Amit Shah meets President: राष्ट्रपति भवन में हलचल तेज! अचानक द्रौपदी मुर्मू से मिलने पहुंचे अमित शाह और मोदी, सियासी गलियारों में शुरू हुई फुसफुसाहट

PM Modi and Amit Shah meets President: सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बिना किसी पूर्व घोषणा के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात ने सबको चौंकाया ही था, कि शाम होते-होते केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी राष्ट्रपति भवन पहुंच गए।

Harsh Srivastava
Published on: 3 Aug 2025 8:59 PM IST (Updated on: 3 Aug 2025 9:07 PM IST)
Amit Shah meets President: राष्ट्रपति भवन में हलचल तेज! अचानक द्रौपदी मुर्मू से मिलने पहुंचे अमित शाह और मोदी, सियासी गलियारों में शुरू हुई फुसफुसाहट
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PM Modi and Amit Shah meets President: दिल्ली का राष्ट्रपति भवन रविवार को अचानक राजनीतिक हलचल का केंद्र बन गया। सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बिना किसी पूर्व घोषणा के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात ने सबको चौंकाया ही था, कि शाम होते-होते केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी राष्ट्रपति भवन पहुंच गए। इन दोनों शीर्ष नेताओं की एक ही दिन राष्ट्रपति से मुलाकात ने राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया है।

राष्ट्रपति भवन की चुप्पी, सियासत की हलचल

राष्ट्रपति भवन ने एक बेहद साधारण सोशल मीडिया पोस्ट के ज़रिए जानकारी दी कि "केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की।" इससे पहले यही बयान प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकात के बारे में भी साझा किया गया था। लेकिन मुलाकात का विषय क्या था? बातचीत किन मुद्दों पर हुई? इन सवालों का जवाब अभी किसी के पास नहीं है। हालांकि इन दो मुलाकातों का एक ही दिन में होना, और वो भी इतनी गोपनीयता के साथ, कुछ बड़ा इशारा जरूर करता है। क्या सरकार कोई बड़ा फैसला लेने जा रही है? क्या किसी नए अध्यादेश या विधेयक पर चर्चा हुई? या फिर आने वाले लोकसभा शीतकालीन सत्र को लेकर रणनीति बन रही है?

मुलाकातें यूं ही नहीं होतीं!

राजनीति में संयोग बहुत कम होते हैं और संदेश बहुत गहरे। प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री शाह, दोनों का एक ही दिन राष्ट्रपति से मिलना साधारण बात नहीं मानी जा रही। सूत्रों के मुताबिक, यह मुलाकातें सिर्फ शिष्टाचार नहीं थीं, बल्कि किसी बेहद अहम फैसले से पहले की प्रक्रिया हो सकती हैं। कुछ राजनीतिक विश्लेषक इसे कश्मीर को लेकर संभावित नए कदम से जोड़कर देख रहे हैं, तो कुछ का कहना है कि यह संघीय ढांचे में कोई नया बदलाव लाने की तैयारी का हिस्सा हो सकता है। हालांकि सरकार की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

आने वाले दिनों में तस्वीर होगी साफ

फिलहाल जो भी हो, राष्ट्रपति भवन में अचानक बढ़ी गतिविधियों ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि भारतीय राजनीति में कुछ भी अचानक और बिना मकसद के नहीं होता। अब निगाहें हैं उस आधिकारिक ऐलान पर, जो शायद इन मुलाकातों की असली वजह सामने लाएगा।

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Harsh Shrivastava is an enthusiastic journalist who has been actively writing content for the past one year. He has a special interest in crime, politics and entertainment news. With his deep understanding and research approach, he strives to uncover ground realities and deliver accurate information to readers. His articles reflect objectivity and factual analysis, which make him a credible journalist.

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