दलित प्रोफेसर रविकांत को परेशान कर रही है सरकार, कांग्रेस बोली नहीं दबने देंगे आवाज

Lucknow News: उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने आगे कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और अम्बेडकरवादी विचारक डॉ. रविकांत को शासन-प्रशासन द्वारा निशाना बनाया जा रहा है। प्रोफेसर रविकांत समाज में फैल रही नफरत, सांप्रदायिकता और हिंसा के खिलाफ लगातार अपनी आवाज बुलंद करते रहे है।

Prashant Vinay Dixit
Published on: 23 Jun 2025 9:17 PM IST
Ajay Rai meet Ravikant Chandan
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Ajay Rai meet Ravikant Chandan (Photo: Social Media)

Lucknow News: लखनऊ विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर रविकांत चंदन ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में पति की हत्या की आरोपी सोनम रघुवंशी को संघ की विचारधारा की उपज बताया था। इसके बाद विवाद बढ़ गया। सोमवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय प्रो. रविकांत के आवास पहुंचे, उन्हें समर्थन का आश्वासन दिया। अजय राय ने कहा कि कांग्रेस पार्टी उनके साथ मजबूती से खड़ी है, यदि जरूरत पड़ी तो कानूनी लड़ाई के साथ-साथ प्रशासनिक दमन के खिलाफ सड़कों पर भी उतर कर विरोध दर्ज कराया जाएगा।

नफरत, सांप्रदायिकता और हिंसा के खिलाफ

उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने आगे कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और अम्बेडकरवादी विचारक डॉ. रविकांत को शासन-प्रशासन द्वारा निशाना बनाया जा रहा है। प्रोफेसर रविकांत समाज में फैल रही नफरत, सांप्रदायिकता और हिंसा के खिलाफ लगातार अपनी आवाज बुलंद करते रहे हैं, लेकिन अब उन्हें तीन साल पुराने एक मुकदमे में घसीटने की कोशिश की जा रही है, उसी मामले की जांच में आरोपों को निराधार पाया गया था।

मुकदमा लिखने में हो रहा नियमों का उल्लंघन

प्रोफेसर रविकांत पर मुकदमा दर्ज करने के लिए बिना विश्वविद्यालय की कार्य परिषद की स्वीकृति के शासन द्वारा अभियोग पंजीकृत करने की स्वीकृति दी जा रही है, जो नियमानुसार अवैधानिक है। यह कार्य न केवल नियमों का उल्लंघन है, बल्कि एक दलित प्रोफेसर की वैचारिक स्वतंत्रता पर सीधा हमला भी है। प्रोफेसर रविकांत ने समय-समय पर दलितों, पिछड़ों और समाज के हाशिए पर खड़े तबकों की समस्याओं को उजागर किया है।

फुले-आंबेडकर और नेहरू का किया समर्थन

उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में फुले-आंबेडकर और नेहरू की शिक्षावादी परंपरा का समर्थन करते हुए वर्तमान आरएसएस विचारधारा की आलोचना की थी। उन्होंने लिखा था कि "ज्योतिबा फुले, सावित्रीबाई फुले और डॉ. आंबेडकर ने महिलाओं को कलम और किताब दी, नेहरू ने अवसर दिए, लेकिन आज आरएसएस उन्हें त्रिशूल और फरसा पकड़ा रहा है और नफरत फैला रहा है। इस पोस्ट को आधार बनाकर उन्हें जेल भेजने की साजिश रची जा रही है।

प्रत्येक नागरिक को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता

संविधान के तहत प्रत्येक नागरिक को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता प्राप्त है। एक खास विचारधारा से असहमति रखने वाले को निशाना बनाना लोकतांत्रिक मूल्यों के विरुद्ध है। अजय राय ने कहा, "भाजपा सरकार दलितों और पिछड़ों की आवाज को दबाने के लिए लगातार शिक्षकों, बुद्धिजीवियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को निशाना बना रही है। प्रो. रविकांत के खिलाफ कार्रवाई राजनीतिक और जातिगत विद्वेष का हिस्सा है। कांग्रेस इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेगी।

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