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Bihar Election 2025: राघोपुर में क्या तेजस्वी अपना प्रभाव बरकरार रख पाएँगे?
Bihar Assembly Election 2025: बिहार के वैशाली ज़िले में स्थित राघोपुर विधानसभा क्षेत्र (संख्या 128) राजनीतिक दृष्टि से अत्यंत महत्व रखता है। इस सीट पर राजद के मुख्यमंत्री चेहरे Tejashwi Yadav मैदान में हैं।
Bihar Assembly Election 2025 Raghopur Vidhan Sabha Seat Tejashwi Yadav
Bihar Assembly Election 2025: बिहार के वैशाली ज़िले में स्थित राघोपुर विधानसभा क्षेत्र (संख्या 128) राजनीतिक दृष्टि से अत्यंत महत्व रखता है। यह वह सीट है जो वर्षों तक लालू यादव और राबड़ी यादव परिवार का गढ़ रही है। अब इस सीट पर राजद के मुख्यमंत्री चेहरे Tejashwi Yadav मैदान में हैं। लेकिन 2025 के विधानसभा चुनाव के आसपास राघोपुर की राजनीतिक धरती पर कुछ बदलाव की आहट है। पुराने समीकरणों को चुनौती मिल रही है, दूसरे दल सक्रिय हो रहे हैं, तथा मतदाता‑परिवर्तन साफ दिखने लगा है।
क्षेत्र परिचय और सामाजिक‑भूगोल
राघोपुर विधानसभा क्षेत्र वैशाली ज़िले में स्थित है और यह हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा भी है। क्षेत्र में बंझा भू‑भाग, नदी‑कछार और प्रवासी मतदाताओं की संख्या अपेक्षाकृत अधिक है। ग्रामीण‑आधारित अर्थव्यवस्था तथा शिक्षा‑स्वास्थ्य‑कनेक्टिविटी की चुनौतियाँ यहाँ नियमित चुनावी एजेंडा रही हैं।
जातीय‑सामाजिक समीकरण
राघोपुर की राजनीति में यादव‑समुदाय की दबदबा रही है, खासकर जब सीट पर यादव परिवार का नियंत्रण रहा है।साथ ही, मुसलमान और अन्य पिछड़ा वर्ग भी यहाँ निर्णायक भूमिका निभाते रहे हैं। 2025 में मतदाता‑आधार में प्रवासी‑युवा‑मतदाताओं की भूमिका बढ़ती दिख रही है, जिससे पारंपरिक जाति‑आधारित समीकरणों को चुनौती मिल सकती है।
पिछले चुनावों का ट्रेंड
2020: Tejashwi Yadav (RJD) ने इस सीट पर ~97,404 वोट हासिल किए, 48.74% वोटशेयर के साथ। उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी Satish Kumar (BJP) को ~59,230 वोट मिले।
2015: Tejashwi Yadav ने ~91,236 वोट प्राप्त किए थे, करीब 49% वोटशेयर के साथ; Satish Kumar को ~68,503 वोट मिले।
इस प्रकार राघोपुर में राजद की पकड़ मजबूत है, लेकिन प्रतिद्वंद्वियों की बढ़ती ताकत और नए प्रकार के वोटर्स ने संकेत दिए हैं कि इस सीट पर स्थिरता अब आसान नहीं रही।
Tejashwi Yadav फिर मैदान में हैं — राजद ने उन्हें इस सीट से उम्मीदवार बनाया है।
उनके एजेंडें में मुख्य रूप से शामिल हैं—युवाओं में बेरोजगारी दूर करना, प्रवासी‑मजदूरों की वापसी को सुनिश्चित करना, शिक्षा‑स्वास्थ्य सुधार और स्थानीय बुनियादी ढांचे का विकास। हारने की स्थिति में मतदाताओं की नाराज़गी का सामना करना होगा।
विपक्षी दल विशेष रूप से Jan Suraaj Party (PK की पार्टी) ने इस सीट पर सेंध लगाने की कोशिश की है — PK ने राघोपुर का दौरा किया और इस सीट को अपनी चुनौतियों में शामिल किया है।
