंकाने वाली” होगी। पुतिन यह बात यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की द्वारा रूसी क्षेत्र में हमला करने की क्षमता रखने वाले हथियार हासिल करने की संभावना पर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कही। पुतिन ने कहा कि अमेरिका द्वारा रूस की दो बड़ी तेल कंपनियों पर नए प्रतिबंध लगाने और ट्रंप-पुतिन बुडापेस्ट शिखर सम्मेलन रद्द होने के बाद की परिस्थितियाँ रूस पर दबाव डालने की कोशिश हैं। इसके साथ ही, रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने इन नए अमेरिकी प्रतिबंधों को “रूस के खिलाफ युद्ध की कार्रवाई” बताया है। रूस के पूर्व राष्ट्रपति और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव ने कहा है, "अगर अभी भी किसी को कोई संदेह है, तो स्पष्ट कर दूँ। अमेरिका हमारा विरोधी है। उनका दिखावा करने वाला 'शांति रक्षक' अब पूरी तरह से रूस के खिलाफ युद्ध की राह पर है।"
रूस और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच होने वाला बुडापेस्ट शिखर सम्मेलन रद्द कर दिया गया है। इसकी घोषणा बुधवार को ट्रंप ने की थी। इसके बाद अमेरिका ने रूस की दो प्रमुख तेल कंपनियों – रुक ऑयल और रोजनेफ्ट – पर नए प्रतिबंध लगाए। ये दोनों कंपनियां रूस के कुल तेल उत्पादन का लगभग 50 प्रतिशत निकालती हैं। यूक्रेन लंबे समय से अमेरिका से लंबी दूरी की टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें प्राप्त करने की मांग कर रहा है। ये मिसाइलें लगभग 1,600 किलोमीटर तक मार करने में सक्षम हैं और अमेरिकी नौसेना द्वारा इस्तेमाल की जाती हैं। यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा है कि इन मिसाइलों का उपयोग केवल रूसी सैन्य ठिकानों पर ही होगा। इसी नए परिदृश्य में राष्ट्रपति पुतिन ने अपना ताजा बयान दिया है, जिसमें उन्होंने अमेरिका और उसके कदमों पर चेतावनी जारी की है।
कोई भी देश बाहरी दबाव के आगे नहीं झुक सकता
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है, "कोई भी स्वाभिमानी देश बाहरी दबाव के आगे नहीं झुक सकता, खासकर रूस जैसा देश।" उन्होंने याद दिलाया कि रूस पर अधिकांश अमेरिकी प्रतिबंध ट्रंप के पहले कार्यकाल में ही लगाए गए थे। पुतिन ने बताया कि 16 अक्टूबर को बुडापेस्ट में उनकी ट्रंप से फोन पर हुई बातचीत में अमेरिकी राष्ट्रपति ने ही शिखर सम्मेलन का प्रस्ताव रखा था। पुतिन के अनुसार, "हमारा मानना है कि यह बैठक रद्द नहीं हुई, बल्कि स्थगित की गई है।" उन्होंने यह भी कहा कि संवाद किसी विवाद या युद्ध से बेहतर होता है और दोनों देश पर्दे के पीछे संपर्क बनाए हुए हैं। पुतिन ने चेतावनी दी कि रूस के कच्चे तेल पर लगाए गए अमेरिकी प्रतिबंध अमेरिकी उपभोक्ताओं को महंगे तेल के रूप में महसूस होंगे, क्योंकि ट्रंप का एक महत्वपूर्ण चुनाव आने वाला है।
रूस का जवाब भारी होगा
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर रूस पर टॉमहॉक मिसाइलों से हमला किया गया, तो इसका जवाब बेहद कड़ा और खतरनाक होगा। रूस के पूर्व राष्ट्रपति और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव पश्चिम के खिलाफ आक्रामक बयानों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने अपने घरेलू मैक्स चैनल पर लिखा, "जो भी निर्णय लिए गए हैं, वे रूस के खिलाफ युद्ध की कार्रवाई के बराबर हैं। ट्रंप अब पूरी तरह यूरोप के साथ जुड़ गया है।" मेदवेदेव ने कहा कि ट्रंप के इस नए रवैये का एक पक्ष सकारात्मक भी है। उनका कहना है कि अब यूक्रेन पर अनावश्यक बातचीत की परवाह किए बिना सीधे हमला किया जा सकता है और जितने की संभावना है, उसे जमीन पर और रणनीतिक रूप से हासिल किया जा सकता है, किसी मेज के पीछे नहीं।
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