Lucknow News: आइये हम देंगे इलाज में वीआईपी और वीवीआईपी ट्रीटमेंट - लोहिया

Lucknow News: राजधानी के डॉक्टर राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में यह बकायदे कागजों पर लिखकर संस्थान के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक द्वारा आदेश के तौर पर जारी किया गया है।

Shubham Pratap Singh
Published on: 4 Aug 2025 2:10 PM IST (Updated on: 4 Aug 2025 2:22 PM IST)
Lucknow News: आइये हम देंगे इलाज में वीआईपी और वीवीआईपी ट्रीटमेंट - लोहिया
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Lohia Hospital VIP treatment

Lucknow News: अपने कई बड़े अस्पतालों में और संस्थानों में कुछ विशेष मरीजों के लिए वीआईपी और वीवीआईपी कल्चर ट्रीटमेंट के बारे में तो सुना ही होगा। मगर यह कभी कागजों पर नहीं उतरता था। बस इसे मुचलके पर प्रदर्शित किया जाता था। लेकिन, अब राजधानी के डॉक्टर राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में यह बकायदे कागजों पर लिखकर संस्थान के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक द्वारा आदेश के तौर पर जारी किया गया है। इस आदेश के बाद अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि जो आमतौर पर मरीज रोजाना संस्थान में इलाज के लिए पहुंचते हैं उन्हें इस परिस्थिति में इलाज के सुचारू व्यवस्था और सुविधा कैसे मिल सकेगी?

विभूतिखंड गोमती नगर स्थित लोहिया संस्थान में संस्थान के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ.विक्रम सिंह द्वारा वीआईपी और वीवीआईपी मरीज के इलाज के लिए बकायदे चार बिंदुओं में लिखित दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। जिसमें जब भी कोई वीआईपी और वीवीआईपी मरीज इलाज के अस्पताल पहुंचेगा तो उससे पहले सूचना मिलते ही ऑन ड्यूटी रेजिडेंट डॉक्टर को अपने वरिष्ठतम अधिकारियों को सूचना देनी होगी। इसके साथ ही अस्पताल के सहायक सुरक्षा अधिकारी स्वच्छता निरीक्षक ओपीडी में सेवा दे रहे सभी कर्मचारियों को हाई अलर्ट पर रहना होगा।



विभागाध्यक्ष उठाएंगे ज़िम्मेदारी

आदेश के अनुसार जब भी कोई ऐसा मरीज अस्पताल इलाज के लिए पहुंचेगी तो मरीज को हो रही समस्या से संबंधित विभाग अध्यक्ष उसके इलाज के लिए और उसे मिल रहे उपचार में सही तरीके का पूरा देखरेख करेगा। सरल भाषा में कहें तो संस्थान में जिस भी विभाग में मरीज इलाज के लिए जाएगा उस विभाग के विभागाध्यक्ष को अपनी एक टांगों पर खड़े होकर मरीज के इलाज का पूरा ध्यान स्वयं रखना होगा ना की अपने नीचे काम कर रहे रेजिडेंट डॉक्टर पर भी निर्भर रहना होगा। यह जिम्मेदारी उन्हें खुद उठानी होगी।

शिष्टाचार में रहने के निर्देश

अस्पताल में इलाज कराने के लिए आए वीआईपी मरीज और उनके साथ उपस्थित प्रतिनिधियों के साथ भी अस्पताल के कर्मचारियों समेत डॉक्टर और विभागाध्यक्षों और अधिकारियों को भी शिष्टाचार दिखाना होगा। उन्हें उनके गरिमा को ठेस न पहुंचे इसका पूरा ध्यान रखना होगा।

विभाग में रहेगा हाई अलर्ट

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक द्वारा जारी आदेश में साफ तौर पर लिखा गया है, कि जब भी कोई वीआईपी मारीज अस्पताल में इलाज के लिए विभाग में पहुंचेगी तो उसे विभाग के सभी कर्मचारी अलर्ट पर रहेंगे। विभाग की साफ सफाई विभाग में सुविधाओं की जानकारी जांच की प्रक्रिया समेत पंजीकरण की प्रक्रिया भी सरलता और सुगम मय होनी चाहिए।

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