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Banda News: जलजीवन मिशन का बुरा हाल, टंकी लीकेज होने से सप्लाई ठप, सालों से टोंटियों में नहीं पहुंचा पानी
Banda News: जलजीवन मिशन के तहत गांव में कनेक्शन कर लोगों के घरों में टोंटियां तो लगा दी गई लेकिन संबधित विभाग की लापरवाही के कारण दो साल बाद भी आज तक उनमे एक बूंद पानी नहीं पहुंचा है ।
बांदा में जलजीवन मिशन का बुरा हाल (photo: social media )
Banda News: करोड़ों खर्च पर सपना अधूरा, कागजों में भले ही हर घर जल पहुँचाया जा रहा हो , लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। जहां हर घर शुद्ध जल पहुचाने वाली जलजीवन मिशन योजना से लोगों को बड़ी खुशी और यह उम्मीद थी की हर घर तक शुद्ध पेयजल की आपूर्ति होगी। लेकिन शायद उनको यह नही पता था कि यह योजना सिर्फ मजाक बनकर रह जायेगी।
मामला कमासिन ब्लाक अंतर्गत ग्राम पंचायत मुसीवां का है। जहां जलजीवन मिशन के तहत गांव में कनेक्शन कर लोगों के घरों में टोंटियां तो लगा दी गई लेकिन संबधित विभाग की लापरवाही के कारण दो साल बाद भी आज तक उनमे एक बूंद पानी नहीं पहुंचा है । जिससे भीषण गर्मी में लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और लोग काफी परेशान नजर आ रहे हैं। करोड़ों रुपये खर्च होने के बाद भी इस योजना का लाभ लोगों को न मिलने से भारी आक्रोश है। उनका कहना है इस योजना में जिम्मेदारों की लापरवाही से सिर्फ धन की बर्बादी और भृष्टाचार हुआ है। चाहे जहां जिससे शिकायत करो कोई सुनने वाला नहीं है सब राम भरोसे चल रहा है। यदि हकीकत में देखा जाये तो किटहाई गांव में बने वाटर प्लांट के बगल के ही मुसीवां गांव में अभी तक आधे से ज्यादा घरों में पानी नहीं पहुंचा है। यही स्थिति कमासिन ब्लाक के अधिकतर गांवों में है।
मुसीवां गांव की टंकी लीकेज 1 हफ्ते से पानी सप्लाई ठप
मुसीवां गांव में बनी पानी की टंकी के निर्माण को लगभग डेढ़ साल हो चुके हैं और इस दौरान टंकी में दो बार लीकेज हो चुका है, जो स्पष्ट रूप से निर्माण के समय जिम्मेदारों द्वारा मानकों की अनदेखी और लापरवाही की ओर इशारा करता है। इस भीषण गर्मी में टंकी के लीकेज होने से करीब एक हफ्ते से पानी की सप्लाई पूरी तरह से ठप पड़ी हुई है, जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, मुसीवां टंकी से तीन गांवों - मुसीवां, सिकरी और बनकट में पानी की सप्लाई होती है, लेकिन इनमें से आधे मुसीवां गांव और कुछ पुरवों में अभी तक पानी नहीं पहुंच रहा है।
प्रशासन द्वारा सुबह और शाम प्रतिदिन दो-दो घंटे पानी चालू करने के निर्देश दिए गए हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है। कई जगहों पर तो पानी की सप्लाई मुश्किल से 20 मिनट या आधे घंटे के लिए ही की जाती है, और वह भी नियमित नहीं है। ग्रामीणों द्वारा बार-बार विभाग को सप्लाई में आ रही समस्याओं की सूचना देने के बावजूद कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
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