संगठनात्मक दृष्टि से, BJP ने केंद्रीय मंत्री Nityanand Rai द्वारा इस सीट को ‘ग्रहण’ करने की घोषणा की है, जो संकेत है कि भाजपा‑एनडीए इस सीट को हल्के में नहीं ले रही।
यादव‑परिवार की राजनीतिक पकड़ और पुरानी लम्बी जीत‑शृंखला। राजद की स्थानीय स्वीकार्यता और उम्मीदवार का प्रसिद्ध चेहरा।युवा मतदाताओं और प्रवासी वर्ग को एजेंडा के रूप में उपयोग करने की क्षमता।।
पारंपरिक वोट बैंक में बदलाव की संभावना; युवा‑वर्ग की अपेक्षाएं बदल रही हैं संगठनात्मक चुनौतियाँ: विपक्ष की सक्रियता, नए दलों का प्रभाव।स्थानीय मुद्दों (बुनियादी सुविधाएँ, प्रवासी मजदूरों की वापसी) पर ठोस परिणाम का अभाव मतदाताओं की अपील को कम कर सकता है।
सतीश कुमार यादव को भाजपा द्वारा राघोपुर से प्रमुख उम्मीदवार बनाया गया है, जो यह संकेत देता है कि पार्टी ने इस सीट को जीतने की चुनौती गंभीरता से ली है। उनका पिछला अनुभव — वो 2010 में इसी सीट से जीत चुके हैं, जब उन्होंने राबड़ी देवी को हराया था। यादव जाति से होने के नाते उन्हें उस समुदाय में स्वीकृति मिल सकती है, जो इस क्षेत्र में निर्णायक समुदायों में से एक है। भाजपा‑एनडीए का संसाधन‑वैशालीकरण और संगठनात्मक आधार, जिससे प्रचार‑मंच, सामग्री और बूथ‑स्तर कार्यकर्ता‑नेटवर्क मजबूत हो सकता है।
राघोपुर सीट पर पुरानी पारंपरिक पकड़ तेजस्वी यादव‑वाद में रही है, और यादव‑मुस्लिम गठबंधन इस सीट पर RJD को मजबूत बनाए रखता रहा है। सतीश कुमार यादव से मुकाबला तेजस्वी जैसे मजबूत चेहरे के साथ है — जो युवा‑वोटर, सोशल मीडिया‑छवि एवं परिवार‑विरासत को लेकर कट्टर समर्थक जुटा सकते हैं।
यहां जातिगत समीकरण में सिर्फ यादव होना ही पर्याप्त नहीं — मुस्लिम, अन्य पिछड़ा वर्ग और सामान्य वर्ग की स्वीकार्यता भी चाहिए, जहाँ सतीश का आधार कमजोर हो सकता है। यदि एनडीए गठबंधन में किसी तरह की दरार हो जाए या वोट बंटें, तो उनकी जीत जोखिम में आ सकती है। संगठन‑प्रचार और स्थानीय स्वीकार्यता पर उनकी पकड़ अभी पूरी तरह प्रमाणित नहीं है।
2025 की जीत‑संभावना
समीकरण यह दिखाते हैं कि Tejashwi Yadav की जीत की संभावना अभी स्पष्ट रूप से मजबूत है — लेकिन यह ‘अनवर्य’ नहीं है।
यदि राजद संगठन को तगड़ा बनाए रखती है और प्रवासी‑युवा वोटों तक पहुँचती है, तो जीत संभव है।दूसरी ओर, यदि विपक्ष/vote‑कटिंग दल सक्रिय रहते हैं और स्थानीय नाराज़गी का फायदा उठाते हैं, तो इस सीट पर चुनौती गहरी हो सकती है।
तेजस्वी यादव – राघोपुर विधानसभा क्षेत्र – 2025 पूर्वानुमान
अनुमानित स्थिति (2025 विधानसभा चुनाव):
RJD (तेजस्वी यादव): 48–52% वोट संभावित
NDA (BJP+JDU): 36–39%
अन्य: 8–10%
यह अनुमान तेजस्वी यादव की मजबूत व्यक्तिगत पहचान, राघोपुर में मुस्लिम-यादव समीकरण की पारंपरिक गोलबंदी और विपक्ष की कमजोर सांगठनिक पकड़ को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। हालांकि भाजपा की ओर से यदि कोई प्रभावशाली चेहरा सामने आता है या जन सुराज जैसे दलों ने वोट काटे, तो मुकाबला थोड़ा संकुचित हो सकता है, लेकिन फिलहाल RJD की स्थिति यहां मजबूत मानी जा रही है।
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