TRENDING TAGS :
समाज सेवी डॉक्टर साहब से अब जननेता - एमके विष्णु प्रसाद - तमिलनाडु की सियासत में चमका नया सितारा
Politician MK Vishnu Prasad: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की तमिलनाडु इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष एमके विष्णु दो बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं।
Politician MK Vishnu Prasad (Image Credit-Social Media)
Politician MK Vishnu Prasad: तमिलनाडु में जब भी राजनीति में नवाचार, ईमानदारी और विकास की चर्चा होती है तो एमके विष्णु प्रसाद का नाम प्रमुखता से सामने आता है। पेशे से डॉक्टर और दिल से जनसेवक, एमके विष्णु ने कांग्रेस पार्टी के माध्यम से राजनीति में एक नई ऊर्जा का संचार किया। वर्तमान में वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की तमिलनाडु इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष हैं और दो बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं। आइए 8 जुलाई को इनके जन्मदिवस के दिन जानते हैं इनके राजनैतिक सफर और उपलब्धियों के बारे में विस्तार से-
जन्म, परिवार और प्रारंभिक जीवन की नींव
एमके विष्णु प्रसाद का जन्म 8 जुलाई 1972 को चेन्नई में एक राजनीतिक-सामाजिक चेतना से भरपूर परिवार में हुआ। उनके पिता एम. कृष्णा स्वामी कांग्रेस के पुराने और अनुभवी नेता रहे हैं। जिनसे उन्हें राजनीति के संस्कार मिले। मां केवी चित्रा ने उन्हें मानवीय संवेदनाएं और समाज के प्रति उत्तरदायित्व का बोध कराया। विष्णु प्रसाद का पालन-पोषण सामाजिक मूल्यों और अनुशासन के साथ हुआ।
शिक्षा और चिकित्सा में योगदान
उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा चेन्नई में पूरी करने के बाद, मद्रास मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त की। एक कुशल डॉक्टर के रूप में उन्होंने कई वर्षों तक चिकित्सा सेवा दी। चिकित्सा की पढ़ाई के दौरान ही उनमें सामाजिक समस्याओं को लेकर गहरी संवेदना विकसित हुई और वे समझने लगे कि समाज में सुधार लाने के लिए केवल इलाज ही नहीं, बल्कि नीति-निर्माण में भी भागीदारी जरूरी है।
राजनीति में शुरुआती कदम और युवा कांग्रेस का नेतृत्व
2003 में उन्होंने तमिलनाडु युवा कांग्रेस के आयोजन सचिव के रूप में अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की। उन्हें संगठन की गहराई से समझ थी, और कुछ ही वर्षों में वे तमिलनाडु युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बन गए। इस भूमिका में उन्होंने युवाओं को राजनीति से जोड़ने के लिए राज्य भर में कार्यक्रम, रैलियां और प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए। उनके नेतृत्व में युवा कांग्रेस ने नई पहचान बनाई।
विधायक के रूप में विकास की नई इबारत
वर्ष 2006 में वे तमिलनाडु विधानसभा के लिए चुने गए और चेय्यार विधानसभा क्षेत्र से 13वीं विधानसभा के सदस्य बने। बतौर विधायक उन्होंने सबसे उल्लेखनीय काम चेय्यार एसआईपीसीओटी औद्योगिक पार्क की स्थापना में किया। यह औद्योगिक पार्क आज 30000 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार देता है। इस पहल से क्षेत्र में आर्थिक उन्नति का नया द्वार खुला और चेय्यार को तमिलनाडु के औद्योगिक मानचित्र पर प्रमुखता मिली।
2019 लोकसभा चुनाव में पहली जीत - अरनी से संसद तक
लोकसभा स्तर पर उनकी पहली सफलता वर्ष 2019 में मिली, जब उन्होंने अरनी लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा और भारी मतों से जीत हासिल की। उन्हें करीब दो लाख वोटों के अंतर से विजयी घोषित किया गया। संसद में उन्होंने तमिलनाडु के मुद्दों को प्रखरता से उठाया, खासकर उद्योग, शिक्षा, रोजगार और पर्यावरण से जुड़े विषयों पर। उनकी गंभीर और तथ्यों पर आधारित बहसों से संसद में उन्हें एक जिम्मेदार जनप्रतिनिधि के रूप में पहचान मिली।
