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संसद में दिखा जेपी नड्डा का रौद्र रूप! कांग्रेस को दिखाया आईना, कहा- खरगे जी सुनिए...
JP Nadda Parliament speech: राज्यसभा में जेपी नड्डा का तीखा हमला! ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा के दौरान नड्डा ने मल्लिकार्जुन खरगे को करारा जवाब देते हुए बताया कि पहलगाम हमले के बाद 61 देशों ने भारत का समर्थन किया।
JP Nadda Parliament speech: दिल्ली की सियासी हवा बुधवार को और गर्म हो गई जब केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा के दौरान कांग्रेस को आड़े हाथों ले लिया। एक तरफ मल्लिकार्जुन खरगे ने पूछा था कि पहलगाम हमले के बाद कौन-कौन से देश भारत के साथ खड़े हुए? दूसरी तरफ जेपी नड्डा ने ऐसा जवाब दिया कि सदन में कुछ पल को सन्नाटा छा गया फिर ताली बजने लगी।
"खरगे जी सुनिए, वो अब जमींदोज हैं!"
जेपी नड्डा ने सबसे पहले साफ शब्दों में कहा"खरगे जी ने पूछा कि वो आतंकी कहां हैं? मैं बता देता हूं—वो ऑपरेशन महादेव में जमींदोज हो चुके हैं। ये पीएम मोदी की रणनीति, सेना की ताकत और दुनिया में भारत की बढ़ती साख का नतीजा है।" उनके इस बयान के बाद बीजेपी सांसदों की बेंच पर जोरदार मेज थपथपाई गई।
"ये रहा दुनिया का समर्थन – सबूतों के साथ!"
नड्डा ने कहा कि विपक्ष अब नैरेटिव सेट करने की कोशिश कर रहा है कि कोई देश भारत के साथ नहीं खड़ा हुआ। लेकिन हकीकत यह है कि 61 देशों के राष्ट्रपतियों और उपराष्ट्रपतियों ने भारत के समर्थन में बयान दिया। 35 विदेश मंत्रियों ने भारत के साथ एकजुटता दिखाई। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, ब्रिक्स, क्वाड, यूरोपीय संघ, फ्रांस, जर्मनी, पराग्वे, सेंट्रल एशियन देशों और यहां तक कि इंडियन ओशन रिम एसोसिएशन ने इस हमले की निंदा की है।
"कांग्रेस के वक्त बिरयानी खिलाई जाती थी, गोलियां खाकर भी"
जेपी नड्डा यहीं नहीं रुके। उन्होंने यूपीए सरकार के दौर को भी कटघरे में खड़ा किया। तीखे लहजे में बोले, “तब 2005, 2006 और 2008 में एक के बाद एक बम धमाके हुए, दिल्ली, मुंबई, वाराणसी सब दहले, लेकिन सरकार ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। बल्कि पाकिस्तान के साथ व्यापार और पर्यटन चलता रहा, और आतंकी मारते रहे।” उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, "हमें गोलियों से भूनते रहे और हम बिरयानी खिलाने चले गए। ऐसी तुष्टिकरण की नीति थी कि जयपुर बम धमाके के बाद भी भारत-पाक रिश्ते में मिठास घोली जाती रही।"
"सेना वही थी, पुलिस वही थी, बस हिम्मत की कमी थी"
जेपी नड्डा ने कांग्रेस सरकार पर हमला करते हुए कहा, “हमारे पास वही पुलिस, वही सेना थी, लेकिन तब राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं थी। मोदी सरकार ने वही सिस्टम लेकर ऑपरेशन सिंदूर और महादेव जैसे जवाबी कार्रवाई को अंजाम दिया, फर्क सिर्फ फैसलों का है।”
विपक्ष को नसीहत और जनता को संदेश
नड्डा का यह भाषण न सिर्फ विपक्ष के सवालों का जवाब था, बल्कि जनता के लिए एक संदेश भी, अब भारत आतंकवाद के खिलाफ सिर्फ बयान नहीं देता, कार्रवाई करता है। अब देखना यह होगा कि कांग्रेस इस हमले का क्या जवाब देती है और विपक्ष इस बदलते नैरेटिव के सामने कितनी देर तक टिक पाता है। लेकिन एक बात तय है, जेपी नड्डा का यह 'संसदीय सर्जिकल स्ट्राइक' सोशल मीडिया से लेकर हर चाय की दुकान तक चर्चा में रहने वाला है।
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