Chandauli News: देहरी पर दस्तक: देवरी कलां में ‘प्रशासन आपके द्वार’ का जीवंत स्वरूप

Chandauli News: खंड विकास अधिकारी अमित कुमार की अध्यक्षता में हुए इस जनचौपाल में ग्रामीणों की समस्याएं सीधे अधिकारियों तक पहुंचीं। स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वच्छता और ग्रामीण विकास जैसे विषयों पर संवाद हुआ।

Sunil Kumar
Published on: 6 Jun 2025 9:49 PM IST (Updated on: 6 Jun 2025 10:32 PM IST)
Chandauli News
X

Chandauli News (Social Media) 

Chandauli News:चंदौली जिले के नौगढ़ तहसील अंतर्गत देवरी कलां गांव ने शुक्रवार को एक ऐसी तस्वीर देखी, जहां प्रशासन और आमजन एक मंच पर आए। ग्राम के कंपोजिट विद्यालय में आयोजित ‘प्रशासन आपके द्वार’ कार्यक्रम ने शासन को जमीन से जोड़ा। खंड विकास अधिकारी अमित कुमार की अध्यक्षता में हुए इस जनचौपाल में ग्रामीणों की समस्याएं सीधे अधिकारियों तक पहुंचीं। स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वच्छता और ग्रामीण विकास जैसे विषयों पर संवाद हुआ।

मानवीय पहल: गोद भराई और अन्नप्राशन की रस्में

कार्यक्रम की सबसे भावनात्मक झलक तब दिखी, जब गर्भवती महिलाओं की गोद भराई और बच्चों का अन्नप्राशन संस्कार प्रशासनिक मंच पर संपन्न हुआ। बीडीओ अमित कुमार ने स्वयं इन पारंपरिक रस्मों में भाग लेकर प्रशासन की संवेदनशील छवि पेश की। इससे यह स्पष्ट हुआ कि सरकारी योजनाएं अब केवल कागज़ी नहीं, बल्कि मानवीय अनुभूतियों से जुड़ी हैं।

निरीक्षण में संवेदनशीलता के साथ सख्ती

चौपाल के बाद बीडीओ ने पंचायत भवन निर्माण स्थल का निरीक्षण किया। कार्य की गुणवत्ता और समयसीमा को लेकर कार्यदायी संस्था को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। पंचायत भवन तक जाने वाली मात्र 15 मीटर की संकरी पगडंडी पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने तत्काल सड़क निर्माण के निर्देश दिए।

स्वच्छता को लेकर स्पष्ट संदेश

गांव में स्थित आरआरसी सेंटर (कूड़ा घर) की दुर्दशा पर प्रशासन ने नाराजगी जताई। अधूरे निर्माण कार्यों और सफाई व्यवस्था में लापरवाही पर तीखी टिप्पणी की गई और कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। इससे साफ हो गया कि स्वच्छता पर कोई समझौता नहीं होगा।

अनुपस्थित विभागों पर कार्रवाई की संस्तुति

जहां अधिकांश विभागों ने ग्रामीणों को योजनाओं की जानकारी दी, वहीं आपूर्ति व पशुपालन विभाग की अनुपस्थिति खली। इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजी गई है।

लोकतंत्र की असली तस्वीर

देवरी कलां में आयोजित यह कार्यक्रम केवल एक सरकारी कवायद नहीं था, बल्कि यह लोकतंत्र को धरातल पर सजीव रूप में देखने का अवसर था। जब शासन खुद चलकर जनता के द्वार आता है, तब भरोसे और बदलाव की नींव मजबूती से रखी जाती है।

1 / 6
Your Score0/ 6
Ramkrishna Vajpei

Ramkrishna Vajpei

Mail ID - [email protected]

Next Story

AI Assistant

Online

👋 Welcome!

I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!