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Vishamushti Plant Benefits: विषामुष्टि एक चमत्कारिक औषधीय पौधा है, जिसका हर भाग औषधीय गुणों से भरपूर है। यह कई रोगों के इलाज में प्राकृतिक रामबाण की तरह काम करता है।
Vishamushti Plant Benefits
Vishamushti Plant Benefits: धरती माता ने हमें न केवल सुंदर हरियाली दी है, बल्कि अनेक ऐसे औषधीय खजाने भी दिए हैं जो मानव जीवन के लिए वरदान हैं। इन्हीं में से एक है विषामुष्टि (Vishamushti) नामक चमत्कारिक पौधा। यह पौधा अपनी औषधीय खूबियों के कारण आयुर्वेद में विशेष स्थान रखता है। इसके पत्ते, तना, जड़ और बीज — हर भाग में स्वास्थ्यवर्धक गुण पाए जाते हैं, जो न केवल बीमारियों को दूर करते हैं बल्कि स्वस्थ शरीर को भी पोषित करते हैं।
गंभीर बीमारियों में असरदार
कुछ वैज्ञानिक शोधों के अनुसार, विषामुष्टि में ऐसे प्राकृतिक तत्व पाए जाते हैं जो कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज में सहायक हो सकते हैं। इसके अंदर मौजूद प्राकृतिक रसायन (phytochemicals) कोशिकाओं पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं। हालांकि इस पौधे का उपयोग कैंसर या अन्य गंभीर रोगों में केवल विशेषज्ञ आयुर्वेद चिकित्सक की देखरेख में ही करना चाहिए।
सामान्य बीमारियों में रामबाण
विषामुष्टि का प्रयोग सर्दी, खांसी, बुखार, जुकाम, मिर्गी, गठिया, छाती की समस्याएं, मधुमेह (शुगर) और त्वचा रोगों के उपचार में किया जाता है। साथ ही यह कब्ज, गैस, पेट दर्द, उल्टी और जलन जैसी पाचन संबंधी परेशानियों में भी राहत देता है।
पत्तियों का काढ़ा: इसकी पत्तियों से बनी चाय या काढ़ा पीने से सर्दी-जुकाम और डायरिया में राहत मिलती है।
लेप के रूप में: पत्तियों और तनों को पीसकर शरीर के घावों पर लगाने से पुराने घाव जल्दी भरते हैं और त्वचा पर फोड़े-फुंसी भी ठीक होते हैं।
मिर्गी रोगियों के लिए उपयोगी
मिर्गी के रोगियों के लिए यह पौधा अत्यंत उपयोगी माना गया है। मिर्गी के दौरे के समय विषामुष्टि की पत्तियों का रस नाक में डालने से दौरे को नियंत्रित किया जा सकता है। यह पारंपरिक आयुर्वेद में उपयोग किया जाने वाला एक प्रसिद्ध घरेलू उपचार है, लेकिन इसका प्रयोग विशेषज्ञ की निगरानी में ही किया जाना चाहिए।
मौखिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
विषामुष्टि की पत्तियों को उबालकर बनाए गए पानी से कुल्ला करने पर मुंह की दुर्गंध, दांतों का दर्द, मसूड़ों की सूजन और संक्रमण जैसी समस्याओं में लाभ मिलता है। यह एक प्राकृतिक माउथवॉश की तरह काम करता है और मुंह की स्वच्छता बनाए रखने में सहायक होता है।
विशेषज्ञ की सलाह जरूरी
हालांकि विषामुष्टि बेहद लाभकारी औषधि है, लेकिन कुछ स्थितियों में यह हानिकारक भी हो सकती है। इसकी मात्रा, सेवन का तरीका और रोग की प्रकृति के अनुसार इसे लेना जरूरी होता है। इसलिए इसका सेवन बिना चिकित्सक की सलाह के न करें। आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श लेकर ही इस चमत्कारी पौधे का लाभ उठाएं।
Disclaimer: यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है। हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है। NEWSTRACK इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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