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Etah News: महिला चिकित्सक की शिकायत पर शासन ने लिया संज्ञान, एटा मेडिकल कॉलेज को मिला नया प्राचार्य
Etah News: एटा मुख्यालय स्थित रानी वीरांगना अवंतीबाई स्ववित्तपोषित राज्य चिकित्सा महाविद्यालय में प्रशासनिक बदलाव करते हुए डॉ. वलवीर सिंह को नया प्राचार्य नियुक्त किया है।
महिला चिकित्सक की शिकायत पर शासन ने लिया संज्ञान, एटा मेडिकल कॉलेज को मिला नया प्राचार्य (Photo- Newstrack)
Etah News: उत्तर प्रदेश सरकार ने एटा मुख्यालय स्थित रानी वीरांगना अवंतीबाई स्ववित्तपोषित राज्य चिकित्सा महाविद्यालय में प्रशासनिक बदलाव करते हुए डॉ. वलवीर सिंह को नया प्राचार्य नियुक्त किया है। चिकित्सा शिक्षा अनुभाग-3 द्वारा अगस्त 2025 में जारी आदेश के अनुसार, डॉ. वलवीर सिंह को 65 वर्ष की आयु तक अथवा दो वर्ष की अवधि के लिए प्रधानाचार्य पद का कार्यभार सौंपा गया है।
डॉ. बलवीर सिंह वर्तमान में एस एन मैडिकल कालेज में मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर पद पर कार्यरत हैं। यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब कॉलेज की पूर्व प्रभारी प्राचार्य रजनी पटेल के कार्यकाल को लेकर कई प्रकार की प्रशासनिक और नैतिक शिकायतें चर्चा में रही हैं। कॉलेज की एक महिला चिकित्सक डॉ. अंकिता शर्मा द्वारा की गई शिकायतों में आरोप लगाया गया कि कॉलेज में चिकित्सकों की उपस्थिति, अनियमित नियुक्तियाँ, और भ्रष्टाचार से जुड़े कई गंभीर मुद्दे हैं।
डॉ. अंकिता का यह भी आरोप था कि कई चिकित्सक महीने में सिर्फ दो से चार दिन ही ड्यूटी पर आते हैं, जबकि पूरी सैलरी लेते हैं। उनकी शिकायत के अनुसार अटेंडेंस रजिस्टर तक लॉक में बंद रहता है। उन्होंने संविदा चिकित्सकों को विभागाध्यक्ष बनाने, वेतन रोके जाने, और उत्पीड़न की भी बात कही थी। आपको बताते चलें इन आरोपों से पूर्व मेडिकल कॉलेज में प्राचार्या रजनी पटेल द्वारा दीवार पर एक वोर्ड पर लिखवा दिया मीडिया के प्रवेश व फोटो ग्राफी पर रोक लगाने जैसे विवादास्पद निर्णय भी लिये गये थे, जिसका पत्रकार संगठनों के विरोध के बाद जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह द्वारा मिटवाया गया ।
वीरांगना अवंती बाई मेडिकल कॉलेज एटा प्राचार्य रजनी पटेल के कार्यकाल में अव्यवस्थाओं से गिरे रहने के आरोप लगाते रहे, जिसमें सफाई व्यवस्था, मरीज व उनके साथ आए लोगों के साथ अव्यवहार, सुरक्षा व्यवस्था, ओपीडी के बाहर जाम/यातायात की बुरी व्यवस्थाव व डाक बगलिया स्थित मेडिकल कॉलेज के कैंपस में जल भराव की समस्या प्रमुख है।
प्रशासन द्वारा की गई इस नियुक्ति को कॉलेज में व्यवस्था सुधार और पारदर्शिता की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। कॉलेज में पहले सामने आए दवा चोरी, दलाली और ऑक्सीजन प्लांट के संचालन में लापरवाही जैसे मामलों को लेकर भी भारी शिकायतों व विरोध प्रदर्शनों का सामना करना पड़ा।
नए प्राचार्य डॉ. बलवीर सिंह की तैनाती से अब यह अपेक्षा की जा रही है कि कॉलेज की व्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ेगी, जिससे आम मरीजों और विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा।
उक्त बलवीर सिंह फिरोजाबाद आगरा आदि स्थानों पर भी प्राचार्य रह चुके हैं उनकी छवि काफी अच्छी और मधुर व्यवहार की है, अब देखना होगा कि इस भष्ट तंत्र को यह सुधार पाते हैं या यह इन्हें सुधार देते हैं आने वाला समय बतायेगा।
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