खून से लथपथ मिशन! दुनिया की सबसे खतरनाक प्राइवेट आर्मी, जहां पहुंचती हैं वहां बरसाती है तबाही

World Dangerous Army: जानिए प्राइवेट मिलिट्री कंपनियों जैसे वैगनर, G4S और Academi के बारे में, उनकी वैश्विक संघर्षों में भूमिका और इनसे जुड़े विवादों के बारे में।

Akriti Pandey
Published on: 18 Oct 2025 11:00 AM IST
World Dangerous Army
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World Dangerous Army: दुनिया भर में प्राइवेट मिलिट्री कंपनियां (PMC) या निजी सेनाओं की संख्या और उन्हें जटिल और मुश्किल अभियानों के लिए इस्तेमाल करने का चलन तेजी से बढ़ रहा है। ये सेनाएं सरकारी सेनाओं के साथ मिलकर या उनके स्थान पर कार्य करती हैं। हालांकि, इनकी भूमिका कई बार विवादों में भी फंसी रहती है। आइए जानते हैं कुछ प्रमुख और खतरनाक प्राइवेट आर्मीज के बारे में।

वैगनर ग्रुप: रूस की खतरनाक प्राइवेट आर्मी

रूसी-समर्थित मर्सनरी ग्रुप वैगनर यूक्रेन संघर्ष के दौरान सुर्खियों में आया। यह एक निजी सेना है जो लंबे समय से यूक्रेन, अफ्रीका और सीरिया में सक्रिय है। वैगनर ग्रुप के संस्थापक प्रिगोजिन की एक हादसे में मौत के बाद भी इसका नेटवर्क मजबूत बना हुआ है। इस समूह ने रूस के खिलाफ विद्रोह भी किया था, और इसमें 20,000 से ज्यादा प्रशिक्षित लड़ाके शामिल हैं। वैगनर ग्रुप को दुनिया की सबसे खतरनाक प्राइवेट आर्मी के रूप में जाना जाता है, और इस पर मानवाधिकार उल्लंघन के आरोप भी लगाए गए हैं।

G4S: दुनिया की सबसे बड़ी प्राइवेट सिक्योरिटी फर्म

ब्रिटेन की G4S दुनिया की सबसे बड़ी प्राइवेट सिक्योरिटी फर्म है, जो अफ्रीका और लैटिन अमेरिका में सक्रिय है। इस प्राइवेट फर्म के पास 6 लाख से ज्यादा कर्मचारी हैं। G4S का इस्तेमाल इराक युद्ध के दौरान सेना के काफिलों की सुरक्षा के लिए भी किया गया था। हालांकि, इसे अफगान वारलॉर्ड्स के साथ अपने संबंधों के लिए विवादित भी माना जाता है।

Academi: इराक युद्ध में कुख्यात

अमेरिकी सेना दुनिया की सबसे ताकतवर सेना मानी जाती है, फिर भी वहां कई प्राइवेट आर्मीज मौजूद हैं। Academi ऐसी ही एक प्राइवेट मिलिट्री कंपनी है, जो इराक युद्ध में अपने काले कारनामों के लिए कुख्यात हुई। इस ग्रुप के पास भी 20,000 से ज्यादा सैनिक हैं, और इसमें हथियारबंद वाहन और हेलीकॉप्टरों का बेड़ा भी शामिल है। Academi का मुख्य उद्देश्य सुरक्षा प्रदान करना था, लेकिन इसके विवादित कार्यों ने इसे बदनाम किया।

Triple Canopy: विवादों में घिरी एक और अमेरिकी प्राइवेट आर्मी

अमेरिका की ही एक और प्राइवेट मिलिट्री कंपनी Triple Canopy है, जिसने इराक और अफगानिस्तान में अमेरिकी अनुबंधों पर काम किया। इस कंपनी में 5000 से ज्यादा कर्मचारी हैं। Triple Canopy पेशेवर होने के बावजूद विवादों में रही है, खासकर इराक और अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों के साथ उसके संबंधों के कारण।

ऐगिज डिफेंस सर्विसेज: अफ्रीका और मध्य पूर्व में सक्रिय

ब्रिटेन की ऐगिज डिफेंस सर्विसेज 5000 से ज्यादा कर्मचारियों के साथ अफ्रीका और मध्य पूर्व में सक्रिय है। इसके कर्मचारी मुख्य रूप से पूर्व सैनिक होते हैं, और यह कंपनी गुप्त ऑपरेशन्स और इंटेलिजेंस के लिए जानी जाती है। इस प्राइवेट सेना का संचालन पूर्व सैनिक जनरलों और खुफिया यूनिटों के प्रमुखों द्वारा किया जाता है, जो इसके खतरनाक ऑपरेशन्स में प्रमुख भूमिका निभाते हैं।

प्राइवेट आर्मीज: स्वतंत्रता और जोखिम

ज्यादातर प्राइवेट आर्मीज पूर्व सैनिकों को शामिल करके बनाई जाती हैं, जिन्हें खुफिया और सैन्य अभियानों में प्रशिक्षण दिया जाता है। इन सेनाओं के प्रमुख सैन्य जनरलों और खुफिया एजेंसियों के पूर्व प्रमुख होते हैं। इन आर्मीज का संचालन सरकारी अनुबंधों पर निर्भर रहता है, लेकिन उनकी स्वतंत्रता उन्हें खतरनाक बनाती है। उदाहरण के लिए, वैगनर ग्रुप ने रूस के खिलाफ विद्रोह कर यह साबित किया कि एक बार ताकतवर हो जाने के बाद ये संगठन काबू से बाहर हो सकते हैं, जो इनकी खतरनाक और अपार शक्ति को दर्शाता है।

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