TRENDING TAGS :
Snake lifespan: कितने साल तक जिंदा रहते हैं सांप? जानिए उनकी उम्र और रहस्यमयी तथ्य!
Interesting Facts About Snakes: भारत में सांपों की करीब 270 से अधिक प्रजातियाँ पाई जाती हैं और उनकी उम्र में काफी विविधता देखी जाती है।
Pic Credit - Social Media
How long do snakes live: सांप - यह नाम सुनते ही लोगों के मन में डर और रहस्य दोनों ही पैदा हो जाते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये रहस्यमयी जीव कितने साल तक ज़िंदा रहते हैं? ज़्यादातर लोग सोचते हैं कि सांपों की उम्र बहुत कम होती है, पर सच इससे काफी अलग है। दरअसल सांपों की उम्र उनकी प्रजाति, रहने के माहौल और खाने की सुविधा पर निर्भर करती है। तो चलिए जानते हैं कि सांप कितने साल तक जीवित रह सकते हैं और उनके जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातें।
दुनिया में सांपों की प्रजातियाँ
आज की तारीख में दुनिया में 4,000 से भी ज्यादा सांपों की प्रजातियाँ पाई जाती हैं और हर प्रजाति की जीवन अवधि अलग-अलग होती है। भारत में इनकी संख्या लगभग 270 है। आम सांप जैसे कि रैट स्नेक (Rat Snake) और वॉटर स्नेक (Water Snake) सामान्यतः प्राकृतिक वातावरण में 10 - 15 साल तक जीवित रहते हैं। वहीं विषैले सांप जैसे कोबरा, करैत और वाइपर 12 - 20 साल तक जीवित रह सकते हैं, हालांकि कुछ प्रजातियों की उम्र 8 साल से लेकर 20 साल तक भी हो सकती है। बड़े और शक्तिशाली सांप जैसे पायथन और एनाकोंडा, अगर पालतू या सुरक्षित वातावरण में हों तो 25 - 40 साल तक जीवित रह सकते हैं। प्राकृतिक वातावरण में खतरे से दूर रहने पर ये सांप 30 - 40 साल तक भी जीवित रह सकते हैं। लेकिन अधिकतर सांपों की लंबी उम्र केवल उनके अनुकूल पर्यावरण में ही संभव है।
कैद में सांपों की लंबी उम्र
जब सांपों को चिड़ियाघर या रिसर्च सेंटर जैसी सुरक्षित जगहों पर रखा जाता है, तो उनकी उम्र प्राकृतिक वातावरण की तुलना में काफी बढ़ जाती है। इसका कारण यह है कि उन्हें नियमित और संतुलित भोजन मिलता है, शिकारी जीवों का खतरा नहीं रहता और वैज्ञानिक तापमान व नमी का ध्यान रखते हैं। उदाहरण के तौर पर अमेरिका के सेंट लुईस चिड़ियाघर में एक बॉल पाइथन ने 47 साल से अधिक जीवित रहकर सांपों की उम्र का रिकॉर्ड बनाया। कुछ रिपोर्ट के अनुसार वही बॉल पाइथन 62 साल तक भी जीवित रही जो सांपों के लिए विश्व रिकॉर्ड माना जाता है।
तापमान और सांपों की उम्र
सांप ठंडे खून वाले जीव होते हैं यानी वे अपने शरीर का तापमान खुद नियंत्रित नहीं कर सकते और उनका शरीर का तापमान आसपास के वातावरण पर निर्भर करता है। गर्म और नम जगहों में उनका मेटाबॉलिज्म तेज होता है, जिससे वे जल्दी बढ़ते हैं लेकिन उनकी उम्र थोड़ी कम हो सकती है। वहीं ठंडे और स्थिर वातावरण में उनका मेटाबॉलिज्म धीमा रहता है, जिससे ऊर्जा की खपत कम होती है और वे लंबी उम्र तक जीवित रह सकते हैं। ऐसे समय में सांप शीतनिद्रा (brumation) की अवस्था में चले जाते हैं। जिसमें उनका शरीर कम सक्रिय रहता है और वे ऊर्जा बचाते हैं। सांप अपने शरीर का तापमान सूरज की गर्मी जैसी बाहरी चीजों से प्राप्त करते हैं, इसलिए दिन में वे गर्म और रात में ठंडे हो सकते हैं। इस वजह से उनका जीवनकाल मौसम और तापमान पर बहुत निर्भर करता है।
भोजन और मेटाबॉलिज्म का सांपों पर प्रभाव
सांपों का मेटाबॉलिज्म बहुत धीमा होता है इसलिए वे हफ्तों या महीनों तक बिना खाए रह सकते हैं। एक बड़ा शिकार खाने के बाद उन्हें इसे पचाने में कई दिन या हफ्ते लग सकते हैं और इस दौरान उन्हें बार-बार भोजन की जरूरत नहीं होती। अगर भोजन कम मिल रहा हो तो उनका मेटाबॉलिज्म और धीमा हो जाता है, जिससे वे ऊर्जा बचाते हैं। लेकिन लंबे समय तक भूख से उनकी उम्र प्रभावित हो सकती है। वहीं नियमित और पर्याप्त भोजन मिलने पर सांप स्वस्थ रहते हैं और उनकी जीवन अवधि लंबी होती है। इस तरह सामान्य तौर पर शिकार करने वाले और अच्छी तरह पोषित सांप लंबे समय तक जीवित रह सकते हैं।
सांपों की मृत्यु के कारण
प्रकृति में सांपों की मृत्यु अक्सर निम्न कारणों से होती है:
शिकारी जीवों के हमले - जैसे बाज, नेवला या बड़े जानवर।
मानव हस्तक्षेप - जंगलों की कटाई, सड़क हादसे, या लोगों द्वारा मारे जाना।
बीमारियाँ और परजीवी संक्रमण - जो उनकी प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर देते हैं।
अत्यधिक तापमान परिवर्तन - जिससे उनका शरीर अनुकूल नहीं रह पाता।
क्या सांप बुढ़ापे में मरते हैं?
सांपों में बुढ़ापा बहुत धीरे-धीरे आता है और वे अपने जीवनकाल में कई बार अपनी त्वचा (मोल्टिंग) बदलते हैं। उनके बुढ़ापे का कोई तेज असर नहीं होता लेकिन धीरे-धीरे उनकी गति कम हो जाती है और कमजोरी आने लगती है। अधिकांश सांप अंततः भोजन की कमी, कमजोरी या बीमारी के कारण मरते हैं। प्राकृतिक परिस्थितियों में उनके लिए बुढ़ापे से मरना कम होता है। क्योंकि जंगल में शिकारियों, मौसम और स्वास्थ्य समस्याओं से उनकी मृत्यु का खतरा ज्यादा होता है। मोल्टिंग उनके स्वस्थ जीवन और वृद्धि का संकेत है और उनकी उम्र धीरे-धीरे बीतती है।
भारत में पाए जाने वाले प्रमुख सांपों की उम्र
भारत में कुछ प्रसिद्ध सांपों की औसत आयु इस प्रकार है।
कोबरा (Indian Cobra) - 15 से 20 वर्ष
करैत (Common Krait) - 10 से 15 वर्ष
रसेल वाइपर (Russell’s Viper) - 15 से 25 वर्ष
पायथन (Indian Rock Python) - 25 से 30 वर्ष तक
AI Assistant
Online👋 Welcome!
I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!



