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चित्रकूट में 51 करोड़ का घोटाला! बिना उद्घाटन किये बह गए पुल, रेलिंग में दरारें
Chitrakoot bridge collapse: इन पुलों का अभी तक उद्घाटन भी नहीं हुआ था कि 12 घंटे की तेज वर्षा ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता को सामने लाकर रख दिया।
Chitrakoot bridge collapse (photo credit: social media)
Chitrakoot bridge collapse: चित्रकूट जिले में 51 करोड़ रुपये की लागत से बने चार नए पुलों की स्थिति पहले ही वर्षा के कारण ख़राब हो गई है। इन पुलों का अभी तक उद्घाटन भी नहीं हुआ था कि 12 घंटे की तेज वर्षा ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता को सामने लाकर रख दिया।
वाल्मीकि नदी पर बने 10 करोड़ के बघवारा पुल का एप्रोच बुरी तरह से मार्ग धंस गया है। मानिकपुर क्षेत्र में धारकुंडी आश्रम मार्ग पर 18 करोड़ की लागत से बना पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया है। इस पुल का एप्रोच मार्ग लगभग 5 मीटर तक बेहाल होकर बह गया है। यह मार्ग उत्तर प्रदेश और एमपी की सीमा को जोड़ता है। इससे दोनों राज्यों के दस से ज्यादा गांवों का आवाजाही को बुरी तरह से प्रभावित किया है।
10 करोड़ का पुल भी क्षतिग्रस्त
तरौंहा में मंदाकिनी नदी पर 10 करोड़ की भारी भरकम रकम से बनकर तैयार हुआ पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया है। इसका एप्रोच मार्ग पांच मीटर तक बह गया है। रेलिंग में भी दरारें आ गई हैं। यह पुल धर्मनगरी चित्रकूट जाने का मुख्य रास्ता है और पांच से ज्यादा गांवों के लोगों के आवागमन के लिए बेहद आवश्यक है। बता दे, कल्याणपुर और मकरी पहरा में बने पुलों की स्थिति भी खराब है। इन पुलों के एप्रोच मार्ग धंस गए हैं, सड़कें फट गई हैं और निर्माण में प्रयुक्त सामग्री वर्षा में बह गई है।
13 करोड़ पुल की सड़क हुई क्षतिग्रस्त
13 करोड़ पुल की सड़क हुई क्षतिग्रस्त
वहीं पहाड़ी इलाकें के मकरी पहरा गांव के पास लगभग 13 करोड़ की रकम विकसित पुल से जुड़े एप्रोच मार्ग की पूर्ण रूप से सड़क में दरारें पड़ गई है। इसको लेकर स्थानीय निवासियों में आक्रोश है। बता दे, इस पूरे मामले में सेतु निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर सीपी दिवाकर ने बताया वह खुद चित्रकूट आए हैं और तीनों जगह जाकर खुद जांच कराएंगे।
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