BrahMos खरीदेगा चीन-अमेरिका का ये कट्टर दुश्मन, जल्द भारत से तक सकता है बड़ी डील

BrahMos Missile Deal: पाकिस्तान पर स्ट्राइक के बाद ब्रह्मोस मिसाइल की मांग बढ़ी। चीन ने भी इसे खतरनाक बताया। 15 देशों ने खरीदने में रुचि दिखाई है। जिसमें फिलीपींस, वियतनाम जैसे देश शामिल हैं।

Shivam Srivastava
Published on: 20 July 2025 6:30 AM IST (Updated on: 20 July 2025 7:01 AM IST)
BrahMos खरीदेगा चीन-अमेरिका का ये कट्टर दुश्मन, जल्द भारत से तक सकता है बड़ी डील
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BrahMos Missile Deal: हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ भारत द्वारा की गई सैन्य कार्रवाई के बाद ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की वैश्विक मांग में जबरदस्त उछाल देखा गया है। जहां एक ओर 15 से अधिक देशों की नजर इस मिसाइल प्रणाली पर है। वहीं दूसरी ओर चीन की मीडिया तक ने इसकी मारक क्षमता की सराहना की है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने ब्रह्मोस को अत्यंत खतरनाक श्रेणी में रखा है और माना है कि भारत द्वारा की गई कार्रवाई में इसने अहम भूमिका निभाई।

भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पहले ही यह संकेत दे चुके हैं कि कई देशों ने ब्रह्मोस को खरीदने में रुचि दिखाई है।

किन देशों की है दिलचस्पी?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्रह्मोस खरीदने की कतार में फिलीपींस, थाईलैंड, इंडोनेशिया, वियतनाम, ब्रुनेई, सिंगापुर, मिस्र, सऊदी अरब, यूएई, कतर, ओमान, ब्राजील, चिली, अर्जेंटीना और वेनेजुएला जैसे देश शामिल हैं।

इनमें से फिलीपींस पहला देश है जिसने वर्ष 2022 में भारत के साथ लगभग 375 मिलियन अमेरिकी डॉलर की डील साइन की थी। वियतनाम और इंडोनेशिया के साथ भी बड़ी डील पर बातचीत जारी है।

इन देशों की रुचि के पीछे अलग-अलग रणनीतिक कारण हैं। जैसे कि दक्षिण चीन सागर में चीन के खिलाफ संतुलन बनाना, या पश्चिमी एशिया में सैन्य प्रभुत्व स्थापित करना।

क्यों खास है ब्रह्मोस?

ब्रह्मोस को भारत और रूस की साझेदारी में विकसित किया गया है, जिसका नाम दोनों देशों की प्रमुख नदियों ब्रह्मपुत्र और मस्कोवा से लिया गया है।

इसकी प्रमुख खूबियाँ:

• रफ्तार: मैक 2.8 से 3.0 के बीच (आवाज की गति से लगभग तीन गुना)

• मारक क्षमता: 450 से 800 किलोमीटर तक

• लॉन्च विकल्प: जमीन, समुद्र और हवा तीनों माध्यमों से

• वजन: 3 टन का वारहेड ढोने में सक्षम

• कीमत: लगभग 34 करोड़ रुपये प्रति यूनिट

रडार से बचने की क्षमता और लो-एल्टीट्यूड पर उड़ान इसकी खासियत है।

ऑपरेशन सिंदूर में साबित हुई ताकत

पाकिस्तान पर किए गए ऑपरेशन सिंदूर में ब्रह्मोस ने निर्णायक भूमिका निभाई थी। इस मिसाइल ने आतंकवादियों के नौ ठिकानों को सटीकता से निशाना बनाया और उन्हें पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। इसके वार सटीक और निर्णायक थे। जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी विश्वसनीयता और डिमांड में इजाफा हुआ।

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Shivam Srivastava is a multimedia journalist with over 4 years of experience, having worked with ANI (Asian News International) and India Today Group. He holds a strong interest in politics, sports and Indian history.

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