TRENDING TAGS :
लखनऊ की पैरा खिलाड़ियों ने युगांडा में लहराया परचम, अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भारत को दिलाए पांच पदक
Lucknow News: स्वाति ने महिला एकल SU-5 वर्ग में रजत पदक जीता, जबकि महिला युगल SL3-SU5 में स्वर्ण पदक और मिक्स्ड डबल्स में कांस्य पदक प्राप्त किया। वहीं कनक सिंह ने महिला एकल SL-4 वर्ग और महिला युगल वर्ग में दो कांस्य पदक जीतकर देश का मान बढ़ाया।
Para badminton players of Lucknow (Photo: Social Media)
Lucknow News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की पैरा खिलाड़ियों ने एक बार फिर प्रदेश और देश का नाम अंतरराष्ट्रीय मंच पर रोशन किया है। डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय की दो होनहार छात्राओं स्वाति और कनक सिंह ने युगांडा की राजधानी कंपाला में आयोजित पैरा बैडमिंटन इंटरनेशनल टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 5 पदक अपने नाम किए हैं। ये पदक न सिर्फ दो खिलाड़ियों की जीत हैं, बल्कि लाखों दिव्यांगजनों के आत्मविश्वास और हिम्मत की जीत भी हैं।
ऐसा रहा है स्वाति और कनक का प्रदर्शन
स्वाति ने महिला एकल SU-5 वर्ग में रजत पदक जीता, जबकि महिला युगल SL3-SU5 में स्वर्ण पदक और मिक्स्ड डबल्स में कांस्य पदक प्राप्त किया। वहीं कनक सिंह ने महिला एकल SL-4 वर्ग और महिला युगल वर्ग में दो कांस्य पदक जीतकर देश का मान बढ़ाया। इस प्रतियोगिता में 50 से अधिक देशों के खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया, जिसमें भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन बहुत शानदार रहा है। स्वाति और कनक की जीत ने साबित कर दिया है कि अगर हौसले बुलंद हों तो कोई भी बाधा राह नहीं रोक सकती।
विश्वविद्यालय कुलपति ने जताई प्रसन्नता
बेटियों की जीत पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर संजय सिंह ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि स्वाति और कनक ने साबित कर दिया कि मेहनत और लगन से कोई भी मंजिल दूर नहीं होती है। यह उपलब्धि केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि उन सभी बेटियों व दिव्यांगजनों के लिए प्रेरणास्रोत बनेगी जो समाज में अपनी पहचान बनाना चाहते हैं। हमारी छात्राएं राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय मंच पर खुद को साबित करने की क्षमता रखती हैं। यह जीत न सिर्फ विश्वविद्यालय के लिए गौरव का क्षण है, बल्कि प्रदेश की बेटियों के लिए एक नई दिशा और प्रेरणा भी है।
दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री का बयान
प्रदेश सरकार में पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेन्द्र कश्यप ने खिलाड़ियों को बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि सरकार द्वारा लागू किए गए दिव्यांगजन सशक्तिकरण मॉडल की सफलता का प्रतीक है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में दिव्यांगजनों को समाज की मुख्यधारा में लाने के प्रयास किए गए हैं, यह जीत उसी का फल है। स्वाति और कनक की सफलता बताती है कि जब अवसर, संसाधन और प्रशिक्षण मिले तो दिव्यांगजन भी देश का नाम ऊंचा कर सकते हैं।
Start Quiz
This Quiz helps us to increase our knowledge