Bareilly News: बरेली में बाल मजदूरी का खुलासा, मीरगंज और फतेहगंज पश्चिमी में 15 किशोर श्रमिक चिन्हित, श्रम विभाग की कार्रवाई से व्यापारियों में मचा हड़कंप

Bareilly News: बरेली में जिलाधिकारी के निर्देश पर श्रम विभाग ने मीरगंज और फतेहगंज पश्चिमी में बाल श्रमिकों के खिलाफ अभियान चलाया। 15 किशोर श्रमिक पकड़े गए। अधिकारियों ने व्यापारियों को चेतावनी दी कि बाल श्रम कानून का उल्लंघन करने पर भारी जुर्माना और सजा होगी। कार्रवाई से व्यापारियों में हड़कंप मचा।

Sunny Goswami
Published on: 19 Jun 2025 8:01 PM IST (Updated on: 19 Jun 2025 8:17 PM IST)
Bareilly News: बरेली में बाल मजदूरी का खुलासा,  मीरगंज और फतेहगंज पश्चिमी में 15 किशोर श्रमिक चिन्हित, श्रम विभाग की कार्रवाई से व्यापारियों में मचा हड़कंप
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Bareilly News: जिलाधिकारी के निर्देश पर श्रम विभाग की संयुक्त टीम ने गुरुवार को मीरगंज और फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र में बाल एवं किशोर श्रमिकों के चिन्हांकन के लिए विशेष अभियान चलाया। अभियान के दौरान टीम ने विभिन्न दुकानों और प्रतिष्ठानों पर 18 वर्ष से कम उम्र के कुल 15 किशोर श्रमिकों को कार्य करते हुए चिन्हित किया।

श्रम विभाग की टीम ने मौके पर ही प्रतिष्ठान संचालकों को कड़ी चेतावनी देते हुए निरीक्षण टिप्पणी दर्ज की और नियमों के तहत वैधानिक कार्रवाई की चेतावनी दी। टीम ने कहा कि बाल श्रम कानून का उल्लंघन करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।

व्यापारियों से की गई सख्त अपील

श्रम विभाग के अधिकारियों ने क्षेत्र के सभी व्यापारियों से अपील की कि वे 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को किसी भी प्रकार के कार्य में न लगाएं, क्योंकि यह कानूनन अपराध है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि:

14 वर्ष से कम उम्र के बालक से काम कराने पर ₹20,000 से ₹50,000 तक जुर्माना,

साथ ही 6 महीने से 2 साल तक की सजा या दोनों हो सकती है।

इसके अतिरिक्त सेवायोजक से ₹20,000 प्रति बालक की वसूली की जाएगी।

वहीं, 14 से 18 वर्ष के किशोर को कार्य में लगाने पर ₹10,000 तक का जुर्माना निर्धारित है।

अधिकारियों ने चेताया कि यदि भविष्य में फिर से किसी प्रतिष्ठान में नाबालिग कार्य करते पाए गए, तो सख्त विधिक कार्रवाई की जाएगी।

कार्रवाई से व्यापारियों में हड़कंप

श्रम विभाग की कार्रवाई से स्थानीय व्यापारियों में हड़कंप मच गया। कई व्यापारियों ने टीम को आता देख अपनी दुकानें बंद कर भागना ही उचित समझा। वहीं, श्रम विभाग ने स्पष्ट किया कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा, और जिले भर में ऐसे प्रतिष्ठानों की पहचान की जाएगी जो नाबालिग बच्चों से काम करवा रहे हैं। अभियान के दौरान श्रम प्रवर्तन अधिकारी राम अवतार शर्मा, बी. राम, राकेश कुमार, एएचटीयू व चाइल्डलाइन से कमला देवी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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