Kutta Kat Le To Kya Kare: कुत्तों के काटने से सिर्फ रैबीज ही नहीं… फैलती है ये घातक बीमारी! बचना है तो तुरंत करें ये काम

Kutta Kat Le To Kya Kare: कुत्ते के काटने से न सिर्फ रेबीज जैसी जानलेवा बीमारी होने का खतरा होता है बल्कि इससे और भी कई तरह की बीमारियां होतीं हैं आइये जानते हैं आखिर कौन कौन सी हैं ये बीमारियां।

Newstrack Desk
Published on: 13 Aug 2025 1:21 PM IST
Kutta Kat Le To Kya Kare First Aid For Dog Bite Supreme Court Action
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Kutta Kat Le To Kya Kare First Aid For Dog Bite Supreme Court Action (Image Credit-Social Media)

Kutta Kat Le To Kya Kare: अक्सर ही आप बाहर घुमते हुए किसी न किसी आवारा कुत्ते के लोगों को काट लेने की खबर सुनते होंगे। कभी किसी वारा कुत्ते ने छोटे बच्चों पर हमला कर दिया, तो कभी किसी कुत्ते को खाना खिलाने को लेकर लोग आपस में ही मार-पीट करना शुरू कर देते हैं। इधर बीच पिछले दिनों से कई ऐसी खबरें भी सामने आ चुकी है जिनमें आवारा कुत्ते के काटने से कई लोगों की मौत भी हो गई। बाहर घूमने वाले आवारा कुत्तों के सबसे ज्यादा शिकार इस वक़्त छोटे बच्चे बन रहे हैं। इसके साथ ही कई तरह की बीमारियां भी कुत्ते के काटने से हो रही हैं।

इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने दिया बड़ा आदेश

अब सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली NCR के सभी आवारा कुत्तों को पकड़कर शैल्टर होम्स में डालने का आदेश दिया है। कोर्ट ने कहा लोगों की सुरक्षा का ध्यान में रखते हुए ये निर्णय लिया गया है। जिसका सतर्कता से पालन करने का आदेश भी जारी किया गया है। कोर्ट के इस निर्णय को लेकर बहुत लोग खुश भी है क्योंकि सड़कों पर घूमने वाले आवारा कुत्तों को किसी भी प्रकार की वैक्सीन भी नहीं लगाई जाती। और जब कोई कुत्ता किसी व्यक्ति पर हमला करता है तो रैबीज जैसी खटक व जानलेवा बीमारी हो जाती है।

कुत्तों के काटने से सबसे पहले जो बीमारी सबसे पहले और अधिक बिमारी का ख़तरा होता है वो है रैबीज। यदि इस बीमारी का टीका न लगे तो इससे मौत भी हो सकती है। ही में आपने सुना होगा कि एक कबड्डी के खिलाड़ी की मौत भी रैबीज के कारण हुई है। हालांकि कुत्तों के काटने से केवल रैबीज नहीं बल्कि कुछ ऐसी बीमारियों भी होती हैं जो बहुत ही खतरनाक होती हैं।

1. पस (प्यूरुलेंट) संक्रमण और बैक्टीरिया के फैलने का ख़तरा

राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के एक डॉ. के मुताबिक, कुत्ते के काटने से जो चोट आती है, उसके माध्यम से कुत्ते के शरीर का एक बैक्टीरिया पीड़ित व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर जाता हैं। इस बैक्टीरिया का नाम है Capnocytophaga canimorsus ये बैक्टीरिया उन लोगों में ज्यादा खतरनाक होता है जिनकी इम्यूनिटी बहुत कमजोर होती है जैसे कि बुजुर्ग, डायबिटीज या कैंसर के मरीज। इस बैक्टीरिया से शरीर में संक्रमण फैलता है जैसे- चोट लगने या काटने की जगह पर पस पड़ने के साथ सूजन और त्वचा लाल होने लगती है। यदि वक़्त पर इलाज न मिले तो ये संक्रमण जानलेवा हो सकता है।

2. सेप्सिस (Sepsis)

यदि कुत्ते के काटे हुए चोट को ठीक तरह साफ न किया जाए या समय पर डॉक्टर को न दिखाया जाए तो ये बैक्टीरिया आपकी खून की धमनियों में भी फैलने का खतरा बढ़ जाता है जिससे सेप्सिस हो जाता है। यह स्थिति एक-एक बूँद खून कम होना शुरू हो जाता है, साथ ही आर्टरी ब्लॉक होने और शरीर के ऑर्गन फेल्योर जैसे बड़ा ख़तरा खड़ा कर सकती है। यहां कारण किसी साधारण कट की तरह नहीं, इसमें जानलेवा का खतरा भी हो जाता है।

कैसे रह सकते हैं सुरक्षित ?

- किसी भी कुत्ते के काटने को अनदेखा न करें। मेडिकल ईलाज के साथ काटे हुए अंग की साफ-सफाई अवश्य करें।

- कुत्ते के काटने के बाद तत्काल तुरंत साफ-पानी और साबुन से कची हुई जगह को साफ करें।

- कोई लाल हुई जगह, पस या सूजन दिखे तो तत्काल डॉक्टर को दिखाएं।

- टिटनेस वैक्सीन यदि समय-सीमित हो जाए तो उसकी बूस्टर अवश्य लें।

- कुत्ते के काटने के आसपास यदि जलन, बुखार या कमजोरी जैसे लक्षण महसूस हों तो इन्हें सेप्सिस की चेतावनी समझें।

- Dog Bite को ‘साधारण हादसा’ समझकर हलके में न लें, बल्कि डॉक्टर को अवश्य दिखाएं।

Dog Bite कोई 'साधारण हादसा' नहीं...

कुत्ते का काटना (Dog Bite) केवल एक ‘साधारण हादसा’ नहीं होता। विशेषकर थर्ड बीमारी सेप्सिस को समझना बहुत आवश्यक है। यहां कुत्तों के व्यवहार को समझना भी आवश्यक होता है कि आखिर वो इंसानों पर हमला क्यों करते हैं या फिर स्ट्रे-डॉग इनते अग्रेसिव क्यों होते हैं। आपको बता दें कि ज्यादातर पालतू कुत्तों को ट्रेनिंग दी जाती है की किस व्योक्ति पर कब हमला करना है या फिर पालतू कुत्ते को यह अंदेशा हो जाता है कि उनसे गलती हो गई है और वो पीछे हट जाते हैं। लेकिन अवारा कुत्ते आक्रामक और शिकारी प्रवृति की होेते हैं जो खतरा दीखते ही तुरंत हमला कर देते हैं। इसके अलावा पालतू कुत्तों को हमेशा वैक्सीन लगवाई जाती है जबकि अवारा कुत्ते वैक्सीनेटेड नहीं होते हैं। इसीलिए इनके काटने से बीमारी होने का खतरा ज्यादा होता है जैसे रैबीज या सेप्सिस जैसी बीमारियों का।

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