×

STOCK INFO-PNB Housing Finance: एक स्थिर और उभरती हुई हाउसिंग फाइनेंस कंपनी - निवेशकों की वॉचलिस्ट में क्यों होनी चाहिए?

STOCK INFO-PNB Housing Finance: PNB हाउसिंग फाइनेंस: क्या यह है आपकी निवेश वॉचलिस्ट का अगला सितारा? कम वैल्यूएशन, मजबूत ग्रोथ और सुधरती एसेट क्वालिटी – क्यों निवेशकों की नजर में है PNBHF?

Sonal Girhepunje
Published on: 27 Jun 2025 6:10 PM IST
PNB Housing
X

PNB Housing (Social Media image)

STOCK INFO-PNB Housing Finance: भारतीय हाउसिंग फाइनेंस सेक्टर में PNB हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (PNBHF) एक ऐसा नाम है जो निवेशकों की वॉचलिस्ट में जगह बनाने का दम रखता है। पंजाब नेशनल बैंक की सहायक कंपनी के रूप में 1988 में स्थापित PNBHF, मजबूत वित्तीय प्रदर्शन, बेहतर एसेट क्वालिटी और भारत के burgeoning (बढ़ते) रियल एस्टेट बाजार के समर्थन के साथ एक स्थिर और उभरती हुई कंपनी के रूप में उभरी है। हाल ही में, कंपनी ने Q4 FY25 में ₹550 करोड़ का शुद्ध लाभ (25% की सालाना वृद्धि) दर्ज किया, जबकि उसका सकल एनपीए (GNPA) घटकर 1.08% पर आ गया है। यह प्रदर्शन, प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) जैसी सरकारी योजनाओं से मिल रहे प्रोत्साहन और मजबूत पूंजी स्थिति के साथ मिलकर, PNBHF को एक आकर्षक निवेश विकल्प बनाता है। क्या यह शेयर आपकी निवेश रणनीति में फिट बैठता है? आइए जानें विस्तार से...

1. कंपनी का परिचय और इतिहास :

PNB Housing Finance Ltd. (PNBHF) की स्थापना नवंबर 1988 में पंजाब नेशनल बैंक की सहायक कंपनी के रूप में हुई थी। 2009 में कैर्लाईल ग्रुप ने इसमें आंशिक हिस्सेदारी लेकर इसे निजी सह-स्वामित्व में बदल दिया। नवंबर 2016 में कंपनी का आईपीओ आया, जिसमें सार्वजनिक निवेशकों को 24% हिस्सा मिला और शेष 76% हिस्सेदारी PNB व अन्य निवेशकों के पास रही।

कंपनी का मुख्यालय नई दिल्ली में है। मार्च 2024 तक इसके पास 300 से ज्यादा शाखाएं और करीब 1,700 कर्मचारी थे।

2. उत्पाद और संचालन :

PNBHF निम्न सेवाएं प्रदान करता है:

• गृह ऋण: खरीद, निर्माण और परिमार्जन के लिए

• किफायती आवास ऋण: प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत

• प्रॉपर्टी पर ऋण, पट्टा किराया छूट (Lease Rental Discounting), प्लॉट या एक्सटेंशन लोन

• कमर्शियल प्रॉपर्टी ऋण और सावधि जमा योजनाएं

डिस्ट्रीब्यूशन चैनल:

Direct Sales Teams (DST), Direct Marketing Associates (DMA), डिजिटल माध्यम और ब्रोकर्स नेटवर्क

ब्रांच डाटा (FY25 Q2):

कुल 303 शाखाएं: Prime सेगमेंट - 93 शाखाएं, Emerging - 50 शाखाएं, Affordable - 160 शाखाएं

AUM (Assets Under Management):

मार्च 2025 तक कुल AUM ₹80,397 करोड़ था, जिसमें ₹75,765 करोड़ स्वयं की बुक में है।

मार्च 2024 में AUM ₹71,243 करोड़ था – करीब 13% की सालाना वृद्धि।

डिस्बर्समेंट (ऋण वितरण):

FY25 में कुल ₹21,972 करोड़ ऋण वितरित किया गया। Q2FY25 में ₹5,341 करोड़ (करीब 27.8% सालाना वृद्धि) वितरित हुए।

Q4FY25 के दौरान अफोर्डेबल हाउसिंग सेगमेंट में ₹1,291 करोड़ का लोन वितरण किया गया, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही की तुलना में लगभग दोगुना रहा।

3. वित्तीय प्रदर्शन :

Q4 FY25 (मार्च 2025):

• शुद्ध लाभ: ₹550 करोड़ (25% सालाना वृद्धि)

• कुल राजस्व: ₹2,022 करोड़ (12% वृद्धि)

• नेट इंटरेस्ट इनकम: ₹734 करोड़ (16.2% वृद्धि)

• सकल एनपीए: 1.08% (पहले 1.50% था)

• RoA: करीब 2.55%

H1 FY25 (सितंबर 2024 तक):

• शुद्ध लाभ: ₹902.5 करोड़ (23.6% YoY)

• NII: ₹1,319.6 करोड़

• NIM: लगभग 3.66%, स्प्रेड: लगभग 2.16%

• क्रेडिट कॉस्ट: माइनस 16 बेसिस प्वाइंट (रिकवरी से)

