Creative Bharat Award 2025: पैरा स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने वाले डॉ. आमिर को अवार्ड

Creative Bharat Award 2025: नई दिल्ली में आयोजित नमस्ते क्रिएटिव भारत प्रोग्राम में डॉ. आमिर सिद्दीकी को दिव्यांगों को पैरा स्पोर्ट्स के प्रति प्रेरित करने हेतु क्रिएटिव भारत अवार्ड 2025 मिला।

Newstrack          -         Network
Published on: 30 Sept 2025 3:28 PM IST
Creative Bharat Award 2025: पैरा स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने वाले डॉ. आमिर को अवार्ड
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Creative Bharat Award 2025

Creative Bharat Award 2025: जितेंद्र तिवारी (फाउंडर एवं मैनेजिंग डायरेक्टर, तरकश डिजिटल) द्वारा 28 सितंबर, 2025 को इंडिया इंटरनेशनल सेन्टर, नई दिल्ली में नमस्ते क्रिएटिव भारत प्रोग्राम का आयोजन सफलतापूर्वक किया गया, सम्पूर्ण भारत के विभिन्न शहरों से उनकी रचनात्मकता, सृजनात्मक, सांस्कृतिक गौरव जागरूकता और सामाजिक योगदान के आधार पर चयन किया गया।

मुख्य अतिथि रमेश बिधूड़ी (भूतपूर्व सांसद, साउथ दिल्ली), विशिष्ट अतिथि प्रो. डॉ. आर. के. खंडाल (भूतपूर्व कुलपति, उत्तर प्रदेश टेक्निकल यूनिवर्सिटी), कमांडर वी. के. जेटली (इंडियन नवल वेटरन, भूतपूर्व छात्र, आईआईटी खड़गपुर) एवं जितेंद्र तिवारी (फाउंडर एवं मैनेजिंग डायरेक्टर, तरकश डिजिटल) द्वारा दिव्यांगों को पैरा स्पोर्ट्स के प्रति जागरूकता का कार्य करने पर डॉ. आमिर सिद्दीकी (संस्थापक-ईगल स्पेशियली एबल्ड राइडर्स) को क्रिएटिव भारत अवार्ड 2025 से सम्मानित किया गया।

डॉ. आमिर को कोरोना की पहली और दूसरी खतरनाक लहर में भी दिव्यांगों की सहायता करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए स्टार स्पोर्ट्स, एनडीटीवी, न्यूज़18, समर्थ (हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड), डॉ. बत्रा पॉजिटिव हेल्थ अवार्ड द्वारा भी सम्मानित किया गया, नेपाल सरकार और रिपब्लिक ऑफ घाना (दक्षिण अफ्रीका) द्वारा मानवता के लिए अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार भी दिया जा चुका है।जितेंद्र तिवारी के अनुसार यह सिर्फ एक सम्मान नहीं, बल्कि नमस्ते क्रिएटिव भारत आंदोलन की उस शक्ति का प्रतीक है जो रचनात्मकता से परिवर्तन की राह बनाता है।

डॉ. आमिर ने बताया कि ईगल स्पेशियली एबल्ड राइडर्स की स्थापना सामाजिक समस्याओं के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाने और दिव्यांग लोगों की ओर ध्यान आकर्षित करने के उद्देश्य से किया गया है, ज्यादातर मामलों में आप देखेंगे कि अगर परिवार में कोई दिव्यांग व्यक्ति है, तो परिवार के यात्रा या समारोह में भाग लेने के दौरान उन्हें अक्सर घर पर अकेला छोड़ दिया जाता है, हम इस धारणा को बदलना चाहते हैं कि दिव्यांग लोग बोझ हैं या किसी पर निर्भर हैं, आप लोगों को शब्दों के माध्यम से उतना प्रेरित नहीं कर सकते जितना आप एक दृश्य तत्व के माध्यम से कर सकते हैं, एक फिल्म आपके दिमाग में भाषण से ज्यादा देर तक रहती है, हम लोग रेट्रोफिटेड स्कूटी द्वारा दिव्यांगों को जागरूक करने के लिए राइड करते है और दिव्यांगों को संदेश देते हैं कि आप भी व्हीलचेयर क्रिकेट, दिव्यांग मैराथन, पैरा स्पोर्ट्स, फैशन एवं टैलेंट शो के माध्यम से अपने अंदर छुपी हुई प्रतिभा को दिखा सकते है।

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