Sukanya Samriddhi Yojana: जानिए कैसे सुकन्या समृद्धि योजना से बेटी का भविष्य बन सकता है मजबूत

सुकन्या समृद्धि योजना में 8.2% ब्याज, कर लाभ और लंबी अवधि की बचत। बेटी का भविष्य सुरक्षित बनाएं।

Sonal Girhepunje
Published on: 4 Sept 2025 4:47 PM IST
Sukanya Samriddhi Yojana
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Sukanya Samriddhi Yojana

Sukanya Samriddhi Yojana: सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) भारत सरकार की एक खास बचत योजना है, जो बेटियों के उज्जवल और सुरक्षित भविष्य के लिए बनाई गई है। यह योजना "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" अभियान का हिस्सा है। इसके तहत माता-पिता अपनी बेटी के नाम एक खाता खोल सकते हैं और उसमें बचत कर सकते हैं। इस योजना में अच्छी ब्याज दर मिलती है, जिससे लंबे समय में जमा राशि बढ़कर बेटी की पढ़ाई, उच्च शिक्षा और शादी के खर्चों के लिए पर्याप्त बन जाती है। यह योजना छोटे निवेश से भी बड़ा लाभ देती है और पूरी तरह सुरक्षित है।

किसके लिए है

सुकन्या समृद्धि योजना सिर्फ भारतीय बालिकाओं के लिए है। खाता खोलने के समय बालिका की उम्र 10 साल से कम होनी चाहिए। यह खाता केवल माता-पिता या बच्चे के कानूनन जिम्मेदार व्यक्ति ही खोल सकते हैं। एक माता-पिता सामान्य तौर पर दो खाते खोल सकता है, लेकिन अगर परिवार में जुड़वां या तीन बच्चे हैं, तो तीन खाते भी खोले जा सकते हैं। इस तरह हर परिवार अपनी बेटी के भविष्य के लिए सुरक्षित निवेश कर सकता है।

खाता खोलने की प्रक्रिया

सुकन्या समृद्धि योजना में खाता किसी भी डाकघर या अधिकृत बैंक की शाखा में आसानी से खोला जा सकता है। खाता खोलने के लिए बालिका का जन्म प्रमाणपत्र, माता-पिता या बच्चे के जिम्मेदार व्यक्ति का पहचान पत्र और निवास प्रमाणपत्र जरूरी हैं। इस योजना में न्यूनतम निवेश केवल ₹250 प्रति वर्ष है, जबकि अधिकतम निवेश ₹1.5 लाख प्रति वर्ष तक किया जा सकता है। इससे हर परिवार अपनी क्षमता के अनुसार बेटी के भविष्य के लिए सुरक्षित बचत कर सकता है।

ब्याज दर और अवधि

सुकन्या समृद्धि योजना में वर्तमान ब्याज दर 8.2% प्रति वर्ष है, जो 1 अप्रैल 2025 से 30 जून 2025 तक लागू है। इस योजना में ब्याज सालाना चक्रवृद्धि (Compounded Annually) के हिसाब से मिलता है। खाता खोलने के बाद निवेश की अवधि 15 वर्ष होती है, जबकि खाते की परिपक्वता यानी पूरी राशि निकालने की अवधि 21 वर्ष होती है। इससे परिवार अपनी बेटी के लिए लंबी अवधि में अच्छी बचत और सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित कर सकते हैं।

निकासी और परिपक्वता

सुकन्या समृद्धि योजना में खाता खोलने के 21 साल बाद पूरी राशि निकाली जा सकती है। अगर बालिका 18 साल की हो जाए और उसकी पढ़ाई के लिए पैसे की जरूरत हो, तो खाता से 50% तक की आंशिक राशि निकाली जा सकती है। अगर किसी वजह से खाता धारक की मृत्यु हो जाती है, तो खाता बंद कर दिया जाता है और जमा की गई राशि के साथ ब्याज भी निकाला जा सकता है। इससे योजना में सुरक्षा और लचीलापन दोनों मिलते हैं।

कर लाभ

सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश पर धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की सालाना कर छूट मिलती है। खाते में जमा राशि पर मिलने वाला ब्याज पूरी तरह कर मुक्त होता है। साथ ही, खाते से निकासी की गई पूरी राशि पर भी कोई कर नहीं लगता। इसका मतलब है कि योजना में निवेश करने से न केवल आपकी बेटी का भविष्य सुरक्षित होता है, बल्कि आपको कर की बचत का भी पूरा फायदा मिलता है।

योजना के लाभ

सुकन्या समृद्धि योजना में 8.2% की उच्च ब्याज दर मिलती है, जो अन्य सरकारी बचत योजनाओं की तुलना में अधिक है। इस योजना में निवेश करने पर तीन स्तरों पर कर लाभ मिलता है - निवेश पर, ब्याज पर और निकासी पर। इसमें न्यूनतम निवेश केवल ₹250 प्रति वर्ष से शुरू होता है, जिससे हर परिवार अपनी क्षमता के अनुसार योजना का लाभ उठा सकता है। क्योंकि यह योजना भारत सरकार द्वारा समर्थित है, इसलिए यह पूरी तरह सुरक्षित निवेश विकल्प भी है।

योजना की विशेषताएँ

सुकन्या समृद्धि योजना बहुत आसान और लचीली है। इसका खाता आप किसी भी डाकघर या बैंक की शाखा में खोल सकते हैं। अगर जरूरत पड़े तो खाता पूरे भारत में कहीं भी बदलवाया जा सकता है। कुछ बैंकों में आप इसे ऑनलाइन भी खोल सकते हैं और चला सकते हैं। इसमें आप सिर्फ ₹250 प्रति साल से निवेश शुरू कर सकते हैं, जिससे हर परिवार अपनी बेटी के लिए सुरक्षित बचत कर सकता है। आप हर महीने ₹1,000 जमा करते हैं। तो 21 वर्षों बाद आपको लगभग ₹5 लाख से अधिक की राशि प्राप्त हो सकती है।

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