Rahu Chandra Grahan Yog:15 दिन रहे सावधान! समय है घातक,किस पर मंंडराने वाले है काले बादल, जानिए ग्रहण योग असर

Rahu Chandra Grahan Yog : राहु चंद्र की युति से ग्रहण योग बनता है, जानिए कौन कौन हो रहा प्रभावित.

Suman  Mishra
Published on: 3 Sept 2025 7:04 AM IST (Updated on: 3 Sept 2025 11:03 AM IST)
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Grahan Dosh In Kumbh Rashi: 7 सितंबर को पूर्णिमा है, इसी दिन चंद्र ग्रहण लग रहा है। साथ ही पितृ पक्ष भी शुरु हो रहा है। लेकिन सबसे जरूरी ध्यान देने वाली बात ये है कि इससे पहले ग्रहण योग लग रहा है। ज्योतिष ग्रहों में चंद्र सबसे कम समय में ग्रह गोचर करने वाला ग्रह है। चंद्रमा पर ग्रहण भी लगता है। साथ ही ग्रहण योग भी चंद्रमा राहु के साथ मिलकर बनाते हैं जो अशुभ असर डालता है।

चंद्र ग्रहण के 7 सितंबर से पहले ग्रहण योग बन रहा है जो 3 दिन तक रहेगा और इसका अशुभ असर 15 दिन तक कुछ लोगों को झेलना पड़ सकता है।सौर मंडल के ग्रह एक निश्चित अवधि पर गोचर करके शुभ और अशुभ योग का निर्माण करते हैं। जिसका असर मानव जीवन और पृथ्वी पर पड़ता है। बता दें कि 6 सितंबर को चंद्रम कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे, जहां राहु ग्रह पहले से हैं। ऐसे राहु और चंद्रमा की युति कुंभ राशि में बनने जा रही है। जिससे ग्रहण योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का असर कुछ लोगों राशियों पर भी पड़ेगा। इसलिए इस दौरान सचेत रहने की जरूरत है, वरना जन-धन की हानि प्राकृतिक आपदा के संकेत मिलेंगे…

ग्रहण योग घातक

मिथुन राशि पर प्रभाव

मिथुन राशि वालों को सावधान रहें, इस दौरान कोई भी बड़ा फैसला लेने से बचें और वाद-विवाद से जितना हो सके, उतना दूर रहें। पैसे और रिश्तों से जुड़े मामले में सावधानी बरतें ।

तुला राशि के लिए ग्रहण योग हानिकारक

आपके लिए हानिकारक हो सकता है। क्योंकि राहु और चंद्रमा की युति आपकी गोचर कुंडली से छठे स्थान में बनेगी। इसलिए इस अवधि में आपको गुप्त शत्रु थोड़े परेशान हो सकते हैं। साथ ही जरूरी काम रुक सकते हैं। वहीं इस सयम सेहत का भी ध्यान रखें। इस दौरान आर्थिक मामलों में भी उतार-चढ़ाव रहेगा, इसलिए फिजूल खर्च से बचें और योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ें।

सिंह राशि के लिए ग्रहण योग प्रतिकूल

जातक के लिए समय प्रतिकूल हो सकता है। क्योंकि राहु और चंद्रमा की युति आपकी राशि से अष्टम भाव पर बनेगी। इसलिए इस समय सर्दी, बुखार का आ सकता है। इस समय आपको कार्यस्थल पर थोड़ी परेशानी हो सकती है। ऑफिस या कार्यक्षेत्र में आपके कार्यों पर सभी की नजर रहेगी, इसलिए हर कदम सोच-समझकर उठाएं। यदि नौकरी बदलने की सोच रहे हैं तो बिना सलाह लिए कोई बड़ा फैसला न लें। वहीं वाहन सावधानी से चलाएं।

मीन राशि के लिए नुकसान के योग

ग्रहण योग आप लोगों के लिए थोड़ा नुकसानदायक साबित हो सकता है। क्योंकि यह संयोग आपकी राशि से 12वें भाव में बनेगा। जिससे इस दौरान आपको फिजूल खर्चों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही इस दौरान आपको मानसिक तनाव का भी सामना करना पड़ेगा। वहीं इस समय आप कोई नई डील फाइनल करने से बचे, क्योंकि नुकसान के योग बन रहे हैं। इस समय निवेश करने से बचें, और यदि जरूरी हो तो अनुभवी व्यक्ति से सलाह लेकर ही कोई निर्णय लें। वहीं समय यात्राओं से बचना चाहिए।जब सूर्य और चंद्रमा राहु और केतु के कक्ष में आते हैं तब ग्रहण बनता है। वहीं, अगर सूर्य-केतु, सूर्य-राहु, चंद्र-केतु, चंद्र राहु की स्थिति बने तो पूर्ण ग्रहण बन जाता है।

ग्रहण योग क्या है

ग्रहण योग राहु के साथ सूर्य और चंद्रमा की युति होने पर बनता है। जब कुंडली में सूर्य और राहु एकसाथ हों या चंद्रमा और राहु एकसाथ हों तो यह ग्रहण बनता है। ग्रहण योग विपरीत परिणाम देने वाला योग होता है।इसके अलावा यदि किसी व्यक्ति की कुंडली के किसी भाव में सूर्य के साथ राहु भी हो तब सूर्य ग्रहण दोष लगता है। सूर्य किसी भी भाव में स्थित हो और सूर्य पर राहु की छाया पड़ रही हो तो भी जातक की कुंडली में सूर्य ग्रहण योग बनता है।इस योग के निर्माण से जातक को जीवन में असफलता मिलती है और आर्थिक तंगी बनी रहती है।

ग्रहण योग पर उपाय

चन्द्रमा और राहु या केतु के ग्रहण दोष से बचने के लिए सबसे अच्छा उपाय शिव जी की पूजा प्रतिदिन जल से कच्चे, दूध से ,अभिषेक करना लाभदायक होता है क्योंकि चन्द्रमा शिव जी की जटाओं में विराजमान है तथा शिव जी की पूजा से अति प्रसन्ना होता है। इसके अलावा चन्द्रमा देवता के यन्त्र को घर में पूजा की जगह विराजित करे और अपनी पूजा के समय (सुबह और शाम) यन्त्र का भी धूप दीप से पूजन करे चन्द्रमा के मंत्र ॐ श्राम श्रीम् श्रोम सः चन्द्रमसे नमः का जाप करे ।

इस योग के दौरान एक माला प्रतिदिन ऊं सोम सोमाय नम: का जाप करें। गरीब व्‍यक्‍ति को सोमवार को दूध का दान करें। महामृत्‍युंजय मंत्र का जाप करें। अगर कुंडली में चंद्रमा और राहु का योग है तो नियमित रूप से भगवान शिव की उपासना करें। सुबह-शाम शिव के मंत्रों का जाप करें। सोमवार के दिन भगवान शिव को जल अर्पित करें।

इन उपायों को करके जातक ग्रहण योग के दुष्प्रभावों से बच सकता हैं। तो फिर देर किस बात किसी योग्य ज्योतिषाचार्य से अपनी कुंडली दिखाएं और ज्योतिष के उपायों से खुद खुशहाल बनाने का काम करें।

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Suman  Mishra

Suman Mishra

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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