भारत का डबल धमाका! एक साथ दो खतरनाक स्टील्थ फ्रिगेट से थर्राया चीन-पाक, गेम चेंजर साबित होंगे उदयगिरि-हिमगिरि

भारतीय नौसेना 26 अगस्त को पहली बार दो स्वदेशी स्टील्थ फ्रिगेट्स INS उदयगिरि और INS हिमगिरि को एक साथ बेड़े में शामिल करेगी।

Shivam Srivastava
Published on: 10 Aug 2025 5:34 PM IST (Updated on: 10 Aug 2025 6:20 PM IST)
भारत का डबल धमाका! एक साथ दो खतरनाक स्टील्थ फ्रिगेट से थर्राया चीन-पाक, गेम चेंजर साबित होंगे उदयगिरि-हिमगिरि
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बढ़ते समुद्री तनाव और बदलते भू-राजनीतिक परिदृश्य के दौर में भारत अपनी नौसैनिक क्षमता और आत्मनिर्भरता में एक बड़ी छलांग लगाने की तैयारी कर रहा है। 26 अगस्त को भारतीय नौसेना एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करेगी पहली बार, दो स्वदेश निर्मित अगली पीढ़ी के स्टील्थ फ्रिगेट, आईएनएस उदयगिरि (F35) और आईएनएस हिमगिरि (F34) एक साथ बेड़े में शामिल किए जाएँगे।

यह भारत की बढ़ती समुद्री क्षमताओं, उसकी तकनीकी आत्मनिर्भरता और बढ़ते चीनी और पाकिस्तानी नौसैनिक प्रभाव के बीच हिंद महासागर क्षेत्र को सुरक्षित करने के उसके दृढ़ संकल्प की एक साहसिक घोषणा है।

दोनों जहाजों का वज़न लगभग 6,700 टन है, जो इन्हें पिछली श्रेणी के जहाजों से बड़ा और ज़्यादा उन्नत बनाता है। इनका स्टील्थ डिज़ाइन दुश्मन के रडार पर आसानी से नज़र नहीं आता, जिससे नौसेना को किसी भी संभावित संघर्ष में भारी बढ़त मिलती है।

इनमें जबरदस्त मारक क्षमता भी है सुपरसोनिक ब्रह्मोस मिसाइलों से लेकर, जो सैकड़ों किलोमीटर दूर स्थित लक्ष्यों पर वार कर सकती हैं, वायु-रोधी और पनडुब्बी-रोधी हथियार भी, जो जहाज को समुद्र के ऊपर और नीचे से होने वाले हमलों से सुरक्षित रखते हैं। इनमें दुश्मन के जहाजों और पनडुब्बियों पर नज़र रखने के लिए उन्नत रडार और सोनार भी लगे हैं, और ये लंबी निगरानी और बचाव कार्यों के लिए हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।

ये फ्रिगेट सिर्फ बेड़े में नए शामिल होने वाले जहाज नहीं हैं इसके साथ ये भारत की बढ़ती नौसैनिक ताकत और आत्मनिर्भरता का स्पष्ट संकेत हैं। भारत को हिंद महासागर क्षेत्र में बढ़ती चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। जहां चीन श्रीलंका, मालदीव और अफ्रीका के बंदरगाहों के ज़रिए अपनी नौसैनिक उपस्थिति बढ़ा रहा है और पाकिस्तान ग्वादर में चीनी नौसैनिक गतिविधियों को पनाह दे रहा है।

इन जहाजों के साथ, भारत अरब सागर, बंगाल की खाड़ी और मलक्का स्ट्रेट जैसे महत्वपूर्ण जलमार्गों पर कड़ी नज़र रख सकेगा। जहां से दुनिया का एक बड़ा व्यापार गुजरता है। नौसेना भारत के समुद्री हितों की रक्षा करने और किसी भी खतरे का तुरंत जवाब देने के लिए बेहतर ढंग से सुसज्जित होगी। भारत के उचित स्थान को सुनिश्चित करने के लिए भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है।

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Shivam Srivastava is a multimedia journalist with over 4 years of experience, having worked with ANI (Asian News International) and India Today Group. He holds a strong interest in politics, sports and Indian history.

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