Rahukaal Time Raksha Bandhan :रक्षा बंधन पर भद्रा नही, राहुकाल का साया, इस समय राखी बांधने से बचें, मिलेगा अशुभ फल

Rahukaal Raksha Bandhan:इस बार रक्षा बंधन भद्रा मुक्त है, लेकिन राहुकाल का असर रहेगा, तो जानिए कब से कब तक राखी नहीं बांधना होगा,

Suman  Mishra
Published on: 8 Aug 2025 9:03 PM IST (Updated on: 9 Aug 2025 8:41 AM IST)
Rahukaal Time Raksha Bandhan :रक्षा बंधन पर भद्रा नही, राहुकाल का साया, इस समय राखी बांधने से बचें, मिलेगा अशुभ फल
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Rahukaal Raksha Bandhan : इस बार रक्षा बंधन 9 अगस्त को मनाया जाएगा। जो सावन का अंतिम दिन है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं,इस बार रक्षा बंधन भद्रा के साये से मुक्त है, लेकिन राहु का असर यानि राहुकाल का साया रहेगा। इसलिए जानते है कब से कब तक रहेगा राहुकाल और क्यों नहीं बांधेंगे राखी....

राखी बांधने के शुभ मुहूर्त और राहुकाल

रक्षाबंधन 9 अगस्त, शनिवार को होगा, शनिवार को राखी बांधने का सबसे श्रेष्ठ मुहूर्त सुबह 05 . 47 मिनिट से शुरू होगा। दोपहर 01 बजकर 24 मिनिट तक रहेगा।इस बार राखी बांधने के लिए आपको पूरे 07 घण्टे 37 मिनट का समय मिलेगा।

अगर किसी वजह से इस समय में राखी नहीं बांध पाएं तो इसके बाद का शुभ मुहूर्त दोपहर 03 . 46 मिनिट से शाम 05.23 मिनिट तक रहेगा। इस दिन 9.07 सुबह से 10.47 सुबह राहुकाल रहेगा, इस दिन 01 घंटे 40 मिनट की इस अवधि में अपने भाईयों को राखी बांधने से बचना चाहिए।उस समय भी राखी न बांधे तो अच्छा रहेगा।विद्वानों के अनुसार रात में रक्षा बंधन करना शुभ नहीं होता लेकिन यदि दिन भर रक्षा बंधन का कोई शुभ मुहूर्त न हो और सिर्फ रात में ही हो तो इस स्थिति में रात में राखी बांध सकते हैं। राखी हमेशा दाएं हाथ में बांधना चाहिए क्योंकि दायां हाथ से ही हम सभी शुभ कार्य करते हैं।

सनातन परंपरा में किसी भी मांगलिक कार्य को करते समय शुभ और अशुभ समय पर विचार करने की परंपरा है, यही कारण है कि हर साल राखी बांधने के शुभ समय देखा जाता है और भद्रा और राहुकाल का ख्याल रखते है। इस दिन राखी पर राहुकाल का खतरा है, ऐसे में बहनों को किसी भी अमंगल से बचने के लिए इस समया राखी नहीं बांधनी चाहिए।

राहु काल क्या है?

राहु को ज्योतिष में छाया ग्रह माना गया है और जिसके प्रभाव में आने वाली समयावधि में शुभ काम वर्जित है, उस दौरान रक्षाबंधन का पर्व भी मनाने से बचना चाहिए। मान्यता है कि राहुकाल के दौरान किसी भी शुभ कार्य को करने पर उसमें बाधा या अहित होने की आशंका बनी रहती है। यही कारण है कि इसमें देवी-देवताओं की पूजा, यज्ञ आदि देव कार्य भी नहीं किये जाते हैं। हर दिन डेढ़ घंटे तक लगने वाला राहुकाल का समय प्रत्येक दिन सूर्योदय के समयानुसार तय होता है। खास बात ये भी कि सप्ताह के प्रत्येक दिन में इसका समय अलग-अलग होता है.

राहुकाल में नहीं करें ये काम
राहुकाल में शादी, विवाह, सगाई या फिर राखी बांधने जैसे शुभ कार्य को नहीं करना चाहिए। कारोबार, राहुकाल के दौरान किसी भी कार्य विशेष की शुरुआत नहीं की जाती है।राहुकाल के दौरान लोग महत्वपूर्ण यात्रा को प्रारंभ करने से बचना चाहिए।राहुकाल के दौरान ​किसी के साथ कोई बड़ी बिजनेस की डील और धन का लेन-देन करने से बचना चाहिए। राहुकाल के दौरान भूमि, भवन, वाहन आदि चीजों का क्रय-विक्रय करने से बचना चाहिए ।

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Suman  Mishra

Suman Mishra

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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