Basti News: राजनीतिक सरंक्षण के आरोपों में घिरे सरकारी डॉक्टर, कार्रवाई अब भी ठप

Basti News: उमेश गोस्वामी ने सीधा आरोप लगाया कि बस्ती जिले के सांसद रामप्रसाद चौधरी और रुधौली विधायक राजेंद्र चौधरी के करीबी होने के कारण डॉक्टर अशोक कुमार चौधरी पर कार्रवाई नहीं हो रही है।

Amril Lal
Published on: 11 Sept 2025 4:21 PM IST
Basti News: राजनीतिक सरंक्षण के आरोपों में घिरे सरकारी डॉक्टर, कार्रवाई अब भी ठप
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राजनीतिक सरंक्षण के आरोपों में घिरे सरकारी डॉक्टर  (photo: social media)

Basti News: राजनीतिक दबाव के चलते डॉक्टर अशोक कुमार चौधरी, जो एक सरकारी डॉक्टर हैं, इसके बावजूद अपने निजी अस्पताल में प्राइवेट प्रैक्टिस करते हैं। भारतीय किसान यूनियन के उमेश गोस्वामी, जिला उपाध्यक्ष, ने इसकी शिकायत जिलाधिकारी बस्ती से की, लेकिन अभी तक डॉक्टर के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

वहीं उमेश गोस्वामी ने सीधा आरोप लगाया कि बस्ती जिले के सांसद रामप्रसाद चौधरी और रुधौली विधायक राजेंद्र चौधरी के करीबी होने के कारण डॉक्टर अशोक कुमार चौधरी पर कार्रवाई नहीं हो रही है।

बस्ती जिले के भारतीय किसान यूनियन भानु गुट के जिला उपाध्यक्ष उमेश गोस्वामी ने मंडल आयुक्त बस्ती और जिलाधिकारी बस्ती को प्रार्थना पत्र देकर शिकायत की कि जिले में तैनात डॉक्टर, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी अशोक कुमार चौधरी, अपने घर पर प्राइवेट इलाज करते हैं। उन्होंने अपने आवास पर स्वयं का अस्पताल बना रखा है, जो बस्ती जिले के रुधौली से बखिरा रोड पर स्थित है।

कोई कार्रवाई नहीं हो रही

कई बार शिकायती पत्र देने के बावजूद इनके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। उन्होंने प्रार्थना पत्र में स्पष्ट लिखा है कि राजनीतिक दबाव के चलते सही ढंग से जांच नहीं हो रही है और उनके प्रार्थना पत्र पर गलत रिपोर्ट लगाई जाती है। यह कहा जाता है कि डॉक्टर साहब कोई प्राइवेट क्लीनिक नहीं चलाते और ना ही घर पर किसी का इलाज करते हैं।

वहीं शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया कि बस्ती सांसद रामप्रसाद चौधरी और रुधौली विधायक राजेंद्र चौधरी के बहुत करीबी होने के कारण प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं करना चाहता। शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि डॉक्टर साहब पिछले 10 वर्षों से प्राइवेट क्लीनिक चला रहे हैं और भ्रष्टाचार से बेनामी संपत्ति बनाई है। भ्रष्टाचार से मिले पैसे से वे नेता भी बनाते हैं।

वहीं इस मामले में अपर जिलाधिकारी बस्ती ने मामले को संज्ञान में लेकर तत्काल जांच करने का निर्देश दिया है और कहा है कि प्रार्थना पत्रों को गंभीरता से देखा जाए और बयान लेकर साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई की जाए।

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पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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