विदेश में पढ़ाई पर खर्च किया 1.76 लाख करोड़ रुपये, क्या भारत में बेहतर शिक्षा इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं बन सकता था? जानें पूरी रिपोर्ट

भारत के छात्रों ने पिछले 10 वर्षों में विदेश में पढ़ाई के लिए ₹1.76 लाख करोड़ खर्च किए। क्या यह राशि भारत में उच्च शिक्षा के बेहतर अवसरों के लिए इस्तेमाल नहीं हो सकती थी? जानें पूरी रिपोर्ट।

Harsh Sharma
Published on: 14 Aug 2025 3:09 PM IST
विदेश में पढ़ाई पर खर्च किया 1.76 लाख करोड़ रुपये, क्या भारत में बेहतर शिक्षा इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं बन सकता था? जानें पूरी रिपोर्ट
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भारत में शिक्षा के लिए विदेश भेजे गए पैसों का आंकड़ा चौंकाने वाला है। इंडिया टुडे द्वारा दायर सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक, भारतीयों ने पिछले 10 वर्षों में विदेश में पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए ₹1.76 लाख करोड़ खर्च किए हैं। इतनी बड़ी रकम से भारत में कई आईआईटी खोले जा सकते थे। आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, 2014 से 2024 तक, विदेश में शिक्षा के लिए यह राशि भेजी गई है। अकेले 2024 में ₹29 हजार करोड़ खर्च किए गए, जबकि 10 साल पहले 2014 में यह आंकड़ा ₹2,429 करोड़ था, जो उस समय सबसे कम था। इसका मतलब है कि पिछले 10 सालों में विदेश शिक्षा पर खर्च में 1200% की बढ़ोतरी हुई है। आरबीआई द्वारा दिए गए आंकड़े अमेरिकी डॉलर में थे, जिन्हें वर्तमान विनिमय दर से भारतीय रुपए में बदला गया है।

विदेश में पढ़ाई के लिए भारतीय छात्रों का रुझान घटा

2024 में विदेश में पढ़ाई के लिए जाने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में 15% की गिरावट आई है। इसकी वजह यह है कि कई देशों ने वीजा नियम सख्त कर दिए हैं। 2024 में कुल 7,59,064 भारतीय छात्र विदेश गए, जो 2023 के मुकाबले कम थे, लेकिन 2022 से थोड़े ज्यादा थे।

एक IIT बनाने पर कितना खर्च आता है?

ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन (BoI) के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 10 सालों में भारतीयों ने विदेशों में पढ़ाई पर ₹1.76 लाख करोड़ खर्च किए। 2014 में आई एक रिपोर्ट में बताया गया था कि एक IIT बनाने में ₹1,750 करोड़ का खर्च आता है, जो अब महंगाई के हिसाब से ₹2,823 करोड़ हो गया है।

क्या इतने पैसे से IIT नहीं बन सकते थे?

अगर पिछले 10 सालों में विदेश भेजी गई इस बड़ी राशि का सही इस्तेमाल भारत में किया जाता, तो लगभग 62 IITs बनाए जा सकते थे! 2024 में जो ₹29,000 करोड़ विदेश भेजे गए, उससे 10 से ज्यादा IITs खोले जा सकते थे। ये आंकड़े बताते हैं कि अगर ये पैसा भारत में लगाया जाता, तो देश में छात्रों के लिए बेहतर मौके तैयार हो सकते थे।

सरकार के बजट से ज्यादा खर्च विदेश में पढ़ाई पर

केंद्र सरकार ने 2025-26 के लिए उच्च शिक्षा विभाग को ₹50,077.95 करोड़ आवंटित किए थे, जो पिछले साल के ₹46,482.35 करोड़ से लगभग 8% ज्यादा है। हालांकि, यह राशि भारतीयों द्वारा विदेशों में शिक्षा पर किए गए खर्च से कम है। पिछले साल, भारतीय छात्रों ने विदेश में पढ़ाई के लिए ₹29,000 करोड़ से ज्यादा खर्च किए। पिछले 10 सालों में यह रकम ₹1.76 लाख करोड़ तक पहुंच गई, जो सरकार के पूरे वार्षिक उच्च शिक्षा बजट से तीन गुना ज्यादा है।

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