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Bihar Vidhan Sabha: हंगामे में डूबी बिहार विधानसभा! 17वीं विधानसभा के अंतिम सत्र का हुआ समापन
Bihar Vidhan Sabha: यह विवाद स्पष्ट रूप से SIR प्रक्रिया के वक़्त और पारदर्शिता को लेकर गहराई से विभाजित राजनीति को दर्शा रहा है।
Bihar Election 2025
Bihar Vidhan Sabha: बिहार विधानसभा के मॉनसून सत्र के तीसरे दिन ज़ोरदार राजनीतिक तनाव बढ़ता दिखा, जब मतदाता सूची के विशेष गहन संशोधन (SIR) पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की तीखी टिप्पणी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तीखी प्रतिक्रिया हुई। इस बढ़ती तीखी बहस को देखते हुए सदन की कार्यवाही को सभी सदस्यों की उपस्थिति में 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
यह विवाद स्पष्ट रूप से SIR प्रक्रिया के वक़्त और पारदर्शिता को लेकर गहराई से विभाजित राजनीति को दर्शा रहा है। तेजस्वी एवं विपक्षी दल इसे जनता के अधिकार पर आघात मानते हैं, जबकि CM नीतीश इसे चुनावी रणनीति के हिस्से के रूप में नकारते हुए कहा कि "लोकसभा जैसे निर्णय बहस चुनाव के समय छोड़ी जाएं"।
बिहार विधानसभा के मॉनसून सत्र का आज आखिरी दिन है। इस सत्र में विपक्ष ने SIR के मुद्दे पर जमकर बवाल हुआ। बीते गुरूवार को इतना भयंकर बहस छिड़ी थी कि हाथापाई तक बात पहुंच गई। तेजस्वी यादव और उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी में जमकर तगड़ी-बहस हुई। आज भी 11 बजे सदन की कार्रवाही शुरू की गयी उसके तुरंत बाद ही विपक्ष का जमकर हमला बोलना शुरू कर दिया, जिसके बाद मजबूरन सदन की कार्रवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। विपक्ष के हंगामे पर आज सीएम नीतीश ने विपक्ष को खूब खरी-खोटी सुनाई।
‘इनके कपड़े देख लीजिए…’
सदन शुरू होते ही SIR पर जमकर बवाल शुरू हो गया। इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खड़े हो गए और कहा, “ये लोग बस हंगामा करते हैं, इनके कपड़े तो देखो… आज सबने एक जैसे काले कपड़े पहने हुए हैं। कल भी इसी रंग के कपड़े पहने हुए थे। तुम सब मिलकर तरह-तरह के काम करते हो, और कोई काम नहीं है। सरकार ने कितना काम किया है, सबको लाभ मिला है।”
आज विधानमंडल के मानसून सत्र का आखिरी दिन है और महागठबंधन के विधायकों ने SIR के खिलाफ विधानसभा पोर्टिको में धरना शुरू कर दिया है। वे SIR पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं। बता दे, बिहार विधानसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई, लेकिन बहुत देर तक नहीं चल सकी।
विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए किया गया स्थगित
बिहार विधानसभा के मॉनसून का समापन हो गया है। आज अंतिम दिन विपक्ष के हंगामे भरे माहौल के बीच सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है। बता दे, 17वीं विधानसभा का यह अंतिम सत्र था। यहाँ समापन बिहार गीत के साथ किया गया।
बिहार विधान परिषद में विपक्ष के वेल में आकर जमकर नाय लगाया और इसी बीच 57,946 करोड़ रुपये का बिहार विनियोग (संख्या-3) विधेयक,2025 पारित कर दिया गया। इस विधेयक को उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने पेश किया। इसके पूर्व विपक्षी सदस्य वेल में आकर बिहार में जारी मतदाता सूची के SIR को वापस लेने की मांग को लेकर सरकार विरोधी नारेबाजी की। सभापति अवधेश नारायण सिंह ने मानसून सत्र के आखिरी दिन होने और विपक्षी सदस्यों को सीट पर जाने को कहा लेकिन वे इससे बाज नहीं आये। सभापति ने इस सत्र के दौरान सदन की कार्यवाही करते हुए मुख्यमंत्री, दोनों उपमुख्यमंत्री समेत सभी सदस्यों को धन्यवाद दिया। सदन की कार्यवाही सिर्फ 13 मिनट 43 सेकेंड में अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।
बता दे, बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र का आज शुक्रवार, 25 जुलाई को अंतिम दिन है। वोटर लिस्ट रिवीजन के विरोध में RJD विधायक काले कपड़े में विधानसभा पहुंचे। वहीं, राजद पर सदन में जंगलराज लाने का आरोप लगाकर JDU और BJP के विधायक हेलमेट लगाकर विधानसभा पहुंचे। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी विधायक हंगामा खड़ा कर दिया। सीएम नीतीश कुमार ने उनके काले कपड़ों पर हमला बोला। हंगामे के बाद स्पीकर नंद किशोर यादव ने सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया था।
इसी तरह, विधान परिषद में भी सदन शुरू होते ही भयंकर हंगामा खड़ा हुआ और कार्यवाही दो बजे तक स्थगित करनी पड़ी। बता दें कि यह मौजूदा सरकार का विदाई सत्र है। इसके बाद नेता अब चुनावी मैदान में उतरेंगे। फिर नवंबर महीने में नई सरकार के गठन के बाद विधानसभा का सत्र चलेगा।
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