• ROA (वार्षिक): 2.45%, ROE: 11.7%

• GNPA: 1.24%, NNPA: 0.84%

FY24 समापन (पूरा वर्ष):

• Net Profit: ₹1,508 करोड़ (44% वृद्धि)

• ROA: 2.20%, ROE: 10.9%

• CRAR: 29.3%

• Leverage: करीब 3.7 गुना

FY25 (मार्च 2025 तक):

• कुल एसेट्स: ₹82,520 करोड़

• इक्विटी: ₹16,863 करोड़

• ऋण/इक्विटी अनुपात: 3.70 गुना

Valuation Ratios FY25:

• P/E: 11.85 गुना

• P/B: 1.36 गुना

• EV/EBITDA: 11.5 गुना

4. प्रतिस्पर्धी तुलना (Peers) :

PNBHF भारत की अग्रणी हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों में से एक है। FY25 के अनुसार:

• PNB Housing Finance: AUM ₹80,397 करोड़, ROA 2.1%, ROE 10.1%, P/B 1.8, P/E 16.3

• Can Fin Homes: AUM ₹32,505 करोड़, ROA 2.1%, ROE 17.3%, P/B 2.7, P/E 15.3

• LIC Housing Finance: AUM ₹28,000 करोड़ से अधिक, ROA 1.7%, ROE 15.1%, P/B 1.5, P/E 8

• Bajaj Housing Finance: AUM ₹97,071 करोड़, ROA 2.1%, ROE 14.2%

• Home First Finance: AUM ₹12,713 करोड़, ROA 3.0–6.8%, ROE लगभग 15.2%, P/B 4.8, P/E लगभग 30

एसेट क्वालिटी तुलना:

• PNBHF: GNPA 1.08–1.35%, NNPA 0.84–0.92%

• LIC Housing: GNPA 3.3%

• CanFin Homes: GNPA 0.91%

• Bajaj Housing: GNPA 0.3%

5. उद्योगगत ट्रिगर्स और सकारात्मक कारक :

• PMAY जैसी सरकारी योजनाएं और शहरीकरण से affordable housing की मांग बढ़ी

• PNBHF ने कॉर्पोरेट बुक को 4% तक घटा दिया, जिससे जोखिम घटा

• मजबूत पूंजी (CRAR लगभग 29–30%), कम leverage (~3.7x), AA+ क्रेडिट रेटिंग

• NIM बेहतर (~3.68%), स्प्रेड मजबूत (~2.2%), बोर्रोइंग कॉस्ट कम (~7.8%), टॉपलाइन यील्ड करीब 10%

• NHB, ECB, NCD जैसे स्रोतों से फंडिंग डाइवर्सिफाइड

• शाखाओं की संख्या FY18 की 84 से बढ़कर FY25 में 300+ हो गई

6. वैल्यूएशन और विश्लेषण :

• FY25 P/B अनुपात: 1.36 गुना

• FY25 P/E अनुपात: 11.85 गुना

• FY27 तक P/B अनुमानित: 1.2 से 1.4 गुना

• UBS ने टारगेट ₹1,300 तय किया (लगभग 17% संभावित वृद्धि)

• Motilal Oswal ने ₹1,230, JM Financial ने ₹1,150 का टारगेट दिया

7. जोखिम :

• ब्याज दरें बढ़ने से बोर्रोइंग कॉस्ट बढ़ सकती है

• रेगुलेटरी सख्ती से पूंजी की जरूरतें बढ़ सकती हैं

• आर्थिक मंदी से आवास मांग घट सकती है

• प्रतिस्पर्धा: Bajaj, CanFin, LIC जैसे तेज़ी से बढ़ने वाले प्रतिद्वंद्वी

• PE फर्म जैसे Carlyle का संभावित एग्जिट भावों में अस्थिरता ला सकता है

8. क्यों जोड़ें वॉचलिस्ट में :

• पूंजी की स्थिति मजबूत: CRAR 29%, Leverage 3.7x

• Loan Book में Prime + Affordable विविधता

• Asset Quality में सुधार, GNPA करीब 1.08%, Credit Cost निगेटिव

• ग्रोथ ट्रैक रिकॉर्ड: FY24–27 तक AUM में 13–18% और डिस्बर्समेंट में 20–25% सालाना वृद्धि का अनुमान

• RoA ~2.5–2.6%, RoE ~11–14%, NIM 3.68%

• तुलनात्मक रूप से P/B और P/E अनुपात कम, Re-rating की संभावना

• UBS, Motilal Oswal, JM Financial जैसी संस्थाएं Buy रेटिंग और ऊंचे टारगेट दे रही हैं

• सेक्टर में सरकारी सहायता और डिजिटल लेंडिंग की वृद्धि से Tailwinds मिल रहे हैं

9. निवेश रणनीति :

• शॉर्ट टर्म के लिए: ₹1,110–₹1,200 पर एंट्री, ₹1,300 तक लक्ष्य; स्टॉप-लॉस ₹1,000–1,050

• मीडियम टर्म: FY26 या FY27 तक होल्ड करें, book growth और re-rating का लाभ लें

• Diversified निवेश हेतु: Bajaj Housing या CanFin Homes के साथ BFSI/Affordable Housing थीम में शामिल करें


यह केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। निवेश से पहले अपनी रिसर्च करें या वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।

Start Quiz

This Quiz helps us to increase our knowledge

Ramkrishna Vajpei

Ramkrishna Vajpei

Next Story