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Auraiya News: यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर, प्रशासन अलर्ट
Auraiya News: सिकरोड़ी गांव का श्मशान घाट डूब गया है और पानी गांव के किनारे तक पहुंच गया है।
Auraiya News
Auraiya News: जिले में से गुजरी यमुना नदी का जलस्तर 116.100 मीटर तक पहुंच गया, जबकि खतरे का निशान 113 मीटर है। पिछले दो दिनों से कोटा बैराज से छोड़े गए पानी के कारण जलस्तर लगातार बढ़ रहा था। हालांकि अब जलस्तर में वृद्धि रुक गई है, लेकिन स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है।
बढ़ते जलस्तर के कारण गूहानी कलां गांव का मार्ग पूरी तरह बंद हो गया है। इसी तरह सिकरोड़ी पुल से इटवा जाने वाला रास्ता भी जलमग्न हो चुका है। सिकरोड़ी गांव का श्मशान घाट डूब गया है और पानी गांव के किनारे तक पहुंच गया है। हालांकि राहत की बात यह है कि अभी गांव के अंदर पानी प्रवेश नहीं कर पाया है।
यमुना किनारे बसे सिकरोड़ी, गूहानी कलां, गूहानी खुर्द, जाजपुर, असेवटा, असेबा, जुहीखरा, बडेरा, गूंज, तातारपुर कलां और बबाइन गांवों को सबसे अधिक प्रभावित होने का खतरा है। ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। उन्हें डर है कि यदि जलस्तर और बढ़ा तो कभी भी घर छोड़ने की नौबत आ सकती है।
उपजिलाधिकारी निखिल राजपूत ने जानकारी दी कि जलस्तर में अब कमी आनी शुरू हो गई है। बावजूद इसके प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। लगातार निगरानी रखी जा रही है और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि गांवों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है ताकि लोग किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहें।
उन्होंने कहा कि संभावित समस्या से निपटने के लिए प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। राहत एवं बचाव दल अलर्ट पर हैं। जरूरत पड़ने पर सुरक्षित स्थानों पर लोगों को शिफ्ट करने की भी व्यवस्था की गई है। गौरतलब है कि हर साल बरसात के मौसम में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर आसपास के गांवों को प्रभावित करता है। इस बार भी हालात बिगड़ने से पहले ही प्रशासन ने एहतियात बरतते हुए सभी इंतजाम पुख्ता कर दिए हैं। ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी समस्या की स्थिति में तुरंत प्रशासन से संपर्क करें।
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