मोदी का जिनपिंग को बड़ा संदेश, द्विपक्षीय बैठक में बोले- विश्वास और सम्मान से ही सुधरेंगे रिश्ते

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से द्वपक्षीय बैठक की।

Shivam Srivastava
Published on: 31 Aug 2025 10:33 AM IST (Updated on: 31 Aug 2025 1:59 PM IST)
मोदी का जिनपिंग को बड़ा संदेश, द्विपक्षीय बैठक में बोले- विश्वास और सम्मान से ही सुधरेंगे रिश्ते
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Modi-Jinping Meeting: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के तिआनजिन मे उन्होंने शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन से पहले चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से द्विपक्षीय बैठक की। यह मुलाकात यिंगबिन होटल में हुई और करीब 40 मिनट तक चली। बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और चीन के बीच सीमा प्रबंधन को लेकर सहमति बनी है। उन्होंने कैलाश मानसरोवर यात्रा और दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानों में हुई प्रगति का भी उल्लेख किया, जिससे लगभग 2.8 अरब लोगों को लाभ होगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने आपसी सम्मान और विश्वास को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया और SCO की सफल अध्यक्षता के लिए राष्ट्रपति जिनपिंग को बधाई दी। उन्होंने कहा कि भारत और चीन एक-दूसरे की संवेदनशीलताओं का सम्मान करते हैं और संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय रिश्तों को सकारात्मक दिशा देने पर चर्चा की। शी जिनपिंग ने पीएम मोदी से कहा, प्रधानमंत्री मोदी, आपसे दोबारा मिलकर खुशी हुई। मैं आपको चीन में SCO शिखर सम्मेलन के लिए स्वागत करता हूं। हमारी पिछली मुलाकात पिछले साल रूस के कजान में सफल रही थी।

करीब एक घंटे चली इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव विक्रम मिस्री, चीन में भारत के राजदूत प्रदीप रावत, ईस्ट एशिया के जॉइंट सेक्रेटरी गौरांग लाल दास और पीएमओ के अतिरिक्त सचिव दीपक मित्तल मौजूद थे। वहीं, शी जिनपिंग के साथ चीनी विदेश मंत्री वांग यी, प्रधानमंत्री ली कियांग, चीनी राष्ट्रपति कार्यालय के डायरेक्टर जनरल कैई ची और भारत में चीन के राजदूत शू फेहोंग शामिल थे।

शी जिनपिंग ने आगे कहा, “दुनिया परिवर्तन के दौर में है। चीन और भारत सबसे पुरानी सभ्यताएं हैं, हमारे पास सबसे बड़ी जनसंख्या है और हम ग्लोबल साउथ का अहम हिस्सा हैं। ऐसे में हमारा मित्र होना, अच्छे पड़ोसी बनना और ड्रैगन व हाथी का साथ आना बहुत जरूरी है।”

उन्होंने यह भी कहा कि इस साल भारत-चीन राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ है, और दोनों देशों को अपने रिश्तों को दीर्घकालिक और रणनीतिक नजरिए से संभालना चाहिए। जिनपिंग ने बहुपक्षीयता, वैश्विक संस्थानों में लोकतंत्र और एशिया व दुनिया में शांति और समृद्धि के लिए एक साथ काम करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।

सात साल बाद चीन पहुंचे पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह चीन यात्रा कई दृष्टिकोण से अहम मानी जा रही है, क्योंकि वह सात साल बाद पहली बार चीन पहुंचे हैं। पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच यह मुलाकात ऐसे समय हो रही है जब भारत और चीन के रिश्तों में कुछ नरमी देखी जा रही है। यह बीते दस महीनों में दोनों नेताओं की दूसरी मुलाकात है। इससे पहले दोनों की भेंट ब्रिक्स 2024 सम्मेलन के दौरान रूस के कजान शहर में हुई थी।

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Shivam Srivastava

Shivam Srivastava is a multimedia journalist with over 4 years of experience, having worked with ANI (Asian News International) and India Today Group. He holds a strong interest in politics, sports and Indian history.

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