×

सदन में ओम बिरला ने राहुल गांधी को बुरी तरह फटकारा, कहा- यहाँ पर्चियाँ उड़ाने आए हो, मानसून सत्र में विपक्ष का बवाल

Parliament Monsoon Session: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने राहुल गांधी और विपक्षी सांसदों को संसद की कार्यवाही बाधित करने के लिए फटकार लगाई। बिहार के SIR मुद्दे पर चल रहे विरोध और नारेबाजी के बीच, बिरला ने संसद की गरिमा बनाए रखने की अपील की।

Harsh Sharma
Published on: 28 July 2025 1:39 PM IST
Om birla and Rahul Gandhi
X

Om birla and Rahul Gandhi 

Parliament Monsoon Session: सोमवार को लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान विपक्षी सांसदों की नारेबाजी को लेकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने खासकर कांग्रेस के नेता राहुल गांधी से कहा कि वह अपने पार्टी के नेताओं को समझाएं कि जनता ने उन्हें संसद में पर्चियां फेंकने और तख्तियां लाने के लिए नहीं भेजा है।

भड़के ओम बिरला

यह विवाद बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के मुद्दे पर शुरू हुआ था, जिस पर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के सांसद नारेबाजी कर रहे थे। जैसे ही लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई और प्रश्नकाल की शुरुआत की गई, विपक्षी सांसदों ने 'SIR वापस लो' के नारे लगाना शुरू कर दिया। इससे प्रश्नकाल की कार्यवाही प्रभावित हुई और लोकसभा अध्यक्ष को इस पर प्रतिक्रिया देनी पड़ी।

ओम बिरला ने कहा

क्या आप सदन को बाधित करना चाहते हैं? क्या ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा नहीं करना चाहते? आपने पहले कहा था कि इस पर चर्चा होनी चाहिए, अब क्यों नहीं होने दे रहे?" उन्होंने विपक्षी सांसदों से सवाल करते हुए कहा, "क्या आप लोग सच में संसद की कार्यवाही नहीं चलने देना चाहते?" लोकसभा अध्यक्ष ने इस मुद्दे पर विपक्षी नेता राहुल गांधी से भी बात की और उन्हें कहा कि वह अपने नेताओं को समझाएं कि उन्हें सदन में इस तरह के विरोध प्रदर्शन करने के लिए नहीं भेजा गया था। बिरला ने कहा कि यह संसद की गरिमा के खिलाफ है।

जानबूझकर सदन की कार्यवाही को बाधित कर रहे

ओम बिरला ने नारेबाजी कर रहे सांसदों से कहा, "आप जानबूझकर सदन की कार्यवाही को बाधित कर रहे हैं। इससे संसद की गरिमा घटती है। आप लोग सदन में कोई बहस नहीं करना चाहते।" उन्होंने यह भी कहा कि देश जानना चाहता है कि विपक्षी दल जानबूझकर प्रश्नकाल क्यों नहीं चलने दे रहे हैं। उन्होंने इसे उचित नहीं बताया और कहा, "सदन देश की 140 करोड़ जनता की आवाज़ का प्रतिनिधित्व करता है, इसे बाधित नहीं किया जाना चाहिए।"

सभी दलों को इसे गंभीरता से समझना चाहिए

यह घटनाक्रम लोकसभा की कार्यवाही में एक बड़ी हलचल का कारण बना, जहां सदन की कार्यवाही नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन के कारण बाधित हो रही थी। ओम बिरला ने इस दौरान संसद के सम्मान को बनाए रखने की अपील की और कहा कि सभी दलों को इसे गंभीरता से समझना चाहिए इस पूरी स्थिति को लेकर संसद में अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, लेकिन ओम बिरला ने जो सख्त रुख अपनाया, वह इस बात का संकेत है कि संसद में कार्यवाही की गरिमा बनाए रखना जरूरी है।

Start Quiz

This Quiz helps us to increase our knowledge

Harsh Sharma

Harsh Sharma

Content Writer

Next Story

AI Assistant

Online

👋 Welcome!

I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!