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RSS पर बैन का बड़ा ऐलान! मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे ने कही ये बात- सत्ता में आते ही नफरत फैलाने पर लगाई जाएगी रोक

Priyank Kharge On RSS: कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि अगर कांग्रेस केंद्र में सत्ता में आती है तो RSS पर देशव्यापी बैन लगाया जाएगा। उन्होंने RSS पर समाज में नफरत फैलाने और जांच से बचने का आरोप लगाया है। पढ़िए इस विवादित बयान और इसके पीछे की पूरी कहानी।

Harsh Sharma
Published on: 1 July 2025 1:55 PM IST (Updated on: 1 July 2025 1:55 PM IST)
Priyank Kharge On RSS
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Priyank Kharge On RSS 

Priyank Kharge On RSS: कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे और कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक खड़गे ने कहा है कि अगर कांग्रेस फिर से देश में सरकार बनाती है, तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर पूरे देश में रोक लगा दी जाएगी। कांग्रेस के बड़े नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी अक्सर RSS की आलोचना करते रहे हैं और इस संगठन पर देश को बांटने का आरोप लगाते रहे हैं। अब प्रियांक खड़गे के इस बयान ने एक नई बहस शुरू कर दी है।

RSS के कारण बढ़ रही समाज में दहशत

प्रियांक खड़गे ने कहा कि देश में नफरत कौन फैला रहा है, कौन सांप्रदायिक हिंसा के लिए जिम्मेदार है, और कौन संविधान बदलने की बात करता है? उन्होंने बताया कि RSS अपनी राजनीतिक शाखा बीजेपी से ये जरूरी सवाल क्यों नहीं पूछती कि देश में बेरोजगारी क्यों बढ़ रही है और पहलगाम में आतंकी हमला कैसे हुआ? इसके बजाय, संघ के लोग समाज में नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं। प्रियांक खड़गे ने कहा कि सत्ता में आने के बाद कानूनी तरीके से RSS को पूरे देश में बैन किया जाएगा।

कर्नाटक सरकार के मंत्री प्रियांक खड़गे ने कहा कि ईडी और IT जैसी जांच एजेंसियां क्या सिर्फ विपक्ष के खिलाफ ही काम करती हैं? उन्होंने पूछा कि सरकार आरएसएस की जांच क्यों नहीं करती? आखिर आरएसएस के पास पैसा कहां से आ रहा है और उनकी कमाई का स्रोत क्या है? प्रियांक खड़गे ने कहा कि हर बार संघ के लोग नफरत फैलाने वाली बातें करते हैं और संविधान बदलने की बातें करके बच निकलते हैं। साथ ही आर्थिक अपराध करने के बावजूद वे बचे रहते हैं। इसलिए इन सभी मुद्दों की जांच होनी चाहिए।

प्रियांक ने एक्स पर किया पोस्ट

प्रियांक खड़गे ने बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या को जवाब देते हुए एक्स पर एक पोस्ट किया था। तेजस्वी सूर्या ने मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस के हाईकमान पर सवाल उठाए थे। इसके जवाब में प्रियांक ने पूछा, "बीजेपी का असली हाईकमान कौन है? आपके ज्यादातर कार्यकर्ता अपनी पार्टी के अध्यक्ष का नाम तक नहीं जानते। उनके लिए मोदी ही राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और पंचायत सचिव सब कुछ हैं।

प्रियांक खड़गे ने कहा, "जब मुश्किल समय आता है, तो प्रधानमंत्री संसद नहीं जाते, बल्कि आरएसएस को रिपोर्ट करने नागपुर चले जाते हैं।" उन्होंने तेजस्वी सूर्या को चुनौती देते हुए कहा, "मैं तुमसे चुनौती लेता हूं कि तुम ज़ोर से कहो- मुझे आरएसएस की जरूरत नहीं है, मैं चुनाव जीत सकता हूं क्योंकि मोदी और नड्डा ही मेरे असली हाईकमान हैं, अब और हमेशा।"

पहले भी दिया था बैन लगाने का बयान

यह पहली बार नहीं है जब प्रियांक खड़गे ने ऐसा कहा है। दो साल पहले भी उन्होंने कहा था कि अगर कोई संगठन कर्नाटक में शांति भंग करने या सांप्रदायिक माहौल खराब करने की कोशिश करेगा तो सरकार उस संगठन पर बैन लगाने में बिलकुल पीछे नहीं हटेगी। कांग्रेस ने कर्नाटक के अपने चुनाव घोषणा पत्र में भी कहा था कि सरकार बनते ही बजरंग दल, पीएफआई और ऐसे सभी संगठन जिनके कारण जाति या धर्म के नाम पर नफरत फैलती है, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर बैन लगाया जाएगा।

प्रियांक खड़गे ने कहा था कि सरकार सिर्फ उन लोगों के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई करेगी जो कानून तोड़ेंगे। जब उनसे पूछा गया कि क्या सरकार RSS और बजरंग दल को भी बैन करेगी, तो उन्होंने जवाब दिया, "जो भी शांति भंग करने की कोशिश करेगा, चाहे वह कोई भी हो, उस पर कार्रवाई होगी, चाहे मैं ही क्यों न हूं।"

केशव बलराम हेडगेवार ने 27 सितंबर 1925 को विजयदशमी के दिन RSS की स्थापना की थी। लेकिन अब तक अलग-अलग कारणों से इस संगठन पर तीन बार बैन लग चुका है। साल 1948 में महात्मा गांधी की हत्या के बाद RSS पर 18 महीने तक प्रतिबंध लगाया गया था, क्योंकि गांधी जी की हत्या को RSS से जोड़ा गया था। फिर 1975 में इमरजेंसी के दौरान इंदिरा गांधी की सरकार ने RSS को दो साल के लिए बैन कर दिया था। तीसरी बार 1992 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद गिराने के बाद RSS पर पाबंदी लगी थी, लेकिन छह महीने बाद यह बैन हटा लिया गया था।

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Harsh Sharma

Harsh Sharma

Content Writer

हर्ष नाम है और पत्रकारिता पेशा शौक बचपन से था, और अब रोज़मर्रा की रोटी भी बन चुका है। मुंबई यूनिवर्सिटी से मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन किया, फिर AAFT से टीवी पत्रकारिता की तालीम ली। करियर की शुरुआत इंडिया न्यूज़ से की, जहां खबरें बनाने से ज़्यादा, उन्हें "ब्रेकिंग" बनाने का हुनर सीखा। इस समय न्यूज़ ट्रैक के लिए खबरें लिख रहे हैं कभी-कभी संजीदगी से, और अक्सर सिस्टम की संजीदगी पर हल्का-फुल्का कटाक्ष करते हुए। एक साल का अनुभव है, लेकिन जज़्बा ऐसा कि मानो हर प्रेस कॉन्फ्रेंस उनका पर्सनल डिबेट शो हो।

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