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नहीं रुकने वाला तबाही का मंजर...भारत में भारी वर्षा से अगले 7 दिन तक आफत! 10 राज्यों में Red Alert
आइए जानते हैं इस वक़्त देश के किन-किन राज्यों में सबसे अधिक तबाही मची हुई है...
India Weather Alert
India Weather Alert: इस वक़्त देशभर में मानसून प्रबल रूप से सक्रीय है और कई राज्यों में इसका कहर दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली-एनसीआर सहित यूपी, बिहार, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, मध्य प्रदेश, ओडिशा जैसे कई राज्यों में भारी वर्षा का अलर्ट जारी कर दिया है। वहीं, जम्मू-कश्मीर से लेकर पंजाब और हिमाचल तक वर्षा ने 115 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। पहाड़ी राज्यों की बात करें तो वहां के हालात बेहद नाजुक हैं। वहां भूस्खलन और बादल फटने की घटनाएं प्रतिदिन सामने आ रही हैं, जबकि मैदानी इलाकों में नदियां उफान पर हैं। आइए जानते हैं इस वक़्त देश के किन-किन राज्यों में सबसे अधिक तबाही मची हुई है और आने वाले दिनों में मौसम का रुख कैसा रहने वाला है...
दिल्ली-NCR और यूपी - 1 सितंबर तक भारी वर्षा की संभावना
मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली-NCR में 1 सितंबर तक गरज के साथ भारी वर्षा की संभावना है। वहीं, उत्तर प्रदेश में आज यानी 29 अगस्त को कुछ राहत मिल सकती है, लेकिन 31 अगस्त से 2 सितंबर के बीच पश्चिमी उत्तर प्रदेश और 1-2 सितंबर को पूर्वी यूपी में तेज़ बरसात का अनुमान है। लगातार हो रही भारी वर्षा की वजह से गंगा और यमुना जैसी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बहना शुरू हो गयी हैं। वहीं प्रयागराज, औरेया और हमीरपुर जिले में भी बाढ़ की स्थिति बन गयी है।
जम्मू-कश्मीर: 115 साल का टूटा रिकॉर्ड
इस वक़्त जम्मू-कश्मीर में भरी वर्षा और अचानक बादल फटने के कारण हुई भूस्खलन से वहां के हालात बेहद नाजुक बने हुए हैं। बाढ़ और भूस्खलन से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस साल अगस्त की वर्षा ने 115 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। अभी हाल ही में वैष्णो देवी यात्रा के दौरान अचानक बादल फटने और भूस्खलन की कारण 34 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जिसकी संख्या बढ़कर अब 41 हो गयी है। इस बड़ी त्रासदी के बाद यात्रा रोक दी गई है। वहां के हालातों को देखते हुए सरकार ने प्रदेशभर के स्कूल-कॉलेज बंद करा दिए गए हैं और उत्तर रेलवे ने 43 ट्रेनें रद्द कर दी हैं। सेना और NDRF की टीमें लगातार राहत व बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।
हिमाचल प्रदेश में नदियां उफान पर, सैकड़ों सड़कें बंद
इस वक़्त देखा जाए तो सबसे खराब हालातों में हिमाचल प्रदेश का नाम भी सबसे शीर्ष पर है। वहां भी भरे वर्षा के कारण हालात सबसे ज्यादा खराब हैं। कुल्लू और मनाली में ब्यास नदी के किनारे स्थित घर, दुकानें और रेस्तरां पानी में बह गए। कुल्लू का अखाड़ा बाजार और मनाली के बाहंग इलाके में कई ढाबे और तमाम घर नदी की तेज धारा के साथ ध्वस्त होकर बह गए। लाहुल और चंबा जिलों का संपर्क टूट गया है। बता दे, राज्य में तीन राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 677 सड़कें बंद हो चुकी हैं। अगस्त में यहां तकरीबन 366.9 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है, जो सामान्य से लगभग 62 प्रतिशत ज्यादा है।
