क्या आप भी हो चावल के दीवाने? लेकिन शुगर ने रखा है जकड़, तो बनाते समय डाल दें ये 4 चीजें, होगा लाभ

Diabetic Diet Tips: डायबिटीज मरीज भी चावल खा सकते हैं, बस सही तरीके से पकाना जरूरी है। जानिए कुछ आसान टिप्स जो चावल को ब्लड शुगर के लिए सुरक्षित बनाते हैं।

Akriti Pandey
Published on: 16 Oct 2025 7:00 AM IST
क्या आप भी हो चावल के दीवाने? लेकिन शुगर ने रखा है जकड़, तो बनाते समय डाल दें ये 4 चीजें, होगा लाभ
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Diabetic Diet Tips: डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर की इंसुलिन बनाने या उसका सही तरीके से उपयोग करने की क्षमता प्रभावित हो जाती है। इसका सीधा असर ब्लड शुगर लेवल पर पड़ता है। ऐसे में डायबिटीज के मरीजों को अपनी डाइट पर खास ध्यान देना पड़ता है, खासकर कार्बोहाइड्रेट्स से भरपूर चीजों जैसे कि चावल को लेकर। सफेद चावल का सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए खतरनाक हो सकता है क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) काफी ज्यादा होता है। उच्च GI वाले खाद्य पदार्थ जल्दी पच जाते हैं और तेजी से ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाते हैं।

सफेद चावल में फाइबर की मात्रा भी कम होती है, जिससे यह पाचन क्रिया को जल्दी पूरा करता है और रक्त में शर्करा का स्तर तेजी से बढ़ा देता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि डायबिटीज मरीज चावल को पूरी तरह छोड़ दें। कुछ खास तरीकों को अपनाकर चावल के सेवन को सेहतमंद और सुरक्षित बनाया जा सकता है।

चावल में मिलाएं घी

चावल पकाने के बाद उसमें एक चम्मच देसी घी मिलाना एक बेहतरीन तरीका है। घी में मौजूद हेल्दी फैट्स चावल के ग्लाइसेमिक इंपैक्ट को कम करते हैं, जिससे कार्बोहाइड्रेट्स का पाचन धीरे होता है और ब्लड शुगर लेवल तेजी से नहीं बढ़ता। इसके अलावा, घी शरीर के लिए ऊर्जा का अच्छा स्रोत भी है और यह चावल को स्वादिष्ट भी बनाता है।

दालचीनी का करें इस्तेमाल

दालचीनी एक प्राकृतिक मसाला है जिसमें एंटी-डायबिटिक गुण पाए जाते हैं। अगर आप चावल पकाते समय उसमें थोड़ी सी दालचीनी मिला दें, तो यह चावल के ग्लाइसेमिक इंडेक्स को कम कर देती है। इससे ब्लड शुगर पर कम असर पड़ता है। दालचीनी स्वाद के साथ-साथ ब्लड शुगर कंट्रोल में भी मदद करती है, जो डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद है।

अधिक पानी में पकाएं

चावल पकाने का तरीका भी ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित करता है। यदि चावल को अधिक पानी में पकाया जाए और फिर अतिरिक्त पानी को छान लिया जाए, तो उसमें मौजूद अतिरिक्त स्टार्च निकल जाता है। इससे चावल का ग्लाइसेमिक प्रभाव घटता है और शरीर में शुगर धीरे-धीरे रिलीज होती है। यह तरीका चावल को ज्यादा सुरक्षित बनाता है।

ब्राउन राइस भी खा सकते हैं

सफेद चावल की जगह ब्राउन राइस एक बेहतर विकल्प है, खासकर डायबिटीज के मरीजों के लिए। ब्राउन राइस साबुत अनाज होता है, जिसमें फाइबर, विटामिन और मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। फाइबर की अधिकता के कारण यह धीरे-धीरे पचता है और ब्लड शुगर लेवल को संतुलित बनाए रखता है। इसके अलावा, यह पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे ओवरईटिंग से बचा जा सकता है।

Disclaimer: यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है। हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है। NEWSTRACK इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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