धूम्रपान सिर्फ आदत नहीं, जीवन के लिए है बड़ा खतरा! जानें निकोटीन के सुरक्षित विकल्प

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यदि वक़्त रहते धूम्रपान को नियंत्रित नहीं किया गया, तो यह कैंसर सहित कई जानलेवा बीमारियों का कारण बन सकता है।

Priya Singh Bisen
Published on: 16 Sept 2025 2:24 PM IST
Smoking Health Risks
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Smoking Health Risks (PHOTO: social media)

Smoking Health Risks: धूम्रपान आज केवल एक खराब आदत ही नहीं, बल्कि एक गंभीर स्वास्थ्य का बड़ा संकट बन चुका है। सिगरेट के धुएं में मौजूद हानिकारक तत्व शरीर को धीरे-धीरे अंदर से नुकसान पहुंचाते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यदि वक़्त रहते धूम्रपान को नियंत्रित नहीं किया गया, तो यह कैंसर सहित कई जानलेवा बीमारियों का कारण बन सकता है।

निकोटीन और टार का मेल है बेहद खतरनाक

जब कोई व्यक्ति धूम्रपान करता है, तो तंबाकू जलने पर उसमें से निकोटीन और टार जैसे जहरीले तत्व निकलते हैं। इनमें से विशेषकर टार फेफड़ों में जाकर एक चिपचिपी जैसी परत बना देता है। यह परत न सर सांस लेने की क्षमता को बुरी तरह से प्रभावित करती है, बल्कि लंबे वक़्त तक धूम्रपान करने से फेफड़ों का कैंसर होने का खतरा और ज़्यादा बढ़ जाता है। यही नहीं, सिगरेट का धुआं रक्त वाहिकाओं को भी संकुचित करता है, जिस कारण दिल की बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है।

मुंह और गले का कैंसर

विशेषज्ञ के मुताबिक, धूम्रपान केवल फेफड़ों तक सीमित नहीं है। इसका बुरा प्रभाव पूरे बॉडी पर होता है। धूम्रपान करने वाले लोगों में मुंह, गले और स्वरयंत्र का कैंसर होने की संभावना अधिक होती है। निरंतर धुएं के संपर्क में रहने से सिर और गले की कई गंभीर बीमारियां जन्म के सकती हैं। यही वजह है कि डॉक्टर्स बार-बार लोगों को तंबाकू और सिगरेट छोड़ने की सलाह देते हैं।

सुरक्षित विकल्प क्या हैं?

धूम्रपान से दूरी बनाना आसान नहीं होता, क्योंकि इसमें मौजूद निकोटीन लोगों को इसकी बुरी लत लगा देता है। लेकिन राहतभरी खबर यह है कि इसके सुरक्षित विकल्प उपलब्ध हैं। एक्सपर्ट के अनुसार, तंबाकू-मुक्त निकोटीन विकल्प जैसे निकोटीन पाउच, गम या पैच उन लोगों की सहायता कर सकते हैं, जो धूम्रपान पूरी तरह से छोड़ना चाहते हैं। ये विकल्प बॉडी को बिना तंबाकू और धुएं के नुकसान के निकोटीन उपलब्ध कराते हैं, जिससे धीरे-धीरे लत पर काबू पाया जा सकता है।

वक़्त रहते सतर्क होना आवश्यक

भारत में हर साल लाखों लोग धूम्रपान से होने वाली बीमारियों के कारण जान गंवा देते हैं। यह आंकड़ा बहुत ही चिंताजनक है। ऐसे में आवश्यक है कि लोग धूम्रपान को केवल आदत न समझें, बल्कि इसे एक खतरनाक जाल मानें और वक़्त रहते इससे बाहर निकल आएं।

यदि आप भी अपने स्वास्थ्य को लेकर सजग हैं, तो आज ही पहला कदम उठाएं— तत्काल सिगरेट और तंबाकू से दूरी बनाएं और एक स्वस्थ जीवन की तरफ़ बढ़ें।

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