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Last Sawan Somwar:शिव कृपा से खुलेगा भाग्य का द्वार, हाथ से न जाने दें सावन का आखिरी सोमवार
Last Sawan Somwar सावन का आखिरी सोमवार : सावन माह का आखिरी सोमवार 4 अगस्त को है, इस दिन भगवान शिव की आराधन के लिए उत्तम है, शुभ मुहूर्त में कुछ उपायों से भगवान शिव की निकटता मिलती है..
Last Sawan Somwar सावन का आखिरी सोमवार :इस बार सावन महीने में 4 सावन सोमवार पड़ा। 3 सोमवार बीत चुका है।आखिरी सावन का सोमवार 4 अगस्त को पड़ा। सावन का आखिरी सोमवार बहुत ही खास है, इस दिन एक-दो नहीं बल्कि कई शुभ योग बन रहे हैं, कामिका एकादशी का व्रत भी रखा जायेगा। सावन का महीना अब जल्द ही समाप्त होने वाला है और सावन का आखिरी सोमवार 4 अगस्त को पड़ रहा है।
सावन का महीना भगवान शिव का प्रिय महीना है और इसलिए इस महीने में चारों ओर केवल भोले बाबा के नाम के ही जयकारे होते हैं। मान्यताओं के अनुसार सावन के सोमवार भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए महत्वपूर्ण बताए गए हैं। भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए और उनकी कृपा पाने के लिए अब केवल एक ही सावन सोमवार है।
सावन सोमवार पूजा विधि
सावन मास भगवान शिव और माता गौरी को समर्पित है, जिसे पवित्र माह माना जाता है। इस मास में भक्त भगवान शिव और माता गौरी के व्रत कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। श्रावण सोमवार और मंगला गौरी जैसे व्रत इस मास में किए जाते हैं। भक्त श्रावण मास के दौरान व्रत करने का संकल्प लेते हैं या अगले सोलह सप्ताह व्रत करने का संकल्प लेते हैं, जिससे वे भगवान शिव और माता गौरी की कृपा प्राप्त कर सकें।
ब्रह्म मुहूर्त से पहले उठकर स्नान कर लेना चाहिए। इस दिन प्रयास करें कि हरे रंग के वस्त्र को धारण करें क्योंकि ये रंग भगवान शिव और माता पार्वती को प्रिय माना जाता है। इसके सिवा आप सफेद या पीले रंग के वस्त्रों को भी धारण कर सकते हैं। शांत मन से भगवान शिव के आगे बैठें , हाथ में फूल रख व्रत का संकल्प लें। शिवलिंग पर पंचामृत (दूध, दही, शहद, घी, शक्कर) से जलाभिषेक करें। जलाभिषेक के दौरान पंचाक्षर मंत्र (ऊँ नम शिवाय) का उच्चारण करें। पुष्प, धतूरा, भांग, बेलपत्र, फल और मिठाई शिवलिंग पर अर्पित करें। भगवान शिव से अपनी गलतियों के लिए क्षमा मांगे और मनोकामना करें। व्रत के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करें। किसी के प्रति अपने मन में द्वेष ना रखें और भगवान के नाम का जाप करें।
सावन का पूजा समय
सावन में इस दिन कई शुभ योग बन रहे हैं और ये समय भगवान शिव की उपासना के लिए अनुकूल रहने वाला है। ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 .20 मिनट से लेकर सुबह के 5.2 मिनट तक रहने वाला है। ब्रह्म मुहूर्त के साथ अन्य कई शुभ योग इस दिन बनते नजर आ रहे हैं। लेकिन सनातन परंपरानुसार ब्रह्म मुहूर्त में पूजा अर्चना करने का विशेष महत्व होता है।
अभिजीत मुहूर्त - 12:06 PM – 12:59 PM
अमृत काल - 01:46 AM – 03:31 AM
ब्रह्म मुहूर्त - 04:26 AM – 05:14 AM
सर्वार्थसिद्धि योग - Aug 04 06:02 AM - Aug 04 09:12 AM
सोमवार का उपाय
सोमवार के दिन भगवान शिव और चंद्रमा की पूजा करने से जीवन में सुख, शांति और मानसिक स्थिरता की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान शिव को जल, बेलपत्र और दूध अर्पित करना शुभ माना जाता है। सोमवार के उपायों में शिव मंत्रों का जाप करना, शिव चालीसा का पाठ करना और भगवान शिव की आराधना करना शामिल है। इन उपायों को करने से चंद्रमा और शिव ग्रह की स्थिति में सुधार होता है और जीवन में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं। सोमवार के दिन विशेष रूप से सफेद वस्त्र, चावल और दूध का दान करना लाभदायक होता है।
नोट : ये जानकारियां धार्मिक आस्था और मान्यताओं पर आधारित हैं। Newstrack.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।इसे सामान्य रुचि को ध्यान में रखकर लिखा गया है
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