पंजाब में 130 गांव हुए जलमग्न
जम्मू कश्मीर और हिमाचल के बाद पंजाब में भारी वर्षा के कारण सात जिलों के 130 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। तीन से 10 फीट तक पानी भर गया है, जिससे आमजन का जीवन बेहद मुश्किल हो गया है। राज्य के तीन प्रमुख बांधों – रणजीत सागर, पौंग और नंगल से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण हालात और बिगड़ गए हैं। पठानकोट के कई गांवों में वायुसेना को रेस्क्यू ऑपरेशन चलाना पड़ा है। पंजाब में हालातों को देखते हुए स्कूल 30 अगस्त तक बंद कर दिए गए हैं और कई जिलों में रेड और येलो अलर्ट जारी किया गया है।
उत्तराखंड में भूस्खलन से बढ़ा संकट
उत्तराखंड के चमोली, उत्तरकाशी और चंपावत जिलों में आयदिन भूस्खलन की घटनाओं ने लोगों के लिए बड़ी मुश्किलें बढ़ा दी हैं। थराली और धराली में भूस्खलन के कारण नदियों पर बनी झीलों का जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। चंपावत जिले में पहाड़ी दरकने से एक युवक की जान चली गई। वहीं, मौसम विभाग ने देहरादून, नैनीताल, पौड़ी और बागेश्वर जिलों में भारी वर्षा का रेड अलर्ट जारी किया है।
राजस्थान में कुछ जिलों में राहत, लेकिन हालात अब भी गंभीर
राजस्थान में बीते मंगलवार को सवाई माधोपुर, कोटा, बूंदी, झालावाड़ और बारां जिलों में वर्षा कम हुई, जिससे राहत-बचाव कार्यों में तेजी आई है। हालांकि उदयपुर जिले में वाकल नदी और बरसाती नाले उफान मार रहे हैं, जिसके कारण कई गांवों का संपर्क टूट गया है। उदयपुर में एक कार नाले में गिर गई, जिससे 3 लोगों की मौत हो गई।
ओडिशा, झारखंड और मध्य प्रदेश: तूफानी वर्षा का गहराता संकट
इधर मौसम विभाग ने ओडिशा में तूफानी वर्षा का अलर्ट जारी किया है। वहीं, झारखंड और मध्य प्रदेश में भी कई इलाकों में भारी वर्षा की संभावना बनी हुई है। नदियों का जलस्तर तेज़ी से बढ़ रहा है, जिससे बाढ़ का संकट पैदा हो गया है।
दक्षिणी राज्यों में भी भारी वर्षा का प्रभाव
दक्षिणी राज्यों में कर्नाटक, केरल, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ जैसे राज्य भी भारी वर्षा से प्रभावित हैं। कई जगहों पर मकान ढहने और पानी भरने की घटनाएं सामने आयी हैं। वहीं, असम में भी लगातार वर्षा से नदियां उफान पर हैं और हजारों जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हैं।
अगले 7 दिन चुनौती भरे
इस वक़्त पूरे देश स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है। लगभग हर राज्यों में भारी वर्षा के कारण जान जीवन प्रभावित हुए हैं। इसी कड़ी में भारतीय मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अगले 7 दिनों तक कई राज्यों में भारी वर्षा की संभावना बनी रहेगी। पहाड़ी राज्यों में भूस्खलन और बादल फटने का खतरा अभी बरकरार है और साथ ही मैदानी इलाकों में बाढ़ से हालात और बिगड़ सकते हैं।
बता दे, मानसून का यह दौर उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक देश के कई राज्यों के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, पंजाब और उत्तराखंड जैसे राज्यों में भयंकर तबाही का मंजर साफतौर से देखा जा रहा है। वहीं, दिल्ली-NCR, उत्तर प्रदेश और बिहार में आने वाले दिनों में भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है। ऐसे में प्रशासन और आम लोगों के लिए सतर्क रहना बेहद आवश्यक है।
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