2024 में कुड्डालोर से ऐतिहासिक जीत
2024 के आम चुनाव में पार्टी ने उन्हें कुड्डालोर लोकसभा सीट से मैदान में उतारा। यहां उन्होंने एआईएडीएमके और बीजेपी समर्थित गठबंधन के मजबूत प्रत्याशी को हराकर दोबारा लोकसभा की सदस्यता पाई। इस बार उनकी जीत का अंतर और भी बड़ा था। लगभग 2.45 लाख वोटों से मिली यह जीत न केवल जनता के भरोसे का प्रतीक थी, बल्कि उनके बढ़ते जनाधार का स्पष्ट संकेत भी थी।
तमिलनाडु कांग्रेस में संगठनात्मक भूमिका
लोकसभा में शानदार प्रदर्शन और जनसंपर्क की दक्षता के आधार पर उन्हें तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया। इस पद पर रहते हुए उन्होंने बूथ स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक संगठन को फिर से खड़ा करने की दिशा में लगातार काम किया। चुनावी तैयारियों, कार्यकर्ता प्रशिक्षण, महिला और युवा विंग को सक्रिय करने में उनकी अहम भूमिका रही है। वे राहुल गांधी के विचारों और कांग्रेस के मूल्यों के सशक्त प्रतिनिधि माने जाते हैं।
स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में सामाजिक सरोकार
राजनीतिक जिम्मेदारियों के साथ-साथ एमके विष्णु प्रसाद सामाजिक गतिविधियों में भी बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं। उन्होंने तमिलनाडु के ग्रामीण क्षेत्रों में कई मुफ्त मेडिकल कैंप आयोजित कर लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाईं। वे बच्चों की शिक्षा के क्षेत्र में भी सक्रिय हैं और जरूरतमंद विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति, किताबें और स्कूल युनिफॉर्म मुहैया कराने के अभियान चलाते हैं।
जनता से सीधा संवाद और लोकप्रियता
विष्णु प्रसाद को उनके सीधे, साफ-सुथरे और जमीन से जुड़े व्यवहार के लिए जाना जाता है। वे अकसर बिना लाव-लश्कर के गांवों में लोगों से मुलाकात करते हैं, जनसुनवाई करते हैं और समस्याओं को रिकॉर्ड कर त्वरित समाधान देते हैं। उनके निर्वाचन क्षेत्रों में एक 'जनता समाधान केंद्र' भी चलता है, जहां लोग अपनी समस्याएं दर्ज करा सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं कि समाधान कब होगा।
राजनीति में उनके योगदान की व्यापकता
एमके विष्णु प्रसाद का राजनीतिक योगदान केवल चुनावी जीत तक सीमित नहीं है। उन्होंने औद्योगिक विकास, युवाओं को राजनीति में लाने, महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य सेवा, और कांग्रेस पार्टी के सांगठनिक पुनर्गठन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में योगदान दिया है। उनके प्रयासों से न केवल पार्टी को मजबूती मिली, बल्कि जनता का कांग्रेस पर भरोसा भी बढ़ा है।
वर्तमान में वे तमिलनाडु कांग्रेस के सबसे भरोसेमंद और सक्रिय नेताओं में गिने जाते हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नेताओं के बीच वे सेतु की भूमिका निभा रहे हैं। आने वाले वर्षों में उन्हें राज्य के नेतृत्व में बड़ी भूमिका मिल सकती है या वे केंद्रीय मंत्री पद की रेस में भी आगे बढ़ सकते हैं। उनके कामकाज की शैली, विचारों की स्पष्टता और जनसेवा की भावना उन्हें राजनीतिक भविष्य के लिए एक मजबूत दावेदार बनाती है।
एमके विष्णु प्रसाद उन चुनिंदा नेताओं में हैं जो राजनीति को सत्ता का साधन नहीं, बल्कि जनकल्याण का माध्यम मानते हैं। एक डॉक्टर के रूप में उन्होंने रोगों का इलाज किया, तो एक सांसद और विधायक के रूप में समाज के तंत्र को स्वस्थ करने का बीड़ा उठाया। आज वे तमिलनाडु की राजनीति में उम्मीद, नेतृत्व और विकास का प्रतीक बन चुके हैं।
Start Quiz
This Quiz helps us to increase our knowledge