Bihar Assembly Election 2025: लखीसराय से भाजपा के मुख्यमंत्री चेहरे की लड़ाई संगठन

Bihar Assembly Election 2025: लखीसराय से भाजपा नेता विजय कुमार सिन्हा 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में मैदान में हैं। संगठन, जातीय संतुलन, और परफॉर्मेंस की कसौटी पर यह चुनाव भाजपा के लिए सत्ता में वापसी या चुनौती दोनों साबित हो सकता है।

Yogesh Mishra
Published on: 29 Oct 2025 4:31 PM IST
Bihar Assembly Election 2025 Vijay Kumar Sinha:
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Bihar Assembly Election 2025 Vijay Kumar Sinha: (Image Credit-Social Media)

Bihar Assembly Election 2025 Vijay Kumar Sinha: बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय कुमार सिन्हा 2025 के चुनाव में न केवल अपनी परंपरागत सीट लखीसराय से चुनाव लड़ेंगे, बल्कि वह भाजपा के मुख्यमंत्री चेहरे के तौर पर भी देखे जा रहे हैं। यह चुनाव उनके लिए सत्ता में वापसी का द्वार हो सकता है, लेकिन साथ ही संगठनात्मक मजबूती, जातीय समीकरण और लोकसभा में घटती बढ़त जैसे कई नए संकट भी उनके सामने हैं।

विधानसभा क्षेत्र: लखीसराय (जिला — लखीसराय)

लखीसराय विधानसभा क्षेत्र सामाजिक और राजनीतिक रूप से काफी सक्रिय है। यह क्षेत्र नालंदा, नवादा और शेखपुरा से सटा हुआ है। यहाँ भूमिहार, कुशवाहा, यादव, कायस्थ, मुसलमान और अनुसूचित जातियों की उल्लेखनीय आबादी है।

जातीय समीकरण और स्थानीय सामाजिक बुनावट


विजय कुमार सिन्हा भूमिहार समुदाय से आते हैं। इस समुदाय का यहां अच्छा प्रभाव है, लेकिन OBC, खासकर कुशवाहा और यादव भी निर्णायक भूमिका में रहते हैं। दलित समुदाय और मुस्लिम वोटर्स भी 10–15% के करीब हैं। भाजपा को जीत के लिए जातीय संतुलन के साथ-साथ महिला और युवा वोट को भी साधना होगा।

पिछले तीन विधानसभा चुनावों का प्रदर्शन

* 2010: विजय कुमार सिन्हा ने जदयू-भाजपा गठबंधन में पहली बार लखीसराय सीट पर प्रभावी जीत दर्ज की।

* 2015: महागठबंधन की लहर के बावजूद वे सीट बचाने में सफल रहे, हालांकि जीत का अंतर घटा।

* 2020: वे बड़ी जीत के साथ फिर से विधानसभा पहुंचे और बाद में विधानसभा अध्यक्ष बनाए गए। बाद में वे नेता प्रतिपक्ष बने।

लोकसभा प्रभाव

लखीसराय मुंगेर लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। 2014 और 2019 दोनों लोकसभा चुनावों में यहाँ से भाजपा/एलजेपी को बढ़त मिली।

* 2014: लोजपा की वीणा देवी ने जीत दर्ज की। भाजपा को लखीसराय में भी अच्छी बढ़त मिली।

* 2019: जदयू के राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने मुंगेर से जीत हासिल की, लेकिन लखीसराय में वोट शेयर भाजपा के पक्ष में रहा।

* 2024: RJD और INDIA गठबंधन को यहाँ बढ़त मिली है, जिससे संकेत है कि विधानसभा चुनाव में मुकाबला कड़ा हो सकता है।

2025 की स्थिति और चुनावी एजेंडा


विजय सिन्हा इस बार मुख्यमंत्री चेहरे के तौर पर भाजपा के सबसे प्रमुख दावेदारों में हैं।

उनका मुख्य एजेंडा होगा:

* कानून व्यवस्था,

* भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई,

* रोजगार और युवाओं की आकांक्षाओं को साधना,

* नीतीश सरकार की ‘थक चुकी नीतियों’ के खिलाफ वैकल्पिक विजन प्रस्तुत करना।

चुनाव सीधे भाजपा बनाम महागठबंधन होगा।

चुनौतियाँ और ताक़तें

* भाजपा के अंदर कुछ असंतोष है, खासकर पुराने कार्यकर्ताओं में सीट बंटवारे को लेकर।

* लखीसराय में विकास कार्यों की रफ्तार पर मतदाताओं में नाराज़गी है।

* महिला और युवा मतदाता अब केवल जाति नहीं, प्रदर्शन और संवाद की ओर देख रहे हैं।

* सिन्हा की सबसे बड़ी ताकत है — उनकी स्थायी छवि, संगठन पर पकड़ और नेतृत्व क्षमता।

लखीसराय 2025 में भाजपा के मुख्यमंत्री चेहरे की प्रतिष्ठा का इम्तहान बनेगी। विजय सिन्हा की जीत से यह संकेत जाएगा कि भाजपा ने जमीनी स्तर पर पकड़ बनाई हुई है, और हार की स्थिति में विपक्ष को यह बढ़त मिलेगी कि भाजपा का ‘मुख्य चेहरा’ भी अस्थिर हो चुका है। यह चुनाव परंपरा बनाम प्रदर्शन, जातीय समीकरण बनाम संगठन, और नेतृत्व बनाम विकल्प की लड़ाई होगी — जिसमें विजय सिन्हा को हर मोर्चे पर सावधानी बरतनी होगी।

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