TRENDING TAGS :
सेकेंड्स में धुआं-धुआं होगा पाकिस्तान! इस फाइटर जेट डील से पावरफुल हो जाएगा भारत; अमेरिका, चीन और रूस को देगा टक्कर
Stealth Fighter Jets: ये विमान गहराई तक दुश्मन के इलाके में घुस सकते हैं, बिना ट्रैक हुए लक्ष्य को खत्म कर सकते हैं
Stealth Fighter Jets: आधुनिक युद्धों में स्टील्थ फाइटर जेट्स सबसे उन्नत और खतरनाक हथियार बन चुके हैं, जो रडार से बचने, तेज़ गति से हमला करने और AI तकनीक से युद्ध में बढ़त दिलाने की क्षमता रखते हैं। फिलहाल अमेरिका, चीन और रूस ही पूरी तरह से पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ जेट्स का संचालन कर रहे हैं। अब भारत भी इस क्षेत्र में कदम रख रहा है एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) परियोजना के ज़रिए।
स्टील्थ तकनीक, युद्ध का भविष्य
स्टील्थ फाइटर जेट्स ऐसे विमान होते हैं जो रडार और सेंसर की पकड़ से बच सकते हैं। ये विशेष डिज़ाइन, मटेरियल और AI-सक्षम प्रणालियों से लैस होते हैं जो इन्हें युद्ध के मैदान में लगभग ‘अदृश्य’ बनाते हैं। इनकी मल्टी-रोल क्षमता उन्हें हवा से हवा, हवा से ज़मीन और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध में दक्ष बनाती है।
फिलहाल अमेरिका, चीन और रूस जैसे देशों के पास ही पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर जेट्स की तकनीक और संचालन की क्षमता है। लेकिन भारत अपनी महत्वाकांक्षी एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) परियोजना के साथ इस तकनीकी दौड़ में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
क्या होते हैं स्टील्थ फाइटर जेट्स?
स्टील्थ फाइटर जेट्स खास तौर पर इस तरह से डिजाइन किए जाते हैं कि वे रडार, इन्फ्रारेड और अन्य इलेक्ट्रोमैग्नेटिक सिग्नलों से बच सकें। इनका आकार, सामग्री और सतह कोटिंग ऐसी होती है जो रडार तरंगों को अवशोषित या परावर्तित कर देती है, जिससे ये अदृश्य जैसे प्रतीत होते हैं।
पांचवीं पीढ़ी की खासियतें
एडवांस स्टील्थ टेक्नोलॉजी: रडार क्रॉस-सेक्शन को न्यूनतम करने वाला डिज़ाइन
सुपरक्रूज क्षमता: आफ्टरबर्नर के बिना भी सुपरसोनिक उड़ान
सेंसर फ्यूजन: विभिन्न स्रोतों से डेटा को मिलाकर तेज़ निर्णय
AI इंटीग्रेशन: ऑटोमेटेड मिशन प्लानिंग और नियंत्रण
मल्टी-रोल डिजाइन: वायु, ज़मीन और इलेक्ट्रॉनिक हमलों में उपयोगी
रणनीतिक बढ़त
इन खूबियों के चलते स्टील्थ फाइटर जेट्स किसी भी देश को युद्ध में निर्णायक बढ़त दिला सकते हैं। ये विमान गहराई तक दुश्मन के इलाके में घुस सकते हैं, बिना ट्रैक हुए लक्ष्य को खत्म कर सकते हैं और आधुनिक हवाई सुरक्षा प्रणालियों को भी मात दे सकते हैं।
भारत की तैयारी
भारत का AMCA प्रोजेक्ट इसी दिशा में एक बड़ा कदम है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 27 मई को ₹15,000 करोड़ की लागत वाली AMCA परियोजना के कार्यान्वयन को मंजूरी दी। यह ट्विन-इंजन, मल्टी-रोल स्टील्थ फाइटर होगा, जो सुपरक्रूज़, AI-बेस्ड सेंसर फ्यूजन, और 10 घंटे की उड़ान क्षमता जैसी आधुनिक खूबियों से लैस होगा। यह विमान पूरी तरह से स्वदेशी होगा और भारतीय वायुसेना की भविष्य की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जा रहा है। विशेषज्ञ मानते हैं कि AMCA के सफल संचालन से भारत विश्व के चुनिंदा स्टील्थ फाइटर संचालकों की सूची में शामिल हो जाएगा। स्टील्थ तकनीक आने वाले दशकों में वैश्विक सैन्य शक्ति का निर्धारण करेगी, और भारत इसमें पीछे नहीं रहना चाहता।
वर्तमान में ताकतवर देशों की स्थिति
अमेरिका: F-22 रैप्टर और F-35 लाइटनिंग II (20+ देशों में तैनात)
चीन: J-20 माइटी ड्रैगन (भारतीय सीमा पर तैनात), J-35 (निर्यात की तैयारी), J-36 (छठी पीढ़ी पर काम जारी)
रूस: Su-57 (गति में तेज़, स्टील्थ में कमतर)
AI Assistant
Online👋 Welcome!